World Cancer Day: कैंसर से बचने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?, जानिये कैंसर का खतरा कम करने वाले 5 फूड
By उस्मान | Published: February 4, 2021 10:10 AM2021-02-04T10:10:45+5:302021-02-04T10:10:45+5:30
कैंसर डाइट प्लान : जानिये किन चीजों को खाने से कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है
आप जो भी खाते-पीते हैं उससे आपका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। बेहतर खानपान के जरिये ही आप हृदय रोग, डायबिटीज और कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो शरीर में धीरे-धीरे घर करती है।
इस बीमारी का होना या नहीं होना काफी हद तक खाने-पीने की आदतों से जुड़ा है। खाने-पीने की कई चीजें हैं, जो शरीर में कैंसर को बढ़ावा दे सकती हैं और कुछ चीजों में ऐसे यौगिक होते हैं जो कैंसर के विकास को कम करने में मदद कर सकते हैं।
आज विश्व कैंसर दिवस है और इस अवसर पर हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं जिनके खाने या नहीं खाने से इस बीमारी का संबंध है।
कैंसर से बचने के लिए क्या खाएं (Foods that could lower risk of Cancer)
ब्रोकली
बेशक इस सब्जी में कोई स्वाद नहीं होता है लेकिन इसमें सल्फोराफेन होता है। यह एक ऐसा यौगिक है जिसमें शक्तिशाली एंटीकैंसर गुण हो सकते हैं। सल्फोराफेन ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं के आकार और संख्या को 75% तक कम कर सकता है।
कई अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि ब्रोकोली जैसी सब्जियों का अधिक सेवन कोलोरेक्टल कैंसर के कम जोखिम से जुड़ा हो सकता है। इस तरह की सब्जियां खाने से कोलोरेक्टल और कोलोन कैंसर का कम जोखिम होता है।
गाजर
कई अध्ययनों में पाया गया है कि अधिक गाजर खाने से कुछ प्रकार के कैंसर के कम जोखिम से जुड़ा हुआ है। गाजर खाने से पेट के कैंसर का खतरा 26% तक कम हो सकता है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि गाजर का अधिक सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर के विकास के 18% तक कम कर सकता है।
बीन्स
बीन्स फाइबर का भंडार होते हैं, कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि कोलोरेक्टल कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। एक पशु अध्ययन में यह भी पाया गया कि चूहों को ब्लैक बीन्स या नेवी बीन्स खिलाने से उनमें 75% तक कैंसर कोशिकाओं के विकास को अवरुद्ध कर दिया।
बेरीज
बरेज में anthocyanins की मात्रा अधिक होती है, यह एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं और कैंसर के जोखिम क कम कर सकते हैं। एक मानव अध्ययन में, कोलोरेक्टल कैंसर वाले 25 लोगों का सात दिनों तक बिलबेरी का जूस दिया गया और पाया कि उनमें कैंसर कोशिकाओं का विकास 7% तक कम हो गया था, इससे मुंह के कैंसर और पेट के कैंसर से भी बचने में मदद मिल सकती है।
दालचीनी
दालचीनी में रक्त शर्करा को कम करने और सूजन को कम करने की क्षमता है। जानवरों के अध्ययन में पाया गया है कि दालचीनी कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को रोकने में मदद कर सकती है। दालचीनी का रस कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को कम कर सकता है। इसका तेल सिर और गर्दन के कैंसर की कोशिकाओं को कम कर सकता है।
इन चीजों का भी करें सेवन
इसके अलावा आपको नट्स, ओलिव ऑयल, हल्दी, खट्टे फल, फ्लैक्ससीड, टमाटर, लहसुन फैटी फिश आदि चीजों का भी सेवन करना चाहिए। इन चीजों में कैंसर को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं।
किन चीजों को खाने से कैंसर का खतरा बढ़ता है (Cancer causing foods)
प्रोसेस्ड मीट
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, प्रोसेस्ड मीट कैंसर का कारण बनता है। यह विशेष रूप से कोलोरेक्टल और पेट के कैंसर से जुड़ा हुआ है। प्रोसेस्ड मीट के उदाहरणों में शामिल हैं: फ्रैंकफ्टर हॉटडॉग्स, हैम, सॉसेज, कॉर्न बीफ, बीफ झटकेदार और डिब्बाबंद या लंच मीट।
शराब
डॉक्टर यह सलाह देते हैं कि शराब सेवन को कम से कम करें। इसे कैंसर पैदा करने के लिए जाना जाता है। अधिक मात्रा में शराब के सेवन से आपको मुंह, गले, ग्रासनली, स्तन, यकृत, पेट और आंत्र का कैंसर हो सकता है।
मीठे पेय पदार्थ और नॉन-डाइट सोडा
मोटापा कई कैंसर के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है, और इस तरह स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यह एक संतुलित आहार के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। इन चीजों के नियमित रूप से सेवन से मोटापा बढ़ सकता है जो आगे चलकर कैंसर का खतरा पैदा कर सकता है।
फास्ट फूड या प्रोसेस्ड फूड
बॉडी का मोटापा कई कैंसर का कारण है। वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड ने फास्ट फूड या प्रोसेस्ड फूड में वसा, स्टार्च या शर्करा की मात्रा अधिक होने के कारण इनके सीमित करने की सलाह दी है। इनके कम सेवन से कैलोरी सेवन को नियंत्रित करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
रेड मीट
अधिक मात्रा में रेड मीट खाने और कैंसर के बीच सबसे मजबूत लिंक कोलोरेक्टल कैंसर है। हालांकि यह अग्नाशय और प्रोस्टेट दोनों तरह के कैंसर का भी कारण बन सकता है। कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए, आपको प्रति सप्ताह 65-100 ग्राम से अधिक पकाया हुआ मांस नहीं खाना चाहिए।