Sharad Purnima 2020: इम्यून सिस्टम को तेजी से मजबूत करती है शरद पूर्णिमा की खीर, ये भी हैं 4 बड़े फायदे
By उस्मान | Published: October 30, 2020 09:35 AM2020-10-30T09:35:45+5:302020-10-30T09:35:45+5:30
शरद पूर्णिमा की खीर के फायदे : जानिए इस खीर को चांदी के बर्तन में खुले आसामान के नीचे क्यों रखा जाता है
हिन्दू मान्यताओं में पूर्णिमा को बेहद अहम माना जाता है। खासकर शरद पूर्णिमा को। अश्विन मास में आने वाली इस पूर्णिमा को लेकर मान्यता यही है कि चांद अपनी 16 कलाओं को पूरा करता है और इसी दिन चांद से अमृत की वर्षा होती है। शरद पूर्णिमा का एक विशेष धार्मिक महत्व होता है। इस दिन धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
वर्ष शरद पूर्णिमा या आश्विन पूर्णिमा 30 अक्टूबर दिन शुक्रवार को है। शरद पूर्णिमा से ही शरद ऋतु की शुरूआत भी होती है। सिर्फ मान्यताओं में ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी शरद पूर्णिमा को काफी महत्वपूर्ण माना गया है।
जिस तरह प्राचीन मान्यताओं में कहते हैं कि आज के दिन आसमान से अमृत बरसता है उसी तरह साइंस भी इस बात को मानता है कि आज ही के दिन आसमान से कुछ ऐसे रासायनिक तत्व गिरते हैं, जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। आप भी जानिए कैसे चांद की रोशनी में रखा खीर बन जाता है अमृत।
शरद पूर्णिमा खीर के स्वास्थ्य फायदे
यह कहा जाता है कि दूध को जब छोड़ दिया जाता है, तो उसमें लैक्टिक एसिड बढ़ता है जिससे उसमें अच्छे बैक्टीरिया पैदा होते हैं। यही तत्व जब चांद की रोशनी पाकर रिएक्शन करते हैं। यह तत्व सबसे ज्यादा चांद की किरणों को अवशोषित करता है।
सिर्फ यही नहीं चावल में जो स्टार्च होते हैं वह इस प्रक्रिया को आसान बना देते हैं। जिससे जो तत्व तैयार होता है वो हमारे शरीर में कई तरह के रोगों को कम करता है। साथ ही हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद भी होता है। यही कारण रहा कि प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों ने इस दिन चांद की रोशनी में खीर रखकर खाने को कहा।
इसके अलावा, खीर में चावल भी होता है जो स्टार्च से भरपूर होता है जो असंख्य स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह सूजन को कम करता है, आंत के स्वास्थ्य में सुधार करता है, और समग्र सेहत में सुधार करता है। यह भोजन पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसलिए इसे दिव्य अमृत के रूप में रखा जाता है। यह भी कहा जाता है कि यह खीर अस्थमा के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है।
चांदी के बर्तन में खाएं खीर, फायदा होगा दुगाना
इस दिन चांद की रोशनी में चांदी के बर्तन में खीर खाने से और भी फायदेमंद होता है। ऐसा माना जाता है कि चांदी में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक होती है। यही कारण है कि चांदी के बर्तन में खीर रखने और उसी में खाने से खीर और भी अधिक फायदेमंद हो जाती है। मान्यता है कि चांदी के पात्र में खीर खाने से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं।
ये हैं पौराणिक मान्यता
शरद पूर्णिमा की पौराणिक मान्यता भी काफी है। इस दिन लोग ना सिर्फ चांद की पूजा करते हैं बल्कि अपने इष्ट देव की पूजा भी करते हैं। मान्यता है कि इसी दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था। साथ ही आज ही के दिन भगवान कृष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचाया था। यही कारण है कि शरद पूर्णिमा को खासा महत्वपूर्ण माना जाता है।