कर्नाटक में बढ़ रहे कोविड केस!, स्वास्थ्य मंत्री ने ‘एच3एन2’ पर जारी की गाइडलाइन, जानें मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 6, 2023 10:10 PM2023-03-06T22:10:59+5:302023-03-06T22:13:08+5:30
karnataka:भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के विशेषज्ञों ने कहा कि भारत में पिछले दो-तीन महीने से बुखार के साथ लगातार खांसी इन्फ्लूएंजा ए के उप स्वरूप एच3एन2 के कारण है।

स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि इस संबंध में केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा।
बेंगलुरुः कर्नाटक सरकार ने इन्फ्लूएंजा ए के उप स्वरूप ‘एच3एन2’ फैलने के संबंध में उठाए जाने वाले एहतियातन कदमों पर विचार-विमर्श करने के लिए आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञों की बैठक बुलायी। स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि इस संबंध में केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मौसमी फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए वायरल संक्रमण के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे एहतियाती उपायों का पालन करें, किसी भी लक्षण के मामले में डॉक्टर से मिलें और सख्ती से स्व-दवा से बचें।
In the view of increasing cases of seasonal flu, guidelines have been issued by state health department to prevent and control the spread of viral infection.
— Dr Sudhakar K (@mla_sudhakar) March 6, 2023
I urge people to follow precautionary measures, visit doctor in case of any symptoms and strictly avoid self-medication. pic.twitter.com/LJyu9gVATE
स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि बच्चे और 65 साल से अधिक उम्र के लोग भीड़ वाले इलाके में जानें से बचें। गर्भवती महिलाएं हर प्रोटोकॉल का पालन करें। हीटवेव और तापमान में वृद्धि पर भी चर्चा की गई है। लू से बचाव में गाइडलाइन जारी की गई। पानी, छाछ और नारियल पानी का सेवन करें।
सुधाकर ने कहा, ‘‘केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हमें इस पर (एच3एन2) ध्यान देने के लिए कहा। हमारे स्वास्थ्य आयुक्त और प्रधान सचिव ने इस संबंध में विचार-विमर्श किया है। एहतियातन कदम उठाने के संबंध में बैठक बुलायी।’’ अभी तक कर्नाटक में ऐसा कोई मामला नहीं आया है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार लक्षणों में से एक लगातार खांसी का रहना है।
जब ऐसे मामले आते हैं, तो क्या कदम उठाए जाएंगे और इलाज की कौन-सी पद्धति अपनायी जाएगी, इस पर विशेषज्ञों के साथ कल की बैठक में चर्चा की जाएगी।’’ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के विशेषज्ञों ने कहा कि भारत में पिछले दो-तीन महीने से बुखार के साथ लगातार खांसी इन्फ्लूएंजा ए के उप स्वरूप एच3एन2 के कारण है।