असम के 25 जिले बाढ़ की चपेट में, अब तक 22 की मौत, बाढ़-बारिश से 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित
By गुणातीत ओझा | Published: June 30, 2020 05:53 AM2020-06-30T05:53:31+5:302020-06-30T05:53:31+5:30
असम के 33 में से 25 जिले सोमवार को बाढ़ की चपेट में आ गये तथा बाढ़ के कारण अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यह जानकारी दी। प्राधिकरण के अनुसार डिब्रूगढ़ में दो तथा बारपेटा एवं ग्वालपारा जिलों में एक एक व्यक्ति की जान चली गयी।
गुवाहाटी। असम के 33 में से 25 जिले सोमवार को बाढ़ की चपेट में आ गये तथा बाढ़ के कारण अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यह जानकारी दी। प्राधिकरण के अनुसार डिब्रूगढ़ में दो तथा बारपेटा एवं ग्वालपारा जिलों में एक एक व्यक्ति की जान चली गयी। धेमाजी, लखीमपुर, उदालगिरि, चिरांग, दर्रांग, नालबारी, बारपेटा, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमारा, ग्वालपारा, कामरूप, कामरूप (मेट्रो), मोरीगांव, होजाई, नगांव, गोलाघाट, जोरहट, मजूली, शिवसागर, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया और पश्चिमी कर्बी आंगलोंग जिले बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। बाढ़ की सबसे अधिक मार बारपेटा पर पड़ी है जहां तीन लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। दक्षिण सालमारा में 1.95 लाख , नालबारी में 1.17 लाख तथा मोरीगांव एंव धेमाजी जिले में एक एक लाख लोग बाढ़ से बेहाल हैं। ब्रह्मपुत्र नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उसकी सहायक नदियां भी उफान पर हैं।
10 लाख से अधिक लोग प्रभावित
असम में सोमवार को बाढ़ का कहर जारी रहा जिसके कारण राज्य में चार लोगों की जान चली गई और लगभग 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में रविवार को दक्षिण पश्चिमी मानसून के कारण लगातार बारिश हुई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार असस में बाढ़ से 25 जिलों में लगभग 13.2 लाख लोग प्रभावित हुए है। बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को बाढ़ के कारण डिब्रूगढ़ में दो, बारपेट और गोलपारा में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। असम में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में हुई बारिश से कई महीनों की गर्मी से बेहाल लोगों को राहत मिली है।
दिल्ली में बारिश से राहत
दिन में दिल्ली के कई हिस्सों में पारा 40 डिग्री के नीचे रहा। सफदरगंज निगरानी केंद्र के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि आर्द्रता का स्तर 41 से 78 प्रतिशत के बीच रहा। पालम, नजफगढ़, आयानगर और पूसा में मौसम केंद्रों ने अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और 44 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया। अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के दाखिम गांव में रात भर हुई बारिश के कारण हुए भूस्खलन में दो महिलाओं और एक बच्चे सहित चार लोग घायल हो गए। साथ ही बाढ़-बारिश के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई मवेशी मारे गए। घायलों की पहचान रमौती देवी (75), नारा देवी (35), भूपाल सिंह (35) और चार वर्षीय लक्की के रूप में हुई।
हरियाणा और पंजाब में तापमान सामान्य स्तर पर
हरियाणा और पंजाब में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य स्तर पर रहा, जबकि राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के अंबाला में अधिकतम 36.3 डिग्री सेल्सियस, जबकि भिवानी और हिसार में क्रमश: 40.6 डिग्री सेल्सियस और 40.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। करनाल का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस, जबकि लुधियाना में 35.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटियाला का अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के अकोला जिले की अकोट तहसील में सोमवार को बारिश के कारण एक 45 वर्षीय महिला की नाले में डूबने से मौत हो गई। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से झुलसी एक महिला समेत तीन लोगों को ग्रामीणों ने कथित रूप से ठीक करने के लिए गाय के गोबर में दबा दिया। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है। उत्तर प्रदेश में, राज्य की राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, बलिया (7.0 सेमी), गोरखपुर (3.6 सेमी), झांसी (एक सेमी), फुर्सतगंज (7.4 मिमी), वाराणसी (4.6 मिमी), बांदा (4.0 मिमी) और मुज़फ्फरनगर में (3.0 मिमी) वर्षा दर्ज की गई। आगरा यूपी का सबसे गर्म शहर रहा जहां अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 30 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश / गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।