चावल से बेहतर क्यों है रोटी? जानिए वजन पर नजर रखने वालों और मधुमेह रोगियों के लिए कैसे ये विकल्प है अधिक स्वस्थ
By मनाली रस्तोगी | Published: August 13, 2024 07:23 AM2024-08-13T07:23:00+5:302024-08-13T07:24:31+5:30
आजकल की बिजी लाइफस्टाइल की वजह से हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसे किसी एक चीज से ही कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर और प्रोटीन वगेरह मिल जाए, लेकिन जरूरी नहीं कि आप जिस चीज का सेवन कर रहे हो, उसमें आपको ये सब चीजें एकसाथ मिल जाएं।
आए दिन इस बात पर अक्सर लोग चर्चा करते हैं कि चावल बेहतर है या फिर रोटी। दरअसल, आजकल की बिजी लाइफस्टाइल की वजह से हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसे किसी एक चीज से ही कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर और प्रोटीन वगेरह मिल जाए, लेकिन जरूरी नहीं कि आप जिस चीज का सेवन कर रहे हो, उसमें आपको ये सब चीजें एकसाथ मिल जाएं। इसलिए आप जो भी खा रहे हैं, उसका आपको बहुत ध्यान रखना पड़ेगा।
रोटी बेहतर है या चावल?
चावल की तुलना में रोटी में अधिक खनिज होते हैं। हालांकि, रोटी और चावल दोनों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, रोटी में प्रोटीन की बजाय फाइबर की मात्रा अधिक होती है लेकिन चावल की तुलना में इसमें उतनी ही मात्रा में प्रोटीन होता है। ये वे पोषक तत्व हैं जिनकी विशेषकर सफेद चावल में कमी होती है। ये दो पोषक तत्व हैं जो चावल, विशेष रूप से सफेद चावल, बहुत कम मात्रा में प्रदान करते हैं।
इसके अलावा चावल से भरा कटोरा खाने के बाद भी आपको तेजी से भूख लगती है क्योंकि चावल में स्टार्च को पचाना कितना आसान है। यही नहीं, चावल साधारण कार्बोहाइड्रेट से बना होता है। यह रेशेदार नहीं है। यह तेजी से और आसानी से पच जाता है।
रोटी चावल से बेहतर क्यों है?
-मोटापा: रोटी विशेष रूप से मधुमेह और मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए एक स्वस्थ विकल्प है।
-वजन घटाने में सहायक: यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं या आपको मधुमेह की समस्या है तो रोटी चुनना बेहतर विकल्प है।
-चावल तेजी से पचता है: चावल एक साधारण कार्ब है जो तेजी से पचता है और रक्तप्रवाह में ग्लूकोज छोड़ता है, जिससे रक्त शर्करा में वृद्धि होती है। इसके विपरीत, रोटी एक कम-जीआई कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट है, जिसका सेवन करने पर मधुमेह रोगियों के रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रहने में मदद मिलती है।
-रोटी तृप्ति को बढ़ावा देती है: चपाती में मौजूद फाइबर आपके पेट को स्वस्थ रखने के अलावा तृप्ति की भावना को बढ़ाने में मदद करता है।
-नमक का महत्व: रोटियों में नमक की मात्रा इसे खाने के लिए एक और प्रेरणा है। लगभग 120 ग्राम गेहूं में 90 मिलीग्राम सोडियम पाया जा सकता है। और स्वास्थ्य के लिए नमक के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता।
सोडियम पानी को बरकरार रखता है, जो रक्त की तरलता को नियंत्रित करने में सहायता करता है। आपके शरीर को इस पदार्थ की आवश्यकता है क्योंकि गाढ़े रक्त के परिणामस्वरूप हृदय संबंधी समस्याएं और अंग विफलता हो सकती हैं। इसके विपरीत, चावल में बहुत अधिक नमक नहीं होता है।
-पोषक तत्व लाभ: रोटी में सोडियम के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम भी काफी मात्रा में होते हैं, जिनकी चावल में कमी होती है।
इसी क्रम में अब आप ये तय करें कि आपको अपनी डाइट में क्या शामिल करना है और क्या नहीं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों की Lokmat Hindi News पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।)