World Kidney Day: AIIMS में किडनी ट्रांसप्लांट कराने का तरीका और खर्च, गरीब ऐसे कराएं फ्री इलाज
By उस्मान | Published: March 14, 2019 12:05 PM2019-03-14T12:05:56+5:302019-03-14T14:01:54+5:30
एम्स (AIIMS) का नेफ्रोलॉजी विभाग (Department of Nephrology) साल 1972 से एंड स्टेज किडनी डिजीज (End Stage Kidney Disease (ESKD) से पीड़ित रोगियों को किडनी प्रत्यारोपण यानी किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा दे रहा है।
आज दुनियाभर में विश्व किडनी दिवस (World Kidney Day) मनाया जा रहा है। इस दिवस को मनाने के उद्देश्य लोगों को किडनी से जुड़ी बीमारियों और उनसे बचने के बारे में जागरूकता फैलाना है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 14 फीसदी महिलाएं और 12 फीसदी पुरुष किडनी की समस्याओं से पीड़ित हैं। इस दिवस पर आज हम आपको बता रहे हैं कि आप देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट कैसे करा सकते हैं और इसका खर्च क्या है।
एम्स (AIIMS) का नेफ्रोलॉजी विभाग (Department of Nephrology) साल 1972 से एंड स्टेज किडनी डिजीज (End Stage Kidney Disease (ESKD) से पीड़ित रोगियों को किडनी प्रत्यारोपण यानी किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा दे रहा है। अगर आपके परिवार या कोई परिचित किडनी डिजीज से पीड़ित है और एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट की योजना बना रहा है, तो आपको इन बातों की जानकारी होनी चाहिए।
किडनी प्रत्यारोपण के लिए रोगी का पंजीकरण ( Registration of Patient for Transplantation in AIIMS)
क्रोनिक किडनी रोग (chronic kidney disease (CKD) के मरीजों को सबसे पहले नेफ्रोलॉजी विभाग द्वारा संचालित रेनल क्लिनिक एम्स में दिखाना होता है। यहां पर्चा बनने के बाद बीमारी की गंभीरता के आधार पर आगे का इलाज चलता है।
प्रत्यारोपण के लिए डोनर का पंजीकरण (Donor Registration for transplantation)
ईएसकेडी के रोगियों को काउंसलर के मौजूदा कानूनों के अनुसार पंजीकरण के लिए लाने के लिए परामर्श दिया जाता है। उसकी हिस्ट्री ली जाती है और पूरी शारीरिक जांच की जाती है। विभिन्न मेडिकल टेस्ट के बाद ब्लड और फिटनेस रिपोर्ट के पॉजिटिव आने पर आगे का प्रोसेस पूर किया जाता है।
किडनी डोनर कौन हो सकता है ( Who can be Living Donor)
भारतीय प्रत्यारोपण अधिनियम और नियम (Indian Transplant Act and rules) के अनुसार, द्वारा, दादा-दादी, माता-पिता, सहोदर, बच्चे, पोतेम निकट संबंधी और जीवनसाथी किडनी डोनर कर सकते हैं। इनके लिए दस्तावेज़ को लेकर बहुत कम औपचारिकताएं हैं। अगर डोनर कोई और है, तो कुछ कानूनी नियमों को पूरा करना होता है जिसमें थोड़ा समय लगता है।
एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट का खर्चा (cost of kidney transplantation in AIIMS)
ट्रांसप्लांट का खर्चा कर कारकों पर निर्भर है और शुरुआत में इसके सही खर्चे की पुष्टि नहीं की जा सकती है। एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए कोई स्पेशल पैकेज नहीं है लेकिन विभिन्न घटकों पर इतना खर्चा हो सकता है।
गरीब मरीजों को सरकार से सहायता ( Financial Assistance from various government agencies)
भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को मुफ्त इलाज कराया जाता है। आप एम्स जाकर इस संबंध में जानकारी ले सकते हैं। इस योजना को दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना बताया जा रहा है जिसके तहत पांच लाख रुपये तक का फ्री बीमा भी दिया जा रहा है।
ट्रांसप्लांट के लिए रक्त की आवश्यकता (Blood Requirement)
ट्रांसप्लांट सर्जरी के लिए चार से छह यूनिट रक्त की जरूरत होती है, हालांकि हर मामले में इसका उपयोग नहीं किया जाता है।
किडनी ट्रांसप्लांट के लिए कितना समय इंतजार करना होगा (Waiting period for Living Transplantation)
वर्तमान में एम्स में एक हफ्ते में तीन ट्रांसप्लांट हो रहे हैं। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों की भारी संख्या को देखते हुए आपको लगभग आठ महीने इंतजार करना पड़ सकता है।
नोट- इस बारे में पूरे जानकारी को विस्तार से पढ़ने के लिए आप एम्स की वेबसाइट https://bit.ly/2T1Zq4d पर जा सकते हैं.