पाकिस्तान हॉकी की हालत पैसे की कमी से खस्ताहाल, ओलंपिक क्वॉलिफायर में हिस्सा लेने पर संशय
By विनीत कुमार | Published: January 8, 2019 09:04 PM2019-01-08T21:04:05+5:302019-01-08T21:04:05+5:30
पाकिस्तान को प्रो-हॉकी लीग में पहले चरण के अपने मैच अगले ही महीने खेलने हैं।
पाकिस्तान हॉकी एक बार फिर पैसे की कमी के कारण सुर्खियों में है। रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (पीएचएफ) की हालत इतनी खराब हो चली है कि वह ओलंपिक-2020 के क्वॉलिफाइंग इवेंट एफआईएच प्रो-हॉकी लीग से नाम वापस लेने के बारे में विचार कर रहा है।
इससे पहले पिछले ही साल के आखिर में पाकिस्तान की हॉकी टीम के भारत में हुए वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लेने को लेकर संशय था। हालांकि, बाद में पाक टीम वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने में कामयाब रही।
पाकिस्तान को प्रो-हॉकी लीग में पहले चरण के अपने मैच अगले ही महीने खेलने हैं। पहला मैच उसे 2 फरवरी को ब्यूनस आयर्स में अर्जेंटीना के खिलाफ खेलना है। इसके बाद पाक टीम को महीने के आखिर में ऑस्ट्रेलिया और फिर न्यूजीलैंड भी जाना है। यही नहीं, दूसरे चरण के लिए पाकिस्तानी टीम को यूरोप के दौरे पर भी जाना होगा।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार पीएचएफ बहुत गंभीरता से प्रो-लीग से हटने के बारे में विचार कर रहा है। पाकिस्तानी टीम अगर प्रो-लीग से हटती है तो उसे दो साल के इंटरनेशनल स्पर्धाओं से निलंबन भी झेलनी पड़ सकती है।
एक आधिकारिक सूत्र के अनुसार, पीएचएफ ने अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैचों के लिए लाहौर में ट्रेनिंग कैम्प लगाया है। इसके लिए 45 खिलाड़ियों को बुलाया भी गया है लेकिन दौरे के खर्चे को लेकर कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है।
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी टीम को ब्यूनस आयर्स, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के दौरे पर 6 मैचों के लिए अभी कम से कम 2.5 करोड़ रुपयों की जरूरत है। साथ ही अगर यूरोप चरण की बात करें तो पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन को 7 करोड़ पाकिस्तान रुपये की जरूरत है।