टोक्यो ओलंपिकः भारतीय हॉकी टीम चार दशक बाद सेमीफाइनल में पहुंची, ब्रिटेन को 3-1 से रौंदा, अब विश्व चैंपियन से होगा मुकाबला
By अभिषेक पारीक | Published: August 1, 2021 07:02 PM2021-08-01T19:02:54+5:302021-08-01T19:46:17+5:30
टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए रविवार का दिन काफी शानदार रहा। पुरुष हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हरा कर इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया चार दशक के बाद ओलंपिक हॉकी के सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही है।
टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए रविवार का दिन काफी शानदार रहा। पुरुष हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हरा कर इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया चार दशक के बाद ओलंपिक हॉकी के सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही है। भारत ने ओलंपिक में आखिरी पदक मास्को ओलंपिक 1980 में स्वर्ण पदक के रूप में जीता था लेकिन तब केवल छह टीमों ने भाग लिया था और राउंड रोबिन आधार पर शीर्ष पर रहने वाली दो टीमों के बीच स्वर्ण पदक का मुकाबला हुआ था। इस तरह से भारत ने 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है।
'भारतीय दीवार' के नाम से मशहूर गोलकीपर पी आर श्रीजेश के शानदार खेल से भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल में पहला पदक जीतने की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए हैं। भारत मंगलवार को होने वाले सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन बेल्जियम से भिड़ेगा जिसने क्वार्टर फाइनल में स्पेन को 3-1 से हराया। एक अन्य सेमीफाइनल आस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच खेला जाएगा।
पुरुष हॉकी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की। दिलप्रीत सिंह ने सातवें मिनट में ही गोल दागकर टीम इंडिया को 1-0 से आगे कर दिया। जिसके बाद गुरुजंत सिंह ने दूसरे क्वार्टर में 16वें मिनट में गोल दागकर टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया। इसके बाद तीसरे क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन ने वापसी की और भारतीय टीम के खिलाफ पहला गोल दागा। 45वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के जरिये सैम्युअल इआन ने गोल किया। इससे एक मिनट पहले भी ब्रिटेन को पेनल्टी कॉर्नर मिला था, लेकिन गोल नहीं हो सका। भारत की ओर से 57वें मिनट में गोल किया गया। यह गोल हार्दिक सिंह ने किया और इस गोल के साथ ही भारत ने अपनी बढ़त को 3-1 तक पहुंचा दिया।
मैच के दौरान मनप्रीत सिंह को 54वें मिनट में पीला कार्ड मिला और ग्रेट ब्रिटेन को पेनल्टी कार्नर दिया गया। इस बार भी श्रीजेश टीम के बचाव में आगे आये। उन्हें हैमस्ट्रिंग से भी जूझना पड़ा। वहीं इससे पहले आस्ट्रेलिया ने नीदरलैंड को पेनल्टी शूट आउट में 3-0 से हराया। यह मैच निर्धारित समय में 2-2 से बराबर था। जर्मनी ने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना को 3-1 से शिकस्त दी थी।
ऐसा रहा है सेमीफाइनल तक का सफर
भारत का सेमीफाइनल का सफर शानदार रहा है। उसने अपने ग्रुप मुकाबले में सिर्फ एक मैंच गंवाया है, जिसमें उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 7 गोल किए थे, वहीं भारत सिर्फ एक गोल कर सका था। हालांकि इसके अलावा भारत ने अच्छा प्रदर्शन किया। भारत ने अपने ग्रुप मैचों में न्यूजीलैंड को 3-2, स्पेन को 3-0, अर्जेंटीना को 3-1, जापान को 5-3 से हराया। वहीं आज क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है।