पाकिस्तानी टीवी पर चूमने, गले लगाने के दृश्यों और 'अभद्र' कपड़ों पर लगेगी रोक, इस्लामी शिक्षा और पाकिस्तान तहजीब का दिया हवाला
By अनिल शर्मा | Published: October 23, 2021 12:41 PM2021-10-23T12:41:35+5:302021-10-23T14:06:37+5:30
PEMRA ने कहा है, पाकिस्तानी समाज की इस्लामी शिक्षाओं और संस्कृति की अवहेलना करते हुए गले लगाना/चूमना/विवाहेतर संबंध, अश्लील/बोल्ड ड्रेसिंग, बिस्तर के दृश्य और विवाहित जोड़े की अंतरंगता को ग्लैमराइज किया जा रहा है।
इस्लामाबादः पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए/ PEMRA) ने पाकिस्तानी टीवी चैनलों को निर्देश दिया है कि वे टेलीविजन नाटकों में चूमना और गले लगना बंद करें। इस्लामी शिक्षाओं और 'पाकिस्तानी संस्कृति' के उल्लंघन का हवाला देते हुए PEMRA ने कहा कि ऐसी सामग्री के प्रसारण पर तुरंत रोक लगाई जाए।
PEMRA ने अपने आदेश में उन दृश्यों का विस्तार से जिक्र किया है जिनपर पाबंदी लगाई है/ जिन्हें नाटकों में चित्रित नहीं किया जाना है:
PEMRA ने कहा है, पाकिस्तानी समाज की इस्लामी शिक्षाओं और संस्कृति की अवहेलना करते हुए गले लगाना/चूमना/विवाहेतर संबंध, अश्लील/बोल्ड ड्रेसिंग, बिस्तर के दृश्य और विवाहित जोड़े की अंतरंगता को ग्लैमराइज किया जा रहा है।
अधिसूचना में आगे कहा गया कि "समाज के एक बड़े तबके का मानना है कि नाटक पाकिस्तानी समाज की सही तस्वीर पेश नहीं कर रहे हैं। पीईएमआरए ने पाकिस्तान नागरिक पोर्टल (पीसीपी) और अपनी स्वयं की शिकायत प्रणाली के माध्यम से शिकायतों की बढ़ती संख्या का हवाला देते हुए इस नए निर्देश को जारी करने का कारण बताया है। पढ़ें पूरा आदेश-
बता दें कुछ महीने पहले पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के टेलीविजन और रेडियो कवरेज पर प्रतिबंध लगाया है। टीएलपी को सरकार द्वारा प्रतिबंधित इकाई घोषित किया जा चुका है। सभी सैटेलाइट टीवी चैनलों और एफएम रेडियो स्टेशनों को भेजे गए एक विज्ञप्ति में कहा गया था कि सरकार ने "तहरीक लब्बाइक पाकिस्तान को एक प्रतिबंधित संगठन घोषित किया है। आदेश में कहा गया था कि टीएलपी आतंकवाद के कार्य में लिप्त है और देश की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है।