तेजी से वायरल हो रहे H3N2 Virus से ऐसे करें खुद का बचाव, जानें लक्षण और एक्सपर्ट्स की राय
By आजाद खान | Published: March 12, 2023 04:55 PM2023-03-12T16:55:12+5:302023-03-12T17:05:08+5:30
जानकारों की माने तो इसे कोरोना जैसा मानकर डरने की जरूरत नहीं है बल्कि इसके चपेट में आने पर कैसे बचा जाएगा, यह जानना बहुत जरूरी है।
Influenza Prevention Tips: देश भर में काफी तेजी से इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस (H3N2 Influenza virus) बढ़ रहा है और इसके केस धीरे-धीरे सामने भी आने लगे है। दिल्ली-एनसीआर हो या दक्षिण भारत, इसके केस हर जगह मिल रहे है। ऐसे में लोगों में इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस को लेकर लोगों में काफी डर है। लेकिन जानकारों का कहना है कि इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस से डरने की नहीं बल्कि इसे लेकर एहतियात बरतने की जरूरत है ताकि आप इसके चपेट में न आए।
ऐसे में आइए जान लेते है कि यह इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस है क्या और किसी को कैसे पचा चलेगा कि वह इससे संक्रमित हो गया है। यही नहीं इससे कैसे बचा जा सकता है और इस वायरस से किन लोगों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए। आइए एक-एक करके जान लेते है।
क्या है इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस
जानकारों की माने तो इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस मानू फ्लू चार किस्म के होते है। इन्फ्लूएंजा के चार टाइप A, B, C और D होते है और इसी इन्फ्लूएंजा A का सब टाइप H3N2 वायरस है। आमतौर इस वायरस के चपेट में आने पर आप में बुखार और बदन दर्द होने के साथ खांसी-जुकाम होने लगती है।
इस वायरस का यह भी लक्षण है कि इसके चपेट में आने पर लोगों को काफी समय तक खांसी रहती है और इसके लक्षण को सही से समझने व पहचान करने के लिए कम से कम दो हफ्ते लगते है।
इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस से संक्रमित होने पर करें ऐसे बचाव
ऐसे में जो लोग इस इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस से संक्रमित हो जाते है, उन्हें जितना हो सके शरीर को हाइड्रेट रखना चाहिए और बुखार आने पर पैरासिटामोल और एंटीवायरल दवाईयां लेना चाहिए। यही नहीं ऐसे मरीजों को कफ आने के बाद कफ का सीरप लेना चाहिए साथ भाप भी लेना चाहिए।
यही नहीं जानकार खानपान में जिंक, मल्टी-विटामिन और फलों को भी शामिल करने और फैटी फूड से बचने की सलाह देते है।
ऐसे करें खुद का बचाव
अगर आप इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस से संक्रमित हो गए हैं या नहीं भी हुए है तो खुद का ऐसे बचाव करें। आप जब कभी भी बाहर निकलें तो मास्क पहने और भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर रहें। यही नहीं खांसते और छींकते समय मुंह को ढक लें और फ्लू की वैक्सीन लगवा लें।
जानकारों की माने तो जिन लोगों को हार्ट डिजीज, डायबिटीज या फिर इम्यूनिटी कमजोर है उन्हें इस वायरस से बचकर रहना चाहिए। यही नहीं खांसी और जुकाम होने पर लापरवाही नहीं बल्कि तुरन्त डॉक्टर को कंसल्ट करना चाहिए।