कोरोना के युवा मरीजों में मिले खतरनाक बीमारी 'कावासाकी' के लक्षण, ये 10 संकेत मिलते ही तुरंत जाएं डॉक्टर के पास
By उस्मान | Published: June 29, 2020 11:16 AM2020-06-29T11:16:51+5:302020-06-29T11:32:48+5:30
मुंबई में कोरोना के मरीजों में इस खतरनाक रोग के लक्षण दिखे हैं, दस्त और उल्टी, हाथों और पैरों पर दाने जैसे लक्षण दिखते ही डॉक्टर के पास जाएं
देश भर में कोरोनो वायरस के प्रकोप के बीच मुंबई में कोविड-19 के कई युवाओं में खतरनाक रोग कावासाकी रोग (Kawasaki disease) के जैसे लक्षण दिखाए हैं। यह एक ऐसी बीमारी है, जो रक्त वाहिकाओं में सूजन का कारण बनती है। यह बीमारी पांच साल से कम उम्र के बच्चों को अधिक प्रभावित करती है।
आपको बता दें कि पिछले महीने चेन्नई में भी कई बच्चों में इस रोग के लक्षण नजर आए थे। बताया जा रहा है सिर्फ भारत में नहीं बल्कि यूके, यूएस, इटली, स्पेन और चीन सहित कई देशों में कोरोना वायरस के मरीजों में इस बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं।
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, कावासाकी रोग जैसी बीमारी का मामला एक 14 वर्षीय युवा में देखा गया है, जो कोरोना के टेस्ट के लिए अस्पताल आया था। जांच के दौरान पता चला कि उसके शरीर पर दाने और तेज बुखार था। यह कावासाकी रोग के लक्षण हैं।
कावासाकी रोग क्या है (What is Kawasaki disease)
कावासाकी रोग बच्चों में हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है। कावासाकी रोग की सूजन, जिसे कावासाकी सिंड्रोम या म्यूकोस्यूटिनल लिम्फ नोड सिंड्रोम के रूप में भी जाना जाता है, बच्चे की कोरोनरी धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस बीमारी के लक्षण पहली बार जापान में 1976 में देखने को मिले थे। अधिकांश बच्चे बिना किसी समस्या के ठीक हो जाते हैं।
कावासाकी रोग के कारण (Causes of Kawasaki disease)
डॉक्टरों को पता नहीं है कि वास्तव में कावासाकी बीमारी का कारण क्या है, हालांकि, उनका मानना है कि स्थिति जीन, वायरस, बैक्टीरिया जैसी कई चीजों से जुड़ी हो सकती है, और अन्य कारक जैसे कि रसायन इसके कारण हो सकते हैं।
कावासाकी बीमारी के लक्षण
वेबएमडी के अनुसार, इस बच्चे की शुरुआती जांच में सेप्टिक शॉक के साथ निमोनिया, कोविड-19 पेनुमोनिटिस, कावासाकी रोग और विषाक्त शॉक सिंड्रोम के लक्षण मिले थे। वेबएमडी के अनुसार, इसमें रोगी को कुछ दिनों तक बुखार रहता है। इसके अलावा उसे पेट में दर्द, डायरिया, आंखों का लाल होना और जुबान पर लाल दाने होना, जोड़ों का दर्द, पेट दर्द, पेट की परेशानी, जैसे दस्त और उल्टी, हाथों और पैरों पर त्वचा को छीलना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
कावासाकी रोग के जोखिम कारक
कावासाकी रोग की सूजन किसी बच्चे की कोरोनरी धमनियों को नुकसान पहुंचा सकती है, जो उनके दिल में रक्त ले जाती है। यह लिम्फ नोड्स, त्वचा और बच्चे के मुंह, नाक और गले के अस्तर के साथ भी समस्याएं पैदा कर सकता है। वैज्ञानिकों को कावासाकी बीमारी का सटीक कारण नहीं मिला। जीन, वायरस, बैक्टीरिया और किसी बच्चे के आसपास का वातावरण जैसे कि रसायन इसके कारण हो सकते हैं।
कावासाकी रोग का उपचार
आपके बच्चे को बुखार, सूजन और त्वचा की समस्याओं से बहुत दर्द हो सकता है। उनके डॉक्टर उन्हें बेहतर महसूस करने के लिए दवा लिख सकते हैं, जैसे कि एस्पिरिन और ड्रग्स जो रक्त के थक्के को रोकते हैं। अपने डॉक्टर से बात किए बिना अपने बच्चे को कोई दवा न दें।
कावासाकी रोग और कोरोना वायरस का कनेक्शन
द लेंसेट के मुताबिक कावासाकी और कोविड 19 में आपस में साफ लिंक है। उत्तरी इटली के सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित इलाके में कावासाकी बीमारी में 30 गुना बढ़ोतरी देखी गई है। एक नए अध्ययन के मुताबिक 18 फरवरी से 20 अप्रैल के दौरान 10 बच्चों में एक जैसे ही लक्षण दिखाई दिए।
डॉक्टरों ने इस बीमारी को पीडिएट्रिक इंफ्लेमेटरी मल्टी-सिस्टम सिंड्रम नाम दिया है जिसे कि शुरुआती तौर पर सार्स-को-2 से जोड़ कर देखा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना महामारी के दौरान ही इस बीमारी के उभरने से दोनों के बीच कोई न कोई कनेक्शन जरूर है।