कोरोना के सबसे घातक स्ट्रेन 'B.1.1529' ने दी दस्तक, इमरजेंसी बैठक बुलाएगा WHO, भारत में अलर्ट जारी, जानें वायरस की 10 बातें
By उस्मान | Published: November 26, 2021 09:38 AM2021-11-26T09:38:01+5:302021-11-26T11:01:26+5:30
कोरोना के इस नए स्ट्रेन ने वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन करने की क्षमता है
कोरोना वायरस का प्रकोप अभी कम नहीं हुआ है। अफ्रीकी देश बोत्सवाना, साउथ अफ्रीका और हांग कांग में कोरोना का नए स्ट्रेन B.1.1529 का पता चला है। कहा जा रहा है कि यह कोरोना के पहले के सभी स्ट्रेन से ज्यादा तेजी से फैलने वाला और घातक है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस स्ट्रेन की वजह से देश में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे लेकर सतर्क हो गया है और संभव है शुक्रवार को इसे लेकर एमरजेंसी मीटिंग हो सकती है। चलिए जानते हैं कि कोरोना के यह रूप कितना घातक है।
नया स्ट्रेन हो सकता है घातक
दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के साथ एक नए कोविड-19 संस्करण का पता लगाया है। यह संक्रमण देश में मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार था।
दो दक्षिण अफ्रीकी विश्वविद्यालयों में जीन-अनुक्रमण संस्थान चलाने वाले जैव-सूचना विज्ञान के प्रोफेसर ट्यूलियो डी ओलिवेरा ने एक ब्रीफिंग में कहा कि उन्हें कोरोना के नए स्ट्रेन 'बी.1.1529' का पता चला है, जो असामान्य रूप से बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन होते हैं और पिछली वैरिएंट सेबहुत अलग है।
नए स्ट्रेन से बढ़े नए मामले
सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (एनआईसीडी) ने कहा कि देश में नए प्रकार के 22 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं। एनआईसीडी ने कहा कि देश के तीन प्रांतों में पाए गए मामलों की संख्या और सकारात्मक परीक्षण का प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है।
पिछले वैरिएंट से बिल्कुल अलग
वैज्ञानिकों ने कहा है कि कई उत्परिवर्तन टीकों के लिए इसकी उच्च संप्रेषणीयता और प्रतिरोध का संकेत देते हैं, अन्य सभी कोविड-19 वैरिएंट की तुलना में स्पाइक प्रोटीन में तनाव में अधिक परिवर्तन होते हैं।
यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने कहा है कि कोरोना वायरस वैरिएंट में स्पाइक प्रोटीन होता है जो कि मूल कोरोना वायरस से नाटकीय रूप से भिन्न होता है जिस पर कोविड-19 के टीके आधारित होते हैं। एजेंसी ने वैरिएंट बी.1.1.529 को एक वेरियंट अंडर इन्वेस्टिगेशन (वीयूआई) घोषित किया है।
बी.1.1.529 वैरिएंट को लेकर वैज्ञानिक चिंतित
इंपीरियल कॉलेज लंदन के एक वायरोलॉजिस्ट डॉ टॉम पीकॉक ने सोशल मीडिया पर वैरिएंट का विवरण पोस्ट किया। उन्होंने बताया कि यह वैरिएंट अविश्वसनीय रूप से उच्च मात्रा में स्पाइक म्यूटेशन बनाता है जोकि चिंता का विषय हो सकता है।
कोरोना का नया स्ट्रेन कहां-कहां मिला है
बी.1.1.529 वैरिएंट को सबसे पहले अफ्रीकी देश बोत्सवाना में पाया गया था। अब तक केवल 10 मामलों की जीनोमिक अनुक्रमण द्वारा पुष्टि की गई है। 11 नवंबर को बोत्सवाना में संस्करण के पहले मामलों की पुष्टि हुई और तीन दिन बाद दक्षिण अफ्रीका ने उसी प्रकार के मामले की पुष्टि की।
इमरजेंसी बैठक बुला सकता है डब्ल्यूएचओ
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन दक्षिण अफ्रीका में संभावित रूप से तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर चर्चा करने के लिए आज एक आपातकालीन बैठक बुला सकता है।
डब्ल्यूएचओ कोरोना वायरस के इस संस्करण की बारीकी से निगरानी कर रहा है, बैठक में यह निर्धारित किया जा सकता है कि यह स्ट्रेन इंटरेस्ट है या कंसर्न।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है की शुरुआती विश्लेषण से पता चलता है कि इस संस्करण में बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन हैं जिनकी आवश्यकता है और इस समझने के लिए आगे अध्ययन करने होंगे।
भारत हुआ सतर्क
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र ने राज्यों से इन देशों से आने और जाने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की 'कड़ी जांच और परीक्षण' करने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि नए संस्करण में काफी अधिक संख्या में उत्परिवर्तन होने की सूचना है, और इस प्रकार देश के लिए गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभाव पड़ता है, खासकर ऐसे समय में जब वीजा प्रतिबंधों में ढील दी गई है और अंतरराष्ट्रीय यात्रा खुल रही है।