पुरुषों की तुलना में महिलाओं के हाथ अधिक ठंडे क्यों रहते हैं, शोध में हुआ खुलासा
By गुलनीत कौर | Published: February 16, 2018 06:48 PM2018-02-16T18:48:11+5:302018-02-16T18:49:03+5:30
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज द्वारा किए गए इस शोध में 114 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इन सभी प्रतिभागियों के हाथों को कम से कम 3 मिनट के लिए बर्फ के पानी में हाथ रखने को कहा गया।
आपने अक्सर एक बात नोटिस की होगी कि सर्दियों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के हाथ अधिक ठंडे होते हैं। महिलाओं के अलावा बच्चों के हाथ भी ज्यादा ठंडे ही रहते हैं। कई लोग सोचते होंगे के इसके पीछे एक ही कारण हो सकता है कि पुरुष अधिक स्ट्रांग होते हैं और ठंड से लड़ने में अधिक सक्षम होते हैं, लेकिन इसका असली कारण 'मांसपेशियों' में छिपा है।
अंग्रेजी वेबसाइट 'दि सन' में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं और बच्चों को सर्दियों में अपने हाथ कपड़ों की पॉकेट में या फिर ग्लव्स से कवर इसलिए करने पड़ते हैं क्योंकि पुरुषों की तुलना में उनकी हाथों की मांसपेशियां कम होती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक मांसपेशियों की वजह से ही शरीर गर्म रहता है और यदि ये कम हों तो शरीर का वहिस्सा ठंडा पड़ने लगता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज द्वारा किए गए इस शोध में 114 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इन सभी प्रतिभागियों के हाथों को कम से कम 3 मिनट के लिए बर्फ के पानी में हाथ रखने को कहा गया। इसके बाद शोधकर्ताओं ने थर्मल कैमरा की मदद से हाथों को दोबारा गर्म करने की कोशिश की ताकि वे जान सकें कि ठंडा होने के बाद हाथ कितनी जल्दी गर्म होते हैं।
शोधकर्ताओं की राय में जिनके हाथ अधिक गठीले होते हैं उनके हाथ जल्दी गर्म हो जाते हैं, बजाय इसके जिनके हाथों की मांसपेशियां कम होती हैं। लेकिन जो लोग वजन में मोटे होते हैं उनके हाथ गर्म हों ऐसा भी नहीं है। यहां कारण केवल और केवल मांसपेशियों का है। शुरुआत में शोधकर्ताओं का भी यही मानना था कि मोटे लोगों के हाथ एक बार ठंडे होने के बाद जल्दी गर्म हो जाते हैं लेकिन शोध के रिजल्ट में सामने आया कि अधिक चर्बी और हाथों की गर्मी के बीच कोई संबंध नहीं होता है। यदि हाथों में अधिक मांसपेशियां हैं और साथ ही हाथों गटक समय से ब्लड पहुंच जाता है तो वे गर्म रहेंगे।