कोविड-19 से उबर चुके लोग इस प्रदूषण से रहे सावधान, घर से न निकलने और वर्क फ्रॉम होम करने की दी जा रही सलाह
By आजाद खान | Published: November 4, 2022 03:21 PM2022-11-04T15:21:37+5:302022-11-04T15:38:55+5:30
जानकारों का कहना है कि कोरोना के संक्रमण से उबर चुके लोगों के लिए दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण एक बड़ा खतरा है। ऐसे में वे लोगों को घरों से न निकलने की सलाह दे रहे है और यह भी कह रहे है कि अगर हो सके तो कुछ दिनों के लिए शहर को ही छोड़ दें।
Air Pollution Health Effects: दिल्ली-एनसीआर में आजकल प्रदूषण का काफी खतरा बढ़ गया है। अभी सही से ठंडा शुरू भी नहीं हुआ है कि दिल्ली-एनसीआर में पॉल्यूशन हर जगह देखने को मिल रहा है। ऐसे में लोगों को उनका ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है। लेकिन इसका ज्यादा खतरा उन लोगों को है जो मीडियम और गंभीर कोविड-19 से उबरे हुए है।
जानकारों की माने तो मीडियम और गंभीर कोविड-19 से उबरने वाले लोगों को इस प्रदूषण से ज्यादा खतरा है। ऐसे में उन्हें डॉक्टर घर से नहीं निकलने की सलाह दे रहे है और यह भी कह रहे है कि अगर हो सके तो कुछ दिनों के लिए दिल्ली-एनसीआर से ही दूर चले जाएं।
तो ऐसे में आइए जानते है कि प्रदूषण के कारण हम पर कौन-कौन से खतरे मडरा रहे है और इससे बचाव का तरीका क्या है।
प्रदूषण से होने वाली समस्या
जिस तरीके से आम लोगों को प्रदूषण काफी नुकसान पहुंचाता है, उससे कहीं ज्यादा जो लोग कोविड-19 से उबरे है, उन्हें यह हानि पहुंचा रहा है। जानकारों की माने तो जो लोग कोविड-19 से उबरे है, इस प्रदूषण के कारण उन्हें फ्लकचुएटिंग ऑक्सीजन सैचुरेशन (SpO2), फेफड़ों में दिक्कत, अत्यधिक खांसी, अस्थमा अटैक और लंग फेलियर जैसी समस्याएं हो सकती है।
बताया जा रहा है कि कोविड के कारण हमारे फेफड़ों में रिजर्व कम हो गया है जिस कारण जब यह ज्यादा बढ़ेगा तो इससे रेस्पिरेट्री फेलियर भी हो सकता है। ऐसे में जानकार कोविड के पहले मरीज रह चुके लोगों को सावधानी बरतने की बात कह रहे है।
बढ़ सकता है अस्थमा अटैक का खतरा, लेना पड़ रहा तगड़ा दवा
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि इस तरह के प्रदूषण से कोविड से संक्रमित या इससे पहले कोविड के मरीज थे तो ऐसे में लोगों को अस्थमा का अटैक भी आ सकता है। उनके अनुसार, कोरोना के बाद कुछ मरीजों में अस्थमा के खांसी वाले वैरिएंट को देखा गया है। ऐसे में इन लोगों को सावधान रहने की काफी जरूरत है।
जानकार ये भी कह रहे कि जिन्हें पहले कोरोना हो चुका है उन पर इस प्रदूषण का काफी असर पड़ रहा है। उन्हें सांस लेने में परेशानी, फेफड़ों में दिक्कत, खांसी और गले में जैसी अन्य दिक्कतें भी हो रही है। इस कारण उन पर हल्की दवा सही से काम नहीं कर रही है जिस कारण उनके ठीक होने में काफी समय लग रहा है।
ऐसे में प्रदूषण से परेशान मरीजों को तगड़ा दवा लेना पड़ रहा है। हालांकि यह ठीक नहीं है लेकिन इन मरीजों के पास इसका और कोई विकल्प नहीं है।
ऐसे करें खुद का बचाव
दिल्ली-एनसीआर के इस प्रदूषण में आम लोगों के साथ कोविड से पहले संक्रमित हुए लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है। हालात को देखते हुए जानकारों का कहना है कि इस प्रदूषण की मार से घरेलू उपचार या यह कह लें कि एंटी-एल भी सही से काम नहीं कर रहे है। ऐसे में जानकार लोगों को ज्यादा से ज्यादा घरों में रहने की सलाह दे रहे है। यही नहीं एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल और घर से काम करने की भी सलाह दे रहे है।
ऐसे में एक्सपर्ट्स इन लोगों को यह भी सलाह दे रहे है कि अगर संभव हो तो कुछ दिनों के लिए आप दिल्ली-एनसीआर को छोड़ दें।