अगर जीना है ज्यादा लंबे समय तक तो डेली 10 मिनट ज्यादा चला करें, एक नए शोध ने खोला ज्यादा दिनों तक जिंदा रहने का राज, जानें रिसर्च में और क्या है खास
By आजाद खान | Published: January 30, 2022 05:50 PM2022-01-30T17:50:51+5:302022-01-30T17:56:29+5:30
इस शोध में लोगों के उम्र, शिक्षा, धूम्रपान की स्थिति, आहार, बॉडी मास इंडेक्स और अन्य स्वास्थ्य कारकों पर भी विचार किया गया था।
Walking to Live Longer: अगर आप लंबे समय तक जीना चाहते है तो दिन में 10 मिनट तक चलना शुरू कर दें। अगर हम ऐसा करेंगे तो इससे हम हर साल 111,000 से अधिक मौतों को रोक सकते हैं। जी हां, हाल में ही हुई एक अध्ययन ने यह खुलासा किया है। जामा इंटरनल मेडिसिन में इस सप्ताह प्रकाशित एक अध्यन में यह पाया गया है कि अगर हम हर रोज थोड़ा ज्यादा चल लेते हैं तो इससे हम हजारों मौतों को रोक सकते हैं जो प्रयाप्त शारीरिक गतिविधियां नहीं होने के कारण होती है।
अध्ययन में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं
विज्ञान के पास इस बात का जवाब है कि हम कितना एक्सरसाइज करते है तो हम कितना फिट रह पाएंगे। 2019 के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया है कि अमेरिका में 8 फिसदी से ज्यादा मौतों का जिम्मेदार उनकी अपर्याप्त स्तर की गतिविधियां हैं। ब्रिटेन, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के एक स्टैंडर्ड के मुताबिक, 2015 के एक ब्रिटिश अध्ययन ने यह पाया कि जो पुरुष और महिलाएं ने प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट तक एक्सरसाइज करते हैं उनमें 25 फिसदी मौतें जल्दी नहीं हुई है।
बैठे रहने वाले लोगों को हो सकता है खतरा
अमेरिका और यूरोप में लगभग 44,000 लोगों पर एक रिसर्च किया गया और उसमें यह पाया गया कि जो लोग पूरे दिन बैठे रहते थे, उनकी जल्दी मरने की संभावना 260 प्रतिशत अधिक देखने को मिली है। वहीं जो लोग एक्टिव थे और दिन में कम से कम 30 मिनट तक एक्सरसाइज करते थे उनमें जल्दी मौत की संभावना कम पाई गई।
आगे जितने भी अध्यन के बारे में बताया गया है वे सब इस बात पर निर्भर थे कि लोग याद करते क्या बता पा रहे हैं। इसके अलावा, लंबे समय तक व्यायाम के व्यापक, जनसंख्या-स्तर के प्रभावों में तल्लीन होने वाले कई अध्ययन औपचारिक व्यायाम दिशानिर्देशों को अपने लक्ष्य के रूप में उपयोग करने के लिए प्रवृत्त हुए। शोधकर्ताओं ने मॉडल में यह भी जानना चाहा कि अगर हम में से हर कोई सप्ताह में कम से कम 150 मिनट के लिए काम करना शुरू कर दे तो इससे हमारे शरीर को क्या फर्क पड़ेगा।
शोधकर्ताओं ने देथ रेट की जानकारी के लिए डेटा को निकाला
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट और सीडीसी के शोधकर्ताओं ने इस बात पर जोर देना शुरू किया अगर लोग ज्यादा चलना शुरू कर देंगे तो उनके देथ रेट क्या होगा। लेकिन उससे पहले वे एक बेस तैयार करना चाहते थे कि कम चलने वालें लोगों में देथ रेट क्या होगा। इसका पता लगाने के लिए शोधकर्ताओं ने डेटा जमा करना शुरू कर दिया और इसके लिए वे राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षा सर्वेक्षण, या एनएचएएनईएस से भी संपर्क किया। इसके लिए वे शोध में शामिल लोगों को उनका ब्योरा देने को कहा और उनकी गतिविधियों पर भी ध्यान रखा था।
इस शोध के लिए 4,840 प्रतिभागियों को किया गया था शामिल
इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने विभिन्न जातियों, पुरुष और महिलाओं के 4,840 प्रतिभागियों को शामिल किया और उनकी देखरेख करने लगे थे। इनमें 40 से 85 के बीच उम्र वाले लोग थे। ये सभी 2003 और 2006 के बीच सर्वेक्षण में शामिल हुए थे। इनकी हर तरीके की जांच की गई कि वे कितना चलते है और उनका हेल्थ रिकॉर्ड क्या है। उन लोगों ने उम्र, शिक्षा, धूम्रपान की स्थिति, आहार, बॉडी मास इंडेक्स और अन्य स्वास्थ्य कारकों पर भी विचार किया था।
क्या पाया गया शोध में
मॉडलिंग के अनुसार, यदि प्रत्येक सक्षम वयस्क दिन में अतिरिक्त 10 मिनट के लिए तेज गति से चलता है या अन्यथा एक्सरसाइज करता है, तो देश भर में सालाना 111,174 मौतों या यह कह लें कि 7 प्रतिशत होने वाली सालाना मौतो को बचाया जा सकता है। इसके बाद जब समय को 20 मिनट कर दिया गया तो संभावित रूप से टलने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 209,459 हो गई थी। यही नहीं जब उन लोगों ने समय को 30 मिनट कर दिया तो यह मौतें 272,297 हो गई थी। इससे यह पता चलता है कि हम जितना ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं, उतना ही मरने जल्दी मरने की संभावना कम होती है।
इसलिए यह सुझाव दिया जाता है कि आप हर रोज 10 मिनट से ज्यादा ही एक्सरसाइज करें और अपने जल्दी मौत की संभावना को कम करें।