जम्मू-कश्मीर के तीन फोटो पत्रकारों को 2020 का पुलित्जर पुरस्कार, राहुल गांधी ने दी बधाई, आप लोगों ने हमें गौरवान्वित किया
By भाषा | Published: May 5, 2020 08:00 PM2020-05-05T20:00:58+5:302020-05-05T20:01:15+5:30
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद स्थितियों को अपने कैमरे से लोगों तक पहुंचाने के लिए जम्मू और कश्मीर निवासी यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया है।
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने, 2020 का पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले, जम्मू-कश्मीर के तीन फोटो पत्रकारों को बधाई दी है।
उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘डार यासीन, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को जम्मू-कश्मीर में जिंदगी की असरदार तस्वीरें खींचने पर पुलित्जर पुरस्कार जीतने के लिए बधाई। आप लोगों ने हमें गौरवान्वित किया है।’’ गांधी ने एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि इन तीनों फोटो पत्रकारों ने पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद, क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान की गई अपनी फोटोग्राफी के लिए यह पुरस्कार जीता है। पुलित्जर पुरस्कार, पत्रकारिता के क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है।
Congratulations to Indian photojournalists Dar Yasin, Mukhtar Khan and Channi Anand for winning a Pulitzer Prize for their powerful images of life in Jammu & Kashmir. You make us all proud. #Pulitzerhttps://t.co/A6Z4sOSyN4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 5, 2020
जम्मू-कश्मीर के तीन फोटो पत्रकारों को मिला 2020 का पुलित्जर पुरस्कार
जम्मू-कश्मीर के तीन फोटो पत्रकारों को पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने के बाद क्षेत्र में जारी बंद के दौरान सराहनीय काम करने के लिए ‘फीचर फोटोग्राफी’ श्रेणी में 2020 के पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
एसोसिएट प्रेस (एपी) के तीन फोटो पत्रकार मुख्तार खान, यासीन डार और चन्नी आनंद सोमवार रात घोषित पुलित्जर पुरस्कार हासिल करने वाले लोगों की सूची में शुमार हैं। खान ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'मैं अपने जीवनकाल में इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता ... मेरे दोनों परिवार (घर और एपी) के बिना यह संभव नहीं हो सकता था।' पुरस्कारों की घोषणा होने के तुरंत बाद खान ने ट्वीट किया, '' प्रिय साथियों और दोस्तों, मैं केवल आपको धन्यवाद कहना चाहता हूं और यह पुरस्कार हमारे लिए सम्मान की बात है।''
खान की तरह ही श्रीनगर से आने वाले डार ने कहा, 'मैं हमेशा ही हमारे साथ खड़े रहने के लिए आपको शुक्रिया कहना चाहूंगा। यह सम्मान हमारी कल्पना से भी कहीं अधिक बढ़कर है। यह सम्मान पाकर अभिभूत हूं।' नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘जम्मू-कश्मीर में पत्रकारों के लिए यह साल मुश्किल रहा और पिछले 30 साल को देखते हुए यह कह पाना आसान नहीं है। यासिन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए शुभकामनाएं।’
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने भी फोटो पत्रकारों को बधाई देते हुए कहा , ‘‘ अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान को गैरकानूनी तरीके से हटाए जाने के बाद कश्मीर में उत्पन्न हुए मानवीय संकट को तस्वीरों में उतारने के लिए यासिन डार, मुख्तार खान को बधाई। कमाल है कि हमारे पत्रकारों को विदेश में सम्मान मिल रहा है जबकि अपने ही घर में निर्दयी कानून के तहत उन्हें दंडित किया जाता है।’’ उन्होंने यह ट्वीट अपनी मां महबूबा के अकाउंट से किया। वरिष्ठ पत्रकार युसूफ जमील ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश के पत्रकारों के लिए यह गर्व की बात है।