लॉकडाउन का असर: कोलकाता के बाजारों में अफरातफरी, किराना के साथ-साथ लोग खरीद रहे अतिरिक्त रसोई गैस सिलेंडर
By भाषा | Published: March 25, 2020 03:40 PM2020-03-25T15:40:59+5:302020-03-25T15:40:59+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की शाम कोरोना वायरस के प्रकोप पर काबू के लिए 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की थी।
कोरोना वायरस के कारण देश भर में लागू लॉकडाउन के पहले दिन पश्चिम बंगाल के एक बड़े हिस्से में बुधवार को सड़कें पूरी तरह से खाली रहीं लेकिन कोलकाता के कई बाजारों में खरीदारी करने वाले लोगों के बीच अफरातफरी की स्थिति रही। सामाजिक दूरी बनाए रखने के सुझाव के बावजूद लोग बाजारों में उमड़ रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की शाम कोरोना वायरस के प्रकोप पर काबू के लिए 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की थी। सुबह निजी वाहन सड़कों पर नहीं दिखे वहीं आवश्यक वस्तुओं से संबंधित इकाइयों को छोड़कर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद थे। प्रमुख रेलवे स्टेशन, बस टर्मिनल और हवाईअड्डे सुनसान थे। केवल कुछ पुलिस वाहन और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े वाहन ही सड़कों पर दिख रहे थे।
हॉकरों ने लगातार दूसरे दिन राज्य के अधिकांश हिस्सों में समाचार पत्र वितरित नहीं किए। बड़े पैमाने पर लोगों के एकत्र होने पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद, शहर के कुछ हिस्सों में लोग आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिए बाजारों में देखे गए। गैस एजेंसियों के बाहर लोगों की कतार लगी हुयी थी और वे लॉकडाउन के मद्देनजर अतिरिक्त एलपीजी सिलेंडर खरीद रहे थे।
पुलिसकर्मी लोगों से घरों के अंदर रहने के लिए अपील कर रहे थे और उन्हें बता रहे थे कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार किराना, रसोई गैस सिलेंडर और खाद्यान्न की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। राज्य में इस बीमारी से पीड़ित नौ लोगों में से एक की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि बंद का उल्लंघन करने के आरोप में सोमवार शाम से कोलकाता में 1,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।