मोबाइल को ऐसे इस्तेमाल करने से नपुंसक बन सकते हैं आप, स्पर्म क्वालिटी भी हो सकती है खराब

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 11, 2019 08:15 AM2019-01-11T08:15:41+5:302019-01-11T08:15:41+5:30

वर्ष 2014 में पब्लिश ब्रिटेन के एक्जिटर युनिवर्सिटी की रिसर्च में मोबाइल से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरणों का नपुंसकता से संबंध पाया गया था। रिसर्चर ने आगाह किया था, पैंट की जेब में स्मार्टफोन रखने से पुरुषों में न सिर्फ स्पर्म का उत्पादन घटता है, बल्कि अंडाणुओं को निषेचित करने की गति भी धीमी पड़ जाती है।

mobile phone side effect : Cellphone radiation may lead to poorer sex life | मोबाइल को ऐसे इस्तेमाल करने से नपुंसक बन सकते हैं आप, स्पर्म क्वालिटी भी हो सकती है खराब

फोटो- पिक्साबे

मोबाइल हमारी लाइफ में इस तरह रच-बस गया है कि इससे एक पल दूर होने पर सूना-सूना लगता है। हालत ये है, कुछ लोग सोते समय भी स्मार्टफोन सिरहाने रखकर सोते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो आदत बदल डालिए। रिसर्च के दौरान मोबाइल से निकलने वाली विकिरणों को कैंसर से लेकर नपुंसकता तक के खतरे से जोड़ा गया है।

कैंसर का खतरा
अंतर्राष्ट्रीय कैंसर रिसर्च एजेंसी ने स्मार्टफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरणों को संभावित कार्सिनोजन (कैंसरकारी तत्वों) की श्रेणी में रखा है। एजेंसी ने चेताया है, स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल मस्तिष्क और कान में ट्यूमर की वजह बन सकता है, जिसके कैंसर की आशंका है।

संतान सुख पर संकट
वर्ष 2014 में पब्लिश ब्रिटेन के एक्जिटर युनिवर्सिटी की रिसर्च में मोबाइल से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरणों का नपुंसकता से संबंध पाया गया था। रिसर्चर ने आगाह किया था, पैंट की जेब में स्मार्टफोन रखने से पुरुषों में न सिर्फ स्पर्म का उत्पादन घटता है, बल्कि अंडाणुओं को निषेचित करने की गति भी धीमी पड़ जाती है।

नींद में खलल डालती है नीली रोशनी

वर्ष 2017 में इजरायल की हाइफा युनिवर्सिटी की रिसर्च में सोने से आधे घंटे पहले से स्क्रीन का इस्तेमाल बंद कर देने की सलाह दी गई थी। रिसर्चर का कहना था, स्मार्टफोन, कम्प्यूटर और टीवी स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी ‘स्लीप हार्मोन’ मेलाटोनिन का उत्पादन बाधित करती है। इससे व्यक्ति को न सिर्फ सोने में दिक्कत होती है, बल्कि सुबह उठने पर थकान, कमजोरी और भारीपन भी लगता है।

जलने-फटने का भी जोखिम

पहले भी मोबाइल बैटरी के फटने की घटनाओं के बारे में सुना होगा।  बता दें, जुलाई 2014 में डलास में तकिए के नीचे स्मार्टफोन रख सो रही किशोरी के फोन में आग लगी थी। मई 2015  में कनेक्टिकट में बिस्तर पर फोन चार्ज कर रहे किशोर का फोन व गद्दा जल गया था। पिछले साल कुआलालंपुर में सोते समय युवक का फोन फट गया था।

English summary :
what is the side effect of mobile on male sexual health: International Cancer Research Agency has revealed that electromagnetic radiation emitted from the smartphone place in the category of potential carcinogens (cancerous elements). The agency cautioned that more use of smartphones can cause tumors in the brain and in the ear, which is susceptible to cancer.


Web Title: mobile phone side effect : Cellphone radiation may lead to poorer sex life

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