डायरेक्टर निशिकांत कामत गंभीर हालत में वेंटीलेटर पर, Liver Cirrhosis से हैं पीड़ित, जानें इस रोग के कारण, लक्षण, बचाव
By उस्मान | Published: August 17, 2020 01:58 PM2020-08-17T13:58:31+5:302020-08-17T13:58:31+5:30
लीवर की गंभीर बीमारी लीवर सिरोसिस से पीड़ित हैं निशिकांत कामत, उन्हें पिछले हफ्ते अस्पताल में एडमिट किया गया था
'दृश्यम' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों का निर्देशन कर चुके बॉलीवुड डायरेक्टर निशिकांत गंभीर हालत में हैदराबाद के एक अस्पताल में एडमिट हैं, जहां उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। यह जानकारी बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने ने सोशल मीडिया के जरिये उस समय दी, जब तमाम मीडिया हाउस यह खबर चलाने लगे कि निशिकांत का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि 50 वर्षीय निर्देशक लीवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis) बीमारी से पीड़ित हैं।
Nishikant kamat is on ventilator support. He is still alive & fighting. Let’s pray for him.
— Riteish Deshmukh (@Riteishd) August 17, 2020
लीवर सिरोसिस क्या है (What is Liver Cirrhosis)
लीवर सिरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो कई सालों से लीवर को नुकसान पहुंचने के कारण होती है। समय पर इलाज न कराने पर यह जानलेवा भी हो सकती है। जब किसी क्रोनिक बीमारी या कारण की वजह से लीवर को आघात पहुंचता है, तब लीवर पर घाव के निशान पड़ने लगते है। इसे लीवर सिरोसिस कहा जाता है।
इस बीमारी में सख्त स्कार टिशू लीवर में मौजूद स्वस्थ टिशू की जगह ले लेता है। इसको लीवर में स्कार्रिन्ग भी कहा जाता है। जब-जब लीवर को किसी भी तरीके का नुकसान पहुंचता है तब-तब वह खुदको दुरुस्त करने की कोशिश करता है। इस क्रिया में स्कार टिशू बनने लगते हैं जो स्वस्थ लीवर टिशू की जगह लेकर लीवर को सख्त बना देते हैं।
लीवर सिरोसिस के कारण (Causes of Liver Cirrhosis)
लीवर सिरोसिस के कई कारण हो सकते हैं और कई बीमारियां लीवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसका सबसे प्रमुख कारण मोटापा माना जाता है, खासकर जब पेट में फैट जमा हो जाए। इसके एनी कारणों में डायबिटीज, लम्बे समय से अधिक मात्रा में शराब का सेवन करना, हेपेटाइटिस-बी या सी, लीवर में फैट जम जाना, शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ना, सिस्टिक फाइब्रोसिस, किसी प्रकार का ऑटोइम्यून डिजीज आदि शामिल हैं।
लीवर सिरोसिस के लक्षण (Symptoms of Liver Cirrhosis)
लीवर सिरोसिस के लक्षणों में अक्सर थकावट महसूस होना, भूख में कमी, वजन का अचानक से बढ़ या घट जाना, चोट लगने पर आसानी से रक्त निकल जाना, पैरों और पेट में सूजन आ जाना, खून की उल्टी होना, शरीर में बेवजह खुजली होना, शरीर का और आंखों का पीला पड़ जाना, मल में रक्त आना, बुखार, ध्यान देने में परेशानी, चीजें याद रखने में परेशानी होना आदि शामिल हैं।
लीवर सिरोसिस को बढ़ने से रोकना या बचने के उपाय (Prevention and treatment of Liver Cirrhosis)
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सिरोसिस को बढ़ने से रोकने के लिए आपको सबसे पहले अपना वजन घटाना पड़ेगा। वजन कंट्रोल करके सिरोसिस को मैनेज किया जा सकता है।
जीवनशैली में कुछ बदलाव करके जैसे शराब छोड़ कर लीवर को हानि पहुंचने से रोका जा सकता है। हेपेटाइटिस बी या सी को दवाइयों द्वारा मैनेज करके भी इस बीमारी को कण्ट्रोल में लाया का सकता है।
फैटी लीवर के कारण होने वाले सिरोसिस को जीवन में कुछ स्वस्थ बदलाव करके कम किया जा सकता है। अक्सर वजन घटाने से और खानपान में बदलाव करने से फैटी लीवर का इलाज किया जा सकता है।
बेहतर होगा की आप ऐसे में अपना पूरा ख्याल रखें और एक स्वस्थ आहार का सेवन करें। अपने खानपान में विटामिन्स, मिनरल्स और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें। रोजाना एक्सरसाइज करने से और हेल्दी डाइट प्लान अपनाने से इस बीमारी से बचा जा सकता है।