मथुराः जन्माष्टमी पर बांकेबिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान भगदड़, दो श्रध्दालुओं की मौत, 7 घायल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 20, 2022 08:15 AM2022-08-20T08:15:15+5:302022-08-20T10:30:19+5:30
सिटी मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे ने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों की पहचान नोएडा सेक्टर-99 की रहने वाली निर्मला देवी और रुक्मणि बिहार कॉलोनी निवासी राम प्रसाद विश्वकर्मा के रूप में हुई है।
मथुरा: उत्तर प्रदेश के वृंदावन में बांकेबिहारी मंदिर में शुक्रवार देर रात ठाकुर जी के महाभिषेक के बाद मंगला आरती के समय भगवान की एक झलक पाने के लिए मची भगदड़ में दो श्रध्दालुओं की दबकर मौत हो गई, जबकि सात अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
वहीं प्रशासन का कहना है कि अत्यधिक भीड़ हो जाने से परिसर में लोगों का दम घुटने लगा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना बांके बिहारी मंदिर में आधी रात को आयोजित समारोह के दौरान हुई। सिटी मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे ने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों की पहचान नोएडा सेक्टर-99 की रहने वाली निर्मला देवी और रुक्मणि बिहार कॉलोनी निवासी राम प्रसाद विश्वकर्मा के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और शनिवार सुबह शवों को लेकर घर चले गए। दुबे के मुताबिक, मंदिर में जिस समय भगदड़ मची, उस समय जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव और नगर आयुक्त अनुनय झा सहित भारी पुलिस बल वहां मौजूद था। उन्होंने बताया कि भगदड़ मचते ही पुलिस और निजी सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालुओं को मंदिर से बाहर निकालना शुरू कर दिया।
मथुरा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अभिषेक यादव ने NDTV को बताया, मंगला आरती थी। आस्था की वजह से दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं। अथाह भीड़ होती है। मंदिर के गेट नंबर 4 पर भीड़ की वजह से लोगों का दम घुटने लगा और कई बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला और पुरुष शामिल हैं।
गौरतलब है कि मथुरा को भगवान कृष्ण की जन्मभूमि माना जाता है। जन्माष्टमी के पर्व पर बांके बिहारी मंदिर में साल में एक बार मंगला आरती होती है। मंदिर में इस दौरान क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ हो गई थी। जहां दम घुटने से दो लोगों की मौत हो गई। प्रशासन का कहना है कि मंदिर का परिसर काफी छोटा है। और श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा हो गई थी जिस कारण ये हादसा हुआ।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को हुआ था। जन्माष्टमी पर मध्यरात्रि अनुष्ठान के बाद विशेष प्रसाद का वितरण किया जाता है।