पाकिस्तान हॉकी टीम के अगले ओलंपिक में खेलने पर मंडराए संकट के बादल, FIH ने दिया दोहरा झटका
By अभिषेक पाण्डेय | Published: May 17, 2019 10:11 AM2019-05-17T10:11:55+5:302019-05-17T10:25:37+5:30
Pakistan Hockey team: इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन द्वारा प्री-क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट में शामिल न किए जाने के बाद पाकिस्तान हॉकी टीम का अगला ओलंपिक खेलना अधर में
पाकिस्तान हॉकी टीम के अगले साल ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लेने की उम्मीदें तब लगभग खत्म हो गईं जब इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH) ने उसे अगले महीने होने वाले प्री-क्वॉलिफाइंग में शामिल नहीं किया।
पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (PHF) के नए महासचिव, आसिफ बाजवा ने इसे पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका करार दिया है। उन्होंने कहा, 'एफआईएच ने ये निर्णय इसलिए लिया क्योंकि हमने फरवरी-अप्रैल में हुई एफआईएच प्रो हॉकी-लीग के लिए अपनी टीम नहीं भेजी थी।'
दिग्गज खिलाड़ी शाहबाज अहमद की जगह लेने वाले बाजवा ने कहा कि वह एफआईएच को खत लिखेंगे और अपने फैसले पर विचार करने के लिए कहेंगे, जिससे कम से कम पाकिस्तान को ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने के लिए जगह मिल सके।
बाजवा ने कहा, साथ ही जल्द मैं महत्वपूर्ण सरकारी अधिकारियों से भी मिलूंगा और पाकिस्तान हॉकी के भविष्य और फंडिग के मुद्दे पर चर्चा करूंगा।
FIH ने PHF पर ठोका 1.70 लाख यूरो का जुर्माना
एफआईएच ने पहले ही अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुई प्रो हॉकी लीग के लिए अपनी टीम ना भेजने के लिए पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन पर करीब 1 लाख 70 हजार यूरो (13.33 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है। एफआईएच का कहना है कि इससे खेल की वैश्विक वृद्धि को नुकसान पहुंचा है। लेकिन आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन ने कहा है कि वह जुर्माना भरने की स्थिति में नहीं है।
लेकिन एफआईएच ने पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन को 20 जून तक जुर्माना भरने ये दोगुने आर्थिक दंड के लिए तैयार रहने को कहा है।
पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन पिछले साल दिसंबर में भारत में हुए हॉकी वर्ल्ड कप में 11वें स्थान पर रहने के बाद से ही मुश्किलों में घिरा हुआ है, जिसके बाद पाकिस्तानी सरकार ने भी इस खेल के लिए और फंड्स जारी करने से मना कर दिया था।
संकट के दौर से गुजर रही है पाकिस्तानी हॉकी
पाकिस्तान में राष्ट्रीय खेल का दर्जा प्राप्त हॉकी के खेल को हाल के वर्षों में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है। इसकी वजह प्रशासनिक कुप्रबंधन, गलत चयन नीतियां और PHF की प्रायोजन और फंड्स प्राप्त करने में विफलता रही है।
एक समय तीन ओलंपिक ओलंपिक, गोल्ड और चार वर्ल्ड कप खिताब विजेता और वैश्विक खिताब जीतने की वजह से जो खेल पाकिस्तान में अपनी सर्वश्रेष्ठ स्थिति में था, वही आज मरणासन्न स्थिति में पहुंच चुकी है और बाजवा का कहना है कि पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन के खाते में महज 7 लाख 65000 रुपये ही हैं।
जनवरी में शुरू हुए एआईएच प्रो-लीग के उद्घाटन सीजन में नौ टीमें हिस्सा ले रही हैं, इस राउंड रॉबिन लीग टूर्नामेंट में टीमें घर और बाहर के मैचों के आधार पर खेल रही हैं, जो जून तक खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट की टॉप-चार टीमें को एफआईएच के ओलंपिक क्वॉलिफिकेशन के लिए सीधा टिकट मिलेगा।