चुनावी सीज़न में नेताओं के झूठ से जनता हलकान, जानिए झूठों के 8 प्रकार

By उस्मान | Published: May 14, 2019 06:27 PM2019-05-14T18:27:56+5:302019-05-14T18:27:56+5:30

कहते हैं झूठ के पैर नहीं होते, इसलिए वह ज्यादा दूर तक नहीं चल पाता। उसकी सच्चाई जल्द ही उजागर हो जाती है और वह पकड़ा जाता है। 

Lok Sabha election 2019 types of liar in political industry, lying personality types, difference between exaggeration and lying | चुनावी सीज़न में नेताओं के झूठ से जनता हलकान, जानिए झूठों के 8 प्रकार

फोटो- पिक्साबे

Highlightsजीवन के तक़रीबन हर पहलू में झूठ बोलना एक सामान्य रिवाज है91 फीसदी अमरीकी लोग नियमित रूप से झूठ बोलते हैंराजनीतिक नेता अपने लोगों से और एक दूसरे से झूठ बोलते हैं

चुनावी मौसम जारी है। नेता और पार्टियां बड़े-बड़े वादे करके लोगों को सपने दिखा रहे हैं। नेता अपने वादों पर कितना खरे उतरेंगे यह तो अगले कुछ सालों में पता चल ही जाएगा। लेकिन कुछ नेता अभी तक पिछले वादों को पूरा नहीं कर सके हैं। उम्मीद है झूठ बोलने का यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक चनाव का उत्सव खत्म नहीं हो जाता है। लेकिन जनता समझदार है, वो जानती है कि कौन सच्चा है, और कौन झूठा!  

राजनीतिक नेता अपने लोगों से और एक दूसरे से झूठ बोलते हैं। बार-बार, उन्होंने टीवी पर आकर उन कलंकित योजनाओं के साथ किसी भी प्रकार का संबंध होने से इन्कार किया है जिनमें दरअसल वे गहरी तरह से शामिल थे।

खैर, दुनिया में कोई भी नहीं है जिसने झूठ बोला नहीं है। कुछ क्षण हैं जहां सभी को झूठ बोलना पड़ता है। उदाहरण के लिए, आपकी गर्भवती, भावनात्मक पत्नी आपको पूछती है कि क्या वो मोटी दिखती है? तो शायद आपका जवाब 'न' में ही हो। लेकिन आप खुलकर यह नहीं बोल पाते कि हां वो मोटी दिखती है।

झूठ बोलना बहुत आसान है। अधिकतर लोग उस वास्तविक झूठ पर भी विचार नहीं करते हैं। वैसे किसी को भी झूठ सुनना अच्छा नहीं लगता है। फिर भी, विभिन्‍न कारणों के लिए पूरे संसार में लोग एक दूसरे से झूठ बोलते हैं। आधुनिक-दिन के जीवन के तक़रीबन हर पहलू में झूठ बोलना एक सामान्य रिवाज है।  

जेम्स्‌ पैटर्सन और पीटर किम की बुक 'The Day America Told the Truth' के अनुसार, 91 फीसदी अमरीकी लोग नियमित रूप से झूठ बोलते हैं। 

लोग कई कारणों से झूठ बोलते हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि झूठ बोलकर उन्हें संसार में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, मजबूरन उन्हें अपनी योग्यताओं के विषय में झूठ बोलना पड़ता है। कुछ लोग गलतियां या अपराध को झूठ से छिपाने की कोशिश करते हैं।

कुछ ऐसे लोग भी हैं जो किसी दूसरे के नाम को बदनाम करने, बेइज्जती से बचने, पिछले झूठ को सही ठहराने या लोगों से उनके पैसे लूटने के लिए झूठ बोलते हैं।

कहते हैं झूठ के पैर नहीं होते, इसलिए वह ज्यादा दूर तक नहीं चल पाता। उसकी सच्चाई जल्द ही उजागर हो जाती है और वह पकड़ा जाता है। हम आपको बता रहे हैं कि झूठ कितने प्रकार के होते हैं। 

1) कुख्यात झूठा
इस तरह के व्यक्ति तथ्यों से बचते हैं

2) पक्का झूठा
इस तरह के लोग आसानी से और बहुत आश्वस्त होकर झूठ बोलते हैं 

3) अमिट झूठा
इस तरह के लोग सच्चाई जानते हुए झूठ बोलते हैं ताकि किसी को पता न चले कि उसका झूठ झूठ है

4) कट्टर झूठा 
इस तरह के लोग आदतन झूठ बोलते हैं

5) जन्मजात झूठा
इस तरह के लोग तब से झूठ बोलना शुरू कर देते हैं, जबसे वो बोलना शुरू करते हैं 

6) पुराना झूठा
आप लगातार झूठ बोलते हैं और यह आपकी आदत में शामिल हो जाता है

7) झूठ की बीमारी
इस तरह के लोग आमतौर पर इस बारे में नहीं सोचते हैं कि वो जो कह रहे हैं वे सच है या गलत

8) बेशर्म झूठा 
इस तरह के लोग अपने झूठ के बारे में कभी दोषी महसूस नहीं करते हैं

English summary :
Political leaders lie to their audience and to each other. Frequently, he/she has come to the TV and denied any connection with those tarnished schemes, in fact they were deeply involved.


Web Title: Lok Sabha election 2019 types of liar in political industry, lying personality types, difference between exaggeration and lying