केरल: बाढ़ से सैकड़ों लोगों की मौत, पानी में बहीं स्वास्थ्य सेवाएं, अब तबाही मचाएंगी ये 5 जानलेवा बीमारियां
By उस्मान | Published: August 18, 2018 10:47 AM2018-08-18T10:47:43+5:302018-08-18T10:47:43+5:30
Kerala Flood: केरल में बाढ़ की वजह से कई अस्पताल डूब गए हैं और अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की समस्या देखी गई है
100 सालों में सबसे भयावह बाढ़ झेल रहे केरल में अब तक 385 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ से राज्य के कई इलाकों में हाहाकार है। बताया जा रहा है कि करीब तीन लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में शरण लिए हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की समस्या देखी गई, तो पेट्रोल पंपों में ईंधन नहीं है। जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो रखा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल का हालचाल लेने पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी केरल के स्थिति पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री विजयन के साथ बैठक की। मौसम विभाग ने आज भी बारिश के आसार जताए हैं, जिससे हालात और बिगड़ने के आसार हैं। इडुक्की और एर्नाकुलम राज्य के बाक़ी हिस्सों से पूरी तरह कट गए हैं। पानी भरने की वजह से कोच्चि एयरपोर्ट को 26 अगस्त तक बंद कर दिया गया है। हजारों किलोमीटर सड़कें बह गई हैं। 80 बांधों को खोल दिया गया है। हालंकि, सेना, एयरफ़ोर्स, नेवी, एनडीआरएफ़ की टीमें युद्धस्तर पर राहत और बचाव का अभियान चला रही हैं। बाढ़ और बारिश के कारण अब केरल में विभिन्न बीमारियों का खतरा भी मंडराने लगा है। दिल्ली के जरनल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी बता रहे हैं कि पहले से तबाही झेल रहे केरल में कौन-कौन सी बीमारियां कहर बरपा सकती हैं।
1) टाइफाइड फीवर
टाइफोइड फीवर 'साल्मोनेला टाइफी' नामक बैक्टीरिया के कारण होता है, जो प्रदूषित पेयजल और भोजन में मौजूद होता है। यह बीमारी प्रदूषित पानी के साथ सीधे संपर्क में आने से होती है। इस बीमारी के लक्षण हैं- सिरदर्द, भूख की कमी, उच्च बुखार, और दस्त।
सावधानी - ताजा और स्वस्थ भोजन खाएं। सड़क का और किसी भी ऐसी जगह का जो अशुद्ध है खाने से बचें।
2) हैजा
टाइफोइड फीवर की तरह, हैजा भी एक बैक्टीरिया का कारण होता है जिसे विब्रियो कोलेरा कहा जाता है जो पीने के पानी और भोजन में फैलता है। संक्रमित मक्खियों इस बीमारी का वाहक हैं। पेल्विक पेन और उल्टी इस बीमारी का आम लक्षण हैं।
सावधानी - साफ और ताजा पका हुआ भोजन खाएं। पानी उबालकर पियें। इसके अलावा, अपने हाथों और खाद्य कंटेनरों को ठीक से धो लें।
3) लेप्टोस्पायरोसिस
यह एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन है जो जो जानवरों से होता है। यह कुत्ते, चूहे और खेत के जानवरों के पेशाब से फैलता है। इस खतरनाक रोग के कोई विशेष लक्षण नहीं होते हैं। कई मामलों में यह बीमारी घातक है लेकिन स्थति ज्यादा खराब होने पर आपको जान का खतरा हो सकता है। इसके लक्षणों में सीने में दर्द और हाथ पैरों में सूजन होना शामिल है। सरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीलिया, उल्टी, दस्त आदि इसके लक्षण हैं।
सावधानी- बाढ़ के पानी से बचें। पानी में जाने से पहले रबर के जूते पहनें। इसके अलावा बाढ़ के गंदी को छूने से बचें।
4) हेपेटाइटिस ए
लीवर सेल्स की सूजन के कारण लीवर सामान्य रूप से कार्य नहीं कर पाता है। हेपेटाइटिस ए वायरस इस सूजन का कारण बनता है। यह बीमारी अस्पष्ट या बेकार भोजन खाने से हो सकती है। हल्का बुखार, भूख की कमी, पेट दर्द, और पीले आंखें आम लक्षण हैं।
सावधानी - साफ और पके हुए भोजन खाएं। दूसरों के साथ एक ही पीने का गिलास साझा न करें।
5) डेंगू बुखार
यह एडिस एजिप्टी के साथ वायरस संक्रमण के कारण होता है, जिसे येलो फीवर मच्छरों के रूप में भी जाना जाता है। मच्छरों के कारण बरसात के मौसम में यह एक आम बीमारी है। इस बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण भूख, उल्टी, मांसपेशी दर्द, लाल त्वचा, और त्वचा पर रक्त धब्बे हैं।
सावधानी - मच्छर के काटने से बचने के लिए मच्छर प्रतिरोधी क्रीम और स्प्रे का उपयोग करें।