देश में टीबी के मरीजों की संख्या 18.62 लाख के पार, जानिए टीबी के कारण, लक्षण, बचने के उपाय
By भाषा | Published: December 15, 2018 07:41 AM2018-12-15T07:41:02+5:302018-12-15T07:41:02+5:30
सरकार ने उच्च सदन को बताया कि वर्ष 2018 में नवंबर तक देश में तपेदिक के रोगियों की संख्या बढ़कर 18.62 लाख हो गई है। गत वर्ष यह आंकड़ा 18.27 लाख था।
टीबी यांनी (ट्यूबरक्लोसिस), यह एक संक्रामक बीमारी है। इसे तपेदिक, क्षयरोग, एमटीबी के नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस कीटाणु की वजह से होती है। यह कीटाणु हवा के जरिए एक से दूसरे व्यक्ति में पहुंचते हैं। देश में इस जानलेवा मरीजों की संख्या 18.62 लाख हो गई है।
सरकार ने उच्च सदन को बताया कि वर्ष 2018 में नवंबर तक देश में तपेदिक के रोगियों की संख्या बढ़कर 18.62 लाख हो गई है। गत वर्ष यह आंकड़ा 18.27 लाख था। स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मंगलवार को बताया कि मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी का कारण जल्दी शिनाख्त करने वाली जांच व्यवस्था के विस्तार तथा निजी क्षेत्र और सामुदायिक भागीदारी वाले संस्थानों में देखभाल के इच्छुक मरीजों के साथ जुड़ना है।
साल 2025 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य
मंत्री ने कहा कि मंत्रालय 2025 तक तपेदिक (टीबी) को खत्म करने के लक्ष्य के साथ मंत्रालय ने क्षय रोग (2017-2025) के लिए राष्ट्रीय रणनीतिक योजना (एनएसपी) विकसित की है। मंत्री ने कहा कि प्रमुख रूप से ध्यान वाले क्षेत्रों में- सभी तपेदिक मरीजों की यथाशीघ्र जांच, उपयुक्त मरीज सहायता प्रणाली के साथ गुणवत्ता वाली दवाओं और उपचार व्यवस्था मुहैया कराना आदि शामिल है।
टीबी क्या है?
टीबी यांनी (ट्यूबरक्लोसिस), यह एक संक्रामक बीमारी है। इसे तपेदिक, क्षयरोग, एमटीबी के नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस कीटाणु की वजह से होती है। यह कीटाणु हवा के जरिए एक से दूसरे व्यक्ति में पहुंचते हैं। यदि इलाज ठीक से न हो, तो यह रोग जानलेवा हो सकता है। टीबी आम तौर पर फेफड़ों पर हमला करता है लेकिन यह शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है।
टीबी के लक्षण
- सांस लेने में परेशानी और छाती में दर्द महसूस होना
- खांसी के साथ उल्टी आना
- तीन सप्ताह या उससे लंबे समय तक लगातार तेज खांसी
- बुखार आना
- शरीर में कमजोरी, वजन गिरना या थकान महसूस होना
- खांसी के साथ बलगम का आना
- बुखार आना व ठंड लगना
- रात में पसीना आना
टीबी होने के प्रमुख कारण कारण
- स्मोकिंग
- अल्कोहल
- खराब खानपान
- एक्सरसाइज नहीं करना
- स्वच्छता का अभाव
- पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में रहना
टीबी से बचने के उपाय
हर व्यक्ति रोजाना दस हजार लीटर हवा अंदर लेता है। इस हवा के द्वारा बहुत से कीटाणु जिसमें टीबी भी शामिल है शरीर में प्रवेश करते हैं। इन कीटाणुओं से बचने के लिए आपको पौष्टिक भोजन खाना चाहिए। नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए। स्मोकिंग और अल्कोहल से बचना चाहिए। टीबी के किसी भी लक्षण को महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि इसका पहले चरण में ही इलाज हो जाए।