इलाज के लिए विदेशियों का पसंदीदा जगह बना भारत, 2 लाख से ज्यादा लोगों ने उठाया लाभ
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: February 12, 2018 01:35 AM2018-02-12T01:35:30+5:302018-02-12T12:44:28+5:30
विदेशियों के लिए भारत बीमारी का इलाज कराने के लिए पसंदीदा जगह बन रहा है। मेडिकल सुविधाओं के मामले में भारत की रेप्यूटेशन दुनिया में तेजी से मजबूत हो रही है।
विदेशियों के लिए भारत बीमारी का इलाज कराने के लिए पसंदीदा जगह बन रहा है। मेडिकल सुविधाओं के मामले में भारत की रेप्यूटेशन दुनिया में तेजी से मजबूत हो रही है। इसको लेकर गृह मंत्रालय ने हाल ही में कुछ आंकड़े पेश किए हैं जिसमें ये बात साफ हुई है । इन आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में 2 लाख से ज्यादा विदेशी इलाज कराने के लिए भारत आए। भारत दुनिया में चिकित्सा क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
भारत साल 2016 में 1,678 पाकिस्तानियों और 296 अमेरिकियों समेत 2 लाख से अधिक विदेशियों ने अपना इलाज करवाया है। ये आंकडें बताते हैं कि पूरी दुनिया से 2016 में दुनिया भर के 54 देशों के 2,01,099 नागरिकों को चिकित्सा वीजा जारी किये गये थे, जो खुद में एक बड़ा आंकड़ा है।
वही, एक उद्योग मंडल द्वारा किये गये एक सर्वे के मुताबिक भारत के प्रमुख चिकित्सा स्थल के रूप में उभरने का प्राथमिक कारण विकसित देशों की तुलना में यहां काफी कम कीमत पर उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रहा है। इतना ही नहीं देश का चिकित्सा पर्यटन 3 अरब डॉलर लगभग हो गया है जिसके हिसाब से ये 2020 तक 7-8 अरब डॉलर का हो सकता है।
इन आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में सबसे ज्यादा चिकित्सा वीजा बांग्लादेशी नागरिकों के जारी हुए जो 99,799 के करीब हुए। इसके बाद अफगानिस्तान (33,955), इराक (13,465), ओमान (12,227), उज्बेकिस्तान (4,420), नाइजीरिया (4,359) समेत देश हैं। इतना ही नहीं इसी लाइन में पाकिस्तान का नाम भी आता है। करीब 1,678 पाकिस्तानियों ने भी यहां चिकित्सा के लिए वीजा लिया। जबकि 296 अमेरिकियों, ब्रिटेन के 370 नागरिकों, रूस के 96 नागरिकों और 75 ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को भी चिकित्सा वीजा जारी किया गया। वहीं, कई वीजा तो ई-वीजा प्रणाली के तहत जारी किये गये, जो भारत पहुंचने से पहले इन यात्रियों को मिलते हैं। इस योजना की शुरुआत 2014 से की गई थी।