कोरोना से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने उठाया बड़ा कदम, 22 आईएएस, आईएफएस और पीसीएस अधिकारियों को मरीजों को ट्रेकिंग में लगाया
By भाषा | Published: July 30, 2020 08:38 PM2020-07-30T20:38:24+5:302020-07-30T20:38:24+5:30
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है और 22 आईएएस, आईएफएस एवं पीसीएस अधिकारियों को कोविड मरीज ट्रैकिंग अधिकारी (सीपीटीओ) के रूप में तैनात किया है।
चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने 22 आईएएस, आईएफएस एवं पीसीएस अधिकारियों को गुरुवार को कोविड मरीज ट्रैकिंग अधिकारी (सीपीटीओ) के रूप में तैनात किया है। राज्य सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन ने बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार ने इन अधिकारियों को सीपीटीओ के रूप में तैनात किया है। इसका उद्देश्य मरीजों के संक्रमित होने से उनका उपचार पूरा होने तक जिला स्तर पर समन्वय स्थापित करना और शीघ्र प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि ये अधिकारी अपने मौजूदा ड्यूटी के अलावा सीपीटीओ की भूमिका में भी काम करेंगे और संबंधित उपायुक्तों को रिपोर्ट करेंगे । उन्होंने कहा कि सीपीटीओ को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि प्रयोगशाला से मरीज के संक्रमित होने की घोषणा के बाद उन्हें हर मरीज की विस्तृत जानकारी प्राप्त हो।
अधिकारी ने यह भी कहा कि इसके अलावा सीपीटीओ प्रयोगशालाओं के साथ संपर्क में भी रहेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि जांच रिपोर्ट में अनावश्यक देरी नहीं हो। मुख्य सचिव ने कहा कि सीपीटीओ यह सुनिश्चित करेंगे के सभी संक्रमित मरीजों को नजदीक के स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में ले जाया जाये ताकि उनके स्वास्थ्य स्थिति का आकलन किया जा सके और आगे के इलाज को अंतिम रूप दिया जा सके।
महाजन ने कहा कि सीपीटीओ को निर्णय लेने और उपायुक्तों के परामर्श से जीवन बचाने के लिए आवश्यक किसी प्रकार का खर्च करने के लिये अधिकृत किया जाएगा। उन्होने कहा कि सीपीटीओ के पास कोविड देखभाल केंद्रों, सरकारी एवं निजी अस्पतालों में स्थित वेंटिलेटरों एवं बिस्तरों की पूरी सूची एवं एम्बुलेंस सेवा प्रदाताओं की जानकारी भी उपलब्ध होगी।
मुख्य सचिव ने जोर देकर कहा कि सीपीटीओ गृह पृथक—वास में रह रहे प्रत्येक मरीजों दैनिक निगरानी सुनश्चित करेंगे । उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों की मौत की स्थिति में सीपीटीओ यह भी सुनिश्चित करेंगे कि जितनी जल्दी संभव हो सके मृतकों की अंत्येष्टि की जाए।