Cervical Cancer से हर साल 27 लाख महिलाओं की मौत, इस उम्र में करा लें ये 2 टेस्ट, बच जाएगी जान

By उस्मान | Published: February 8, 2019 12:26 PM2019-02-08T12:26:20+5:302019-02-08T12:26:20+5:30

विश्वभर में महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों में गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर (बच्चेदानी के मुख का कैंसर) यानी सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) चौथा सबसे आम कारण है। दुनिया भर में इससे लगभग 270,000 मौत होती हैं और हर साल 530,000 नए मामले सामने आते हैं। 

tips to can prevention from cervical cancer | Cervical Cancer से हर साल 27 लाख महिलाओं की मौत, इस उम्र में करा लें ये 2 टेस्ट, बच जाएगी जान

फोटो- पिक्साबे

विश्वभर में महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों में गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर (बच्चेदानी के मुख का कैंसर) यानी सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) चौथा सबसे आम कारण है। दुनिया भर में इससे लगभग 270,000 मौत होती हैं और हर साल 530,000 नए मामले सामने आते हैं। 

यह अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2050 तक हर साल सर्वाइकल कैंसर के मामले 1 मिलियन तक बढ़ जाएंगे और विकासशील देशों में होने वाली लगभग 90% मौतों के कारण भी यह बीमारी होगी। सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों को कम करने के लिए आपको इन चार बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

1) HPV DNA test  
सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए कई ऑप्शन हैं। इसमें एचपीवी इन्फेक्शन के जांच के लिए HPV DNA test, cervical cytology जिसे Pap test or Pap smear test के नाम से जाना जाता है और co-testing शामिल हैं। सर्वाइकल कैंसर human papillomavirus (HPV) के कारण होता है जिसे और नए एचपीवी डीएनए टेस्ट से एचपीवी की उपस्थिति का पता लगाया जा सकता है। इसलिए आपको किसी भी तरह का लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर मिलना चाहिए और टेस्ट कराना चाहिए। 

2) Epigenetics test 
इस टेस्ट की साल 2018 से शुरुआत हुई है। शोधकर्ताओं के अनुसार, यह टेस्ट पैप स्मीयर और एचएचएचवीवी दोनों टेस्ट को बेहतर बनाता है। एपिजेनेटिक्स-बेस्ड टेस्ट रासायनिक मामलों की जांच करके काम करता है, जो डीएनए के शीर्ष पर बैठते हैं, जो "एपिजेनेटिक प्रोफाइल" बनाते हैं। इस टेस्ट के बारे में कहा जाता है कि इससे पांच साल पहले ही यह पता चल सकता है किसी को सर्वाइकल कैंसर होने वाला है। 

3) HPV vaccination
सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए एचपीवी वैक्सीन एक बेहतर तरीका है। 20 देशों में यह टीका पहले से लगाया जाता है। रिसर्च के अनुसार, ऑस्ट्रलिया में एचपीवी वैक्सीन से लड़के और लड़कियों दोनों का फायदा पहुंचा है। 9 साल से 45 साल की उम्र तक एचपीवी वैक्सीन लेनी चाहिए। एचपीवी के टीके को गार्डासिल 9 कहा जाता है, जो एचपीवी के नौ तरह के इन्फेक्शन से बचाता है, जो ग्रीवा, गुदा और अन्य कैंसर के लिए जिम्मेदार हैं। 

Web Title: tips to can prevention from cervical cancer

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