मुंबई में कोरोना संक्रमण के 1413 नए मामले आए सामने व 40 लोगों की हुई मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 1, 2020 09:50 PM2020-06-01T21:50:35+5:302020-06-01T21:50:35+5:30
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक धारावी में मई महीने के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमण के करीब 1,400 नये मामले सामने आए हैं।
मुंबई: देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। महाराष्ट्र में कोरोना के 2361 नए मामले सामने आए और 76 लोगों की मौत हुई। राज्य में कुल केस 70,013 केस सामने आए। राज्य में अब तक 2362 लोगों की मौत हो गई। मुंबई में कोरोना संक्रमण के 1413 नए मामले आए सामने व 40 लोगों की मौत हुई। मुंबई में कुल संक्रमितों की संख्या 40,877 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग, महाराष्ट्र ने इस बात की जानकारी दी है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक धारावी में मई महीने के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमण के करीब 1,400 नये मामले सामने आए हैं। यह संख्या अप्रैल के मुकाबले 380 प्रतिशत अधिक है जिससे यहां के लोगों की चिंता बढ़ गई है।
40 deaths & 1413 new COVID19 positive cases reported in Mumbai today; total number of positive cases in Mumbai is now 40,877: Municipal Corporation Greater Mumbai pic.twitter.com/PYBN640v1W
— ANI (@ANI) June 1, 2020
हालांकि, बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने दावा किया कि स्थिति सुधरी है और संक्रमण फैलने की दर नियंत्रण में है। उल्लेखनीय है कि करीब 6.5 लाख लोग ढाई वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में घनी बस्ती में रहते हैं। अधिकारी ने बताया कि सामाजिक दूरी के अनुपालन में आ रही परेशानी के अलावा पतली गलियां, छोटे-छोटे घर, अस्वच्छ हालात, सामूहिक शौचालय और अन्य कारण कोविड-19 फैलने का सबसे बड़ा कारण है। अप्रैल महीने में धारावी में कुल 369 मामले सामने आए थे जो मई के अंत संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,771 हो गई।
मुंबई में सामने आए कुल संक्रमितों में अकेले 4.4 प्रतिशत धरावी में आए हैं जो इस झुग्गी बस्ती में संक्रमण की तीव्रता को रेखांकित करता है। धारावी में मामलों में तेजी के साथ-साथ मौतें भी अधिक हुई है। अप्रैल में धारावी में कोविड-19 से 18 लोगों की मौत हुई थी जबकि मई में 70 लोगों ने अपनी जान गंवाई। मुंबई में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला 11 मार्च को सामने आया था और इसके 20 दिन बाद एक अप्रैल को धारावी में कोविड-19 का पहला मामला बलिगा नगर में आया, जो प्रशासन के लिए खतरे की घंटी थी। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक धारावी में शुरुआत में संक्रमण की दर धीमी थी और एक पखवाड़े में 100 मामले आए जबकि तीन मई को संक्रमितों की संख्या 500 के पार पहुंच गई।
इसके बाद संक्रमण के दर में और तेजी आई और अगले दस दिन में यानि 13 मई को संक्रमितों की संख्या एक हजार के पार हो गई जबकि 23 मई को संक्रमितों की संख्या 1,500 के भी पार पहुंच गई। हालांकि, बीएमसी के अधिकारियों ने दावा किया है कि धारावी में गत एक हफ्ते में संक्रमण की दर में कमी आई है और 28 और 30 मई को 18-18 नये मामले सामने आए थे। धारावी में सामने आए कुल 1,771 मामलों में सबसे अधिक 243 मामले माटुंगा श्रमिक शिविर इलाके के हैं। वहीं कुंभरवदा और मुकुंद नगर इलाके में क्रमश: 116 और 86 मामले सामने आए हैं।
बीएमसी अधिकारी ने बताया, ‘‘जिन इलाकों में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं उनकी पहचान अधिक खतरे वाले स्थान के रूप में की गई है और घर-घर जाकर लोगों की जांच की जा रही है।’’ सहायक नगर आयुक्त (जी उत्तर जिसमें धारावी आता है) किरण दिघावकर ने बताया कि झुग्गी बस्ती में गत दिनों में स्थितियां सुधर रही हैं और आने वाले दिनों में और सुधार की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘धारावी में मामलों के दोगुने होने की दर 31 दिन हो गई है और मृत्यु दर में भी कमी आई है। शुरुआती 60 मौतें के बाद मौतों में उल्लेखनीय कमी आई है।’’ किरण ने बताया, ‘‘धारावी में मई के पहले पखवाड़े में छह दिनों में संक्रमितों की संख्या दो गुनी हो रही थी जबकि अप्रैल के पहले पखवाड़े में हर दो दिन में मामले दोगुने हो रहे थे। ’’