सालों पुरानी गठिया, डायबिटीज, बवासीर, खून की कमी को 1 हफ्ते में ठिकाने लगा सकता है ये फल

By उस्मान | Published: July 19, 2019 02:30 PM2019-07-19T14:30:23+5:302019-07-19T14:42:43+5:30

monsoon health tips: मानसून का सीजन अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है। इस मौसम में इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने का सबसे बड़ा खतरा होता है जिससे शरीर आसानी से बीमारियों का घर बन जाता है।

monsoon health tips: eat jamun to get rid diabetes, arthritis, anemia, dengue, malaria, diarrhea, acidity, cancer, mouth ulcer in Hindi | सालों पुरानी गठिया, डायबिटीज, बवासीर, खून की कमी को 1 हफ्ते में ठिकाने लगा सकता है ये फल

सालों पुरानी गठिया, डायबिटीज, बवासीर, खून की कमी को 1 हफ्ते में ठिकाने लगा सकता है ये फल

मानसून का सीजन अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है। इस मौसम में इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने का सबसे बड़ा खतरा होता है जिससे शरीर आसानी से बीमारियों का घर बन जाता है। लेकिन इस मौसम की एक मजेदार बात यह है कि इस दौरान काली-काली खट्टी-मीठी जामुन भी आती है, जो आपके इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करके आपको बरसाती रोगों से बचा सकती है। 

इसके अलावा जामुन ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करके डायबिटीज से बचाने में मदद करता है। इससे पाचन, पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी राहत मिलती है। एनीमिया से बचने और खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए जामुन का सेवन लाभप्रद है।

जामुन के गुण

जामुन में लगभग वे सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। जामुन में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम होता है। जामुन में ग्लूकोज और फ्रक्टोज पाया जाता है। इसके अलावा यह मिनरल्स का भी बेहतर स्रोत है।

100 ग्राम जामुन में लगभग 62 किलो कैलौरी ऊर्जा, 1.2 मिली ग्राम आयरन, 15 मिली ग्राम कैल्शियम, 15 मिली ग्राम फास्फोरस 18 मिलीग्राम विटामिन सी, 48 माइक्रोग्राम कैरोटीन, 55 मिलीग्राम पोटेशियम, 35 मिली ग्राम मैग्नीशियम और 25 मिलीग्राम सोडियम पाया जाता है।

1) डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक

जामुन में एक ग्लूकोसाइड तत्व होता है, जो जम्बोलन के नाम से जाना जाता है। इस तत्व का एंटी-डायबिटिक प्रभाव पड़ता है। जामुन में ब्लड शुगर लेवल 30 फीसदी तक कम करने की क्षमता होती है। इसके अलावा ये डायबिटीज के कारण उत्पन्न जटिलताओं के जोखिम को भी कम करता है। इसमें बहुत कम ग्लाइमिक इंडेक्स होता है। 

2) पथरी के इलाज में सहायक

जामुन खाने से पथरी में फायदा होता है। जामुन की गुठली के चूर्ण को दही के साथ मिलाकर खाने से पथरी में फायदा होता है। लीवर के लिए जामुन का प्रयोग बहुत फायदेमंद होता है। कब्ज और पेट के रोगों के लिए जामुन बहुत फायदेमंद होता है।

3) पाचन के लिए बेहतर

अगर आप अक्सर अपच या पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं से पीड़ित रहते हैं, तो आपको नियमित रूप से जामुन का सेवन करना चाहिए। जामुन शरीर की पाचन शक्ति को मजबूत करता है। जामुन खाने से पेट सं‍बंधित विकार कम होते हैं।

4) डायरिया के रोकथाम में सहायक

दस्त या खूनी दस्त होने पर जामुन बहुत फायदेमंद है। दस्त होने पर जामुन के रस को सेंधा नमक के साथ मिलाकर खाने से दस्त होना बंद हो जाता है।

5) गठिया का उपचार

गठिया के उपचार में भी जामुन बहुत उपयोगी है। इसकी छाल को खूब उबालकर बचे हुए घोल का लेप घुटनों पर लगाने से गठिया में आराम मिलता है।

6) एसिडिटी से बचाव

एसिडिटी होने पर जामुन का सेवन भूना हुआ चूर्ण और काला नमक के साथ कीजिए, एसिडिटी समाप्त हो जाएगी।  

7) कैंसर के मरीजों के लिए बेहतर

जामुन में कैंसर रोधी गुण भी पाये जाते हैं। कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के बाद जामुन खाना चाहिए, इससे फायदा होता है।

8) मुंह के छाले होते हैं दूर

अगर आप अक्सर मुंह के छालों से परेशान रहते हैं, तो इससे राहत पाने के लिए आप जामुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। मुंह में छाले होने पर जामुन के रस का प्रयोग करने से लाभ होता है।

English summary :
There is chance of weaker immune system in rainy season. causes of fever and many other seasonal viral. But one of the interesting things of this season is that during this period black-colored sour-sweet berries can add in diet, which can strengthen your immune system and protect you from rainy diseases.


Web Title: monsoon health tips: eat jamun to get rid diabetes, arthritis, anemia, dengue, malaria, diarrhea, acidity, cancer, mouth ulcer in Hindi

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