Women Hygiene: मानसून में संक्रमण से बचने के लिए महिलाएं करें ये उपाय, रहे स्वस्थ
By प्रिया कुमारी | Published: June 28, 2020 06:20 PM2020-06-28T18:20:25+5:302020-06-28T18:24:34+5:30
गर्मी और बारिश के मौसम में महिलाएं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपको इंफेक्शन से बचा के रखेंगे।
भारत में मानसून की शुरुआत हो चुकी है, ये मौसम बारिश के साथ कई बीमारियों को लेकर आता है। ऐसे में आपको हाइजीन पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। बदलते मौसम के दौरान संक्रमण जैसी बीमारियां आपके आस-पास ही रहती है। मानसून के साथ-साथ कोरोना का खतरा अलग से बना हुआ है। जो हमारे लिए किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है। इस परिस्थिति में आपको ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
इस समय अपने आप को साफ, किटाणुरहित और स्वच्छ बनाए रखना अधिक महत्वपूर्ण है। इस मौसम में यूटिआई की समस्या हो सकती है। इसलिए इस दौरान महिलाओं को प्राइवेट पार्ट्स की स्वच्छता बनाए रखने की जरूरत है। आपको ऐसी किसी भी चीज से बचना चाहिए जो गर्मी और पसीने की समस्या को बढ़ाता है, क्योंकि इससे बैक्टीरियां का विकास हो सकता है और Vaginal Infection हो सकता है।
भीगे हुए कपड़ो से पहनने से बचे
कई बार आप बारिश में भीग जाते है तो तुंरत कपड़े बदल लें। कई बार कपड़े तो बदल लेते हैं लेकिन अंजरवेयर नहीं बदलते जिससे हमारे अंडरवेयर की नमी हमारे शरीर को नुकसान पहुंचता है। इस मौसम में ब्रीथएबल इनरवियर / लिंगरी फैब्रिक वाले कपड़ों का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि सिंथेटिक कपड़े पहनने से नमी बरकरार रह सकती है और जलन और घर्षण हो सकता है। इसलिए इस टाइप के कपड़ो को ज्यादा देर तक ना पहने। इसके अलावा अगर आप बारिश में भीग जाते हैं, तो तुरंत स्नान करे है और खुद को सुखा रखे।
टाइट कपड़े न पहने
वैसे तो कपड़ों को हर मौसम में चूज करके पहना चाहिए। लेकिन गर्मी और बरसात में कपड़ो को चयन ध्यान से करें क्योंकि कपड़ो से आपको कई तरह की परेशानी होती है। स्कीन जींस और शॉट्स पहनने की कोशिश करें। बहुत ज्यादा टाइट कपडें ना ही पहने तो ज्यादा अच्छा होगा। अधिक पसीना आने से कपड़ों में हवा का आना जाना बंद हो जाता है। ऐसे में आपकी स्कीन में रैशेस हो सकते हैं। तो हो सके तो ढीले कपड़े पहने ताकि से हवा प्रवाह करते रहे।
हाइजीन का रखे खास ख्याल
बैक्टीरिया के संक्रमण और गंध से मुक्त रखने के लिए अक्सर प्राइवेट पाट्स को साफ करें। दिन में दो बार सुबह नहाते समय और सोने से पहले प्राइवेट पार्ट को साफ रखें। अगर अधिक पसीना हो तो हमेशा साफ कपड़ा और सूखे कपड़े का ही इस्तेमाल करें। अपने प्राइवेट पाट्स को साफ रखने के लिए बाजार के प्रोडक्ट का इस्तेमाल ध्यान देकर करें।
अपने आप को हाइड्रेटेड रखें
यूरिनरी ट्रैक्स को स्वास्थ बनाने के लिए पानी सेहत के लिए जरूरी है। इसलिए खूब पानी पीएं। पानी हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलने में मदद करता है। ये आपके शरीर के पीएच संतुलन को बनाए रखता है। मौसम में नमी और पसीने के कारण व्यक्ति के शरीर से महत्वपूर्ण पदार्थों को खो देता है। जिससे पेशाब करने के दौरान जलन और अंतरंग क्षेत्र में जलन हो सकती है। इस बात पर अगर ध्यान ना दिया जाए तो यूटीआई इन्फेक्शन का कारण बन सकता है।
हेल्दी खाना खाएं
ज्यादा मसालेदार खाना न खाए, क्योंकि अधिक अम्लीय भोजन पीएच असंतुलन का कारण बन सकता है। और प्राइवेट पाट्स के एरिया की खराब स्मेल को बढ़ा सकता है। सादा दही, प्याज, लहसून, स्ट्रॉबरी और हरी पत्तेदार सब्जियों से प्री प्रोबायोटिक्स से भरपूर भोजन का सेवन करें।