धीरे-धीरे खून में यूरिक एसिड बढ़ाकर दर्दनाक 'गाउट' का मरीज बना देती हैं खाने-पीने की ये 30 चीजें

By उस्मान | Published: September 11, 2019 12:26 PM2019-09-11T12:26:43+5:302019-09-11T12:26:43+5:30

uric acid and gout diet plan: गाउट एक ऐसी दर्दनाक समस्या होती है जो खून में यूरिक एसिड लेवल बढ़ने से होती है और इससे आपको जोड़ों, अंगूठों, घुटनों, पिंडली, कोहनी, हाथ के अंगूठे और उंगलियों में दर्द रहता है.

uric acid and gout diet: early signs, symptoms, risk factors, prevention, medical treatment, diet plan, food to eat and food to avoid, home remedies for uric acid and gout in Hindi | धीरे-धीरे खून में यूरिक एसिड बढ़ाकर दर्दनाक 'गाउट' का मरीज बना देती हैं खाने-पीने की ये 30 चीजें

धीरे-धीरे खून में यूरिक एसिड बढ़ाकर दर्दनाक 'गाउट' का मरीज बना देती हैं खाने-पीने की ये 30 चीजें

गाउट (Gout) हड्डियों के जोड़ों से जुड़ी एक पीड़ादायक समस्या है जो शरीर में यूरिक एसिड लेवल बढ़ने से होती है। अगर आपको अचानक जोड़ों में दर्द खासकर अंगूठों में दर्द होता है, तो यह गाउट का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा घुटनों, पिंडली, कोहनी, हाथ के अंगूठे और उंगलियों में दर्द रहता है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। गाउट का दर्द काफी भयानक होता है और उपचार कराने से कुछ दिनों में सही हो सकता है लेकिन यह समस्या उपचार के बाद दोबारा भी हो सकती है। 

गाउट का कारण

गाउट खून में मौजूद यूरिक एसिड केमिकल के कारण होता है। यूरिक एसिड आमतौर पर हानिरहित होता है और शरीर के अंदर बनता है। यह मल-मूत्र के साथ बाहर निकल जाता है। गाउट की बीमारी से ग्रसित लोगों में रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। जिससे यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने लगते हैं और क्रिस्टल इकट्ठा होने से लालिमा, दर्द, जलन व सूजन की समस्या होने लगती है।

गाउट के लक्षण

गाउट के लक्षणों में अक्सर जोड़ों में दर्द रहना, खासकर सुबह को दर्द होना, जोड़ों में सूजन रहना, जोड़ों के आसपास जलन होना और उनका नरम हो जाना आदि शामिल हैं। इसके अलावा घुटनों, पिंडली, कोहनी, हाथ के अंगूठे और उंगलियों में दर्द रहना भी गाउट के संकेत हैं। इस तरह के लक्षण महसूस होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। 

गाउट से बचने के लिए न खाएं ये चीजें

खाने-पीने की कुछ ऐसी चीजें जिन्हें खाने या नहीं खाने से ब्लड यूरिक एसिड लेवल घटता-बढ़ता है जिससे गाउट से पीड़ित लोग प्रभावित हो सकते हैं। अगर आप गाउट से पीड़ित हैं, तो आपको अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिए। गाउट से प्रभावित मरीजों को प्यूरीन से भरपूर चीजों का सेवन कम करना चाहिए।

इन चीजों में पाया जाता है ज्यादा प्यूरीन

कुछ मछली, सीफूड और शेलफिश, जिसमें एंकोवी, सार्डिन, मैकेरल, स्कैलप्स, हेरिंग, मसल्स, कोडफिश, ट्राउट और हैडॉक शामिल हैं। कुछ मीट जैसे बेकन, टर्की, वील, वेनीसन, लिवर, बीफ किडनी, ब्रेन और स्वीटब्रेड। इनके अलावा अल्कोहल में भी यह पाया जाता है। आपको इन चीजों का बिलकुल भी सेवन नहीं करना चाहिए।  

इन चीजों में पाया जाता है थोड़ा कम प्यूरीन

कुछ तरह के मीट जैसे बीफ, वील, पोल्ट्री, पोर्क, और भेड़ का मांस, केकड़ा, सीप और झींगा। कुछ सब्जियों जैसे शतावरी, पालक, हरी मटर, मशरूम और फूलगोभी। कुछ तरह की दाल जैसे किडनी बीन्स, दाल, और लिमा बीन्स आदि में कम मात्रा में प्यूरीन पाया जाता है। आपको इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए या बहुत कम मात्रा में खाएं। 

गाउट के मरीज इन चीजों का करें सेवन

तरल पदार्थों का खूब सेवन करें। इससे रक्त से यूरिक एसिड को हटाने में मदद मिलती है। अपने खाने में कम फैट वाले डेयरी उत्पादों को शामिल करें। कुछ शोध के अनुसार, जो लोग कम फैट वाला दूध पीते हैं या दही का सेवन करते हैं उनमें यूरिक एसिड का स्तर कम होता। अपने खाने में फल, जैसे चेरी, और सब्जियां शामिल करें। 

Web Title: uric acid and gout diet: early signs, symptoms, risk factors, prevention, medical treatment, diet plan, food to eat and food to avoid, home remedies for uric acid and gout in Hindi

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