World Hypertension Day: हाइपरटेंशन क्या है, कारण, लक्षण, नुकसान और बचने के उपाय
By उस्मान | Published: May 17, 2018 10:02 AM2018-05-17T10:02:06+5:302018-05-17T10:02:06+5:30
एक सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 एमएमएचजी होता है। जब ब्लड प्रेशर 140/90 एमएमएचजी या उससे ऊपर हो जाए, तो आप हाइपरटेंशन के शिकार हैं।
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे हर साल 17 मई को मनाया जाता है। वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग द्वारा निर्धारित इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच हाइपरटेंशन के बारे में जागरूकता पैदा करना है। बहुत से लोगों को इस बीमारी की जानकारी नहीं होती है जिसके चलते वो समय पर अपना इलाज नहीं करा पाते हैं। इस बार वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे की थीम दुनिया भर की आबादी में उच्च रक्तचाप (बीपी) की जागरूकता बढ़ाने के लक्ष्य के साथ अपने नंबरों को जानना है।
खराब लाइफस्टाइल, डाइट और स्ट्रेस के चलते आपको कई समस्याएं हो सकती हैं। उनमें से एक ऐसी ही बीमारी हाइपरटेंशन यानी हाई बीपी भी है। हाइपरटेंशन अब एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या बन गई है। इसके कारण देश में हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान नहीं हो पाती है जिस वजह से यह ज्यादा खतरनाक समस्या है। डॉक्टरों के अनुसार यह समस्या तनाव, गलत खान-पान, शराब, तंबाकू, किडनी से जुड़ी बीमारी या फिर फिजिकल एक्टिविटी में कमी आदि से हो सकती है। यह एक गंभीर ऐसी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। गाजियाबाद स्थित अटलांटा हॉस्पिटल में कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर संजय विनायक आपको हाइपरटेंशन इसके लक्षण और बचने के उपाय बता रहे हैं।
हाइपरटेंशन क्या है?
आपका दिल शरीर के सभी अंगों को धमनियों द्वारा खून पहुंचानें का काम करता है। ब्लड फ्लो के दौरान आपका हार्ट एक प्रेशर बनाता है, यह प्रेशर ब्लड वेसेल्स पर पड़ता है। इस दबाव को ही ब्लड प्रेशर कहते हैं। इसमें आपके शरीर में रक्त का प्रवाह बहुत तेज हो जाता है। इस स्थिति में आपके दिल को अधिक काम करना पड़ता है। एक सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 एमएमएचजी होता है। जब ब्लड प्रेशर 140/90 एमएमएचजी या उससे ऊपर हो जाए, तो आप हाइपरटेंशन के शिकार हैं।
हाइपरटेंशन से नुकसान
हाइपरटेंशन का कोई साफ लक्षण दिखाई नहीं देता है इसलिए कभी-कभी लोग इसे पहचानने में धोखा खा जाते हैं। यह न सिर्फ दिल को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि आंखों को खून पहुंचाने वाली धमनियों को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे देखने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। इसी तरह हाई बीपी के कारण किडनी पर भी असर पड़ता है।
हाइपरटेंशन के कारण
1) स्मोकिंग और अल्कोहल
अगर आप किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पाद का सेवन करते हैं तो आपको यह परेशानी हो सकती है। कई अध्ययनों में शराब और ब्लड प्रेशर के बीच सीधा संपर्क पाया गया है।
2) तनाव
जब आप कई दिनों तक स्ट्रेस में होते हैं तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।
3) नमक का अधिक सेवन
बाहर का खाना या फिर जंक फूड में अत्यधिक नमक होने के कारण लोगों को हाई ब्लड प्रेशर का शिकार बना देता है। इसलिए आपको बहुत ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए।
4) एक्सरसाइज नहीं करना
व्यायाम ना करने से आपकी धमनियां प्रभावित हो सकती हैं। अगर वे अपनी लोच खो देंगी, तो बीपी बढ़ सकता है। इसलिए एक्सरसाइज के रूप में नियमित गतिविधियां करना बहुत जरूरी है।
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5) खराब डाइट
जितने भी अनहेल्दी फूड होते हैं, उनमें प्रिज़र्वेटिव्स, केमिकल और रिफाइंड फ्लोर आदि मिले होते हैं, जोकि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं। इन्हें नियमित खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
हाइपरटेंशन के लक्षण
-सीने में दर्द
-छाती में जकड़न या दबाव
-सांसों की कमी
-थकान
- गर्दन, पीठ, हाथ या कंधों में दर्द
- लगातार खांसी
-भूख में कमी
-पैर या टखने में सूजन
हाइपरटेंशन के उपचार
- आपको अपनी डाइट में हेल्दी फूड शामिल करने चाहिए। आप फलों हरी सब्जियों को शामिल कर सकते हैं।
-हमेशा घर का बना खाना खाएं।
-आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- एक जगह बैठने की बजाय शारीरिक रूप से सक्रिय भी रहें।
-जीवन में स्वस्थ वजन को बनाए रखना आपकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
-शराब से बचें। अत्यधिक शराब हाइपरटेंशन के साथ-साथ कई बीमारियों को जन्म देती है।
- स्मोकिंग से बचें। स्मोकिंग से न केवल आपके फेफड़े खराब हो सकते हैं बल्कि दिल की कई बीमारियों को भी जन्म दे सकती है।
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-टाइम मैनेजमेंट करना सीखिए। साथ ही इस बात का ध्यान दीजिए कि कहीं आप ज्यादा तनाव तो नहीं ले रहे हैं।
-वैसे नमक हर किसी को कम खाना चाहिए, लेकिन जिन्हें हाइपरटेंशन है, उन्हें भी कम से कम नमक का सेवन करना चाहिए।
-इसके अलावा कैफीन की मात्रा भी सीमित करें।
-हाइपरटेंशन के रोगियों को नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर की जांच करवानी चाहिए।
(फोटो- पिक्साबे)