भारत आया West Nile virus, जानें इस जानलेवा वायरस के लक्षण, बचाव, इलाज

By उस्मान | Published: March 18, 2019 07:23 AM2019-03-18T07:23:32+5:302019-03-18T07:23:32+5:30

केरल में एक सात साल के एक लड़के को वेस्ट नील वायरस (West Nile virus) का संक्रमण होने का मामला सामने आया है। दिल्ली के मशहूर जरनल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी बता रहे हैं कि यह वायरस क्या होता है और इंसान के लिए कितना खतरनाक है।

West Nile virus: Seven year old in Kerala tested positive, know causes, symptoms, prevention, treatment, cure of West Nile | भारत आया West Nile virus, जानें इस जानलेवा वायरस के लक्षण, बचाव, इलाज

फोटो- पिक्साबे

केरल में एक सात साल के एक लड़के को वेस्ट नील वायरस (West Nile virus) का संक्रमण होने का मामला सामने आया है। इस मामले की जांच के लिए एक केंद्रीय दल को वहां भेजा गया है, जो इसकी रोकथाम में प्रशासन की मदद भी करेगा। राज्य के मलप्पुरम जिले के बच्चे का इलाज कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने अधिकारियों को इस बीमारी की रोकथाम और प्रबंधन के लिए केरल सरकार को हरसंभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिये हैं।

इस मामले के प्रकाश में आने से राज्य में दहशत फैल गई है। दिल्ली के मशहूर जरनल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी बता रहे हैं कि यह वायरस क्या होता है और इंसान के लिए कितना खतरनाक है। 

वेस्ट नील वायरस क्या है? (What is West Nile virus)

यह वायरस एक मच्छर के काटने से मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है और इसके अधिकतर मामले उत्तर अमेरिका में सामने आये हैं। वायरस के संक्रमण के शिकार लोगों को बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, चक्कर आना, उल्टी आना और त्वचा पर निशान पड़ना आदि शिकायतें होती हैं।

वेस्ट नील वायरस के लक्षण (symptoms of West Nile virus infection)

वेस्ट नील वायरस से संक्रमित पांच में से चार लोगों में कोई लक्षण नहीं होते हैं। हालांकि ऐसा माना जाता है कि इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति को काफी लंबे समय तक बुखार रह सकता है। हालांकि इसके लक्षणों में बुखार के साथ सिरदर्द, शरीर में दर्द, चक्कर आना, उल्टी आना और त्वचा पर निशान पड़ना आदि की समस्या भी हो सकती है। 

वेस्ट नील वायरस का इलाज (How is West Nile virus treated)

वेस्ट नील वायरस संक्रमण के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। अधिक गंभीर मामलों में गहन अस्पताल देखभाल की आवश्यकता होती है।

वेस्ट नील वायरस से मौत का खतरा (Risk factor of West Nile virus) 

वेस्ट नील वायरस गंभीर बीमारी का कारण तब बनता है, जब यह रक्त / मस्तिष्क को बाधित करता है और मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी को संक्रमित करता है। वायरस दिमाग के कामकाज को बाधित करता है जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। 

कहां से आया वेस्ट नील वायरस

वेस्ट नील वायरस को पहली बार 1999 में न्यूयॉर्क शहर में पाया गया था। यह ज्ञात नहीं है कि अमेरिकी वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई थी लेकिन यह मध्य पूर्व में पाए जाने वाले उपभेदों से सबसे अधिक निकटता से संबंधित है।

Web Title: West Nile virus: Seven year old in Kerala tested positive, know causes, symptoms, prevention, treatment, cure of West Nile

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