Covid nasal vaccine: सस्ती और सुरक्षित होगी nasal vaccine, इन 6 वजहों से ज्यादा असरदार साबित होगा टीका
By उस्मान | Published: March 8, 2021 02:17 PM2021-03-08T14:17:13+5:302021-03-08T14:21:57+5:30
नेजल वैक्सीन के फायदे : ऐसा माना जा रहा है कि इसकी एक सिंगल डोज ही काफी होगी
कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के बाद अब फार्मा कंपनी भारत बायोटेक नेजल टीका बनाने पर काम कर रही है। अगर नाक से दिया जाने वाला यह टीका कामयाब रहता है तो कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में यह बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
भारत बायोटेक ने देश में चार जगहों नागपुर, हैदराबाद, पटना और चेन्नई में कोरोना के खिलाफ अपनी नेजल वैक्सीन के लिए संभावित क्लिनिकल ट्रायल के लिए प्रतिभागियों को लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले हफ्ते तक 125 प्रतिभागियों को लेकर परीक्षण का पहला चरण शुरू हो सकता है।
नेजल वैक्सीन को मौजूदा टीके की तुलना में अधिक बेहतर माना जा रहा है। चलिए जानते हैं नाक से दिए जाने वाला टीका इंजेक्शन से दिए जाने वाले टीके से बेहतर साबित कैसे हो सकता है।
नेजल वैक्सीन के फायदे
सस्ता होगा नेजल टीका
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यह सस्ता और कम खर्चीला होगा और इसमें कोई इंजेक्शन नहीं होगा। भारत बायोटेक ने कहा है कि इसके निर्माण की क्षमता वैश्विक मांग को पूरा करने में मदद करेगी।
नॉन-इनवेसिव
यह नॉन-इनवेसिव है यानी इसमें कोई उपकरण शामिल नहीं है जैसे इंजेक्शन की जरूरत नहीं। इसके लिए किस नर्स या डॉक्टर की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि यह बूंदों की तरह नाक गुहा के अंदर जाएगा। यह सुइयों से जुड़ी चोटों और संक्रमणों को भी खत्म करेगा।
वायरस को जल्दी मारने की क्षमता
नाक के जरिये संक्रमण का अधिक खतरा होता है। कोरोना के मामले में अधिकतर नाक ही वायरस के फैलने के कारण बनता है। जाहिर है नेजल वैक्सीन को नाक में डाला जाएगा जिसकी वजह से वायरस को शरीर के अंदर घुसने से पहले नाक में खत्म किया जा सकता है।
तेजी से बढ़ेगी पहुंच
नेजल वैक्सीन मौजूदा समय में इंजेक्शन द्वारा दी जा रही कोरोना की दवा के संभावित खतरों को दूर करने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। यह एक तरह से नेजल ड्रॉप है जिसे कोई भी आसानी से ले सकता है जिससे इसकी पहुंच बढ़ेगी। बहुत से लोग इंजेक्शन के दर्द की वजह से वैक्सीन नहीं लेते।
बच्चों के लिए सुरक्षित और सुगम
भारत बायोटेक का कहना है, नेजल वैक्सीन बच्चों और वयस्कों के लिए आदर्श रूप से अनुकूल होगा। यह एक इनएक्टिव वेक्टर-बेस्ड टीका है, इसलिए यह बच्चों के लिए सुरक्षित है। इसमें दर्द होने का खतरा नहीं होगा।
सिंगल डोज ही काफी
भारत बायोटेक एक ऐसी नेजल वैक्सीन बना रही है जिसकी एक ही खुराक काफी होगी। इस तरह के एक टीके को अगर मंजूरी दे दी जाती है, तो लागत को कम करने में मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा, ChAd-SARS-CoV-2-S का इंट्रानैसल टीकाकरण नाक में एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है, जो वायरस के प्रवेश का बिंदु है - जिससे बीमारी, संक्रमण और संचरण से बचाव होता है।
देश में कोविड-19 के 18,599 नए मामले
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 18,599 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,12,29,398 हो गई। देश में लगातार तीसरे दिन 18 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार छठे दिन उपचाराधीन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अभी 1,88,747 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.68 प्रतिशत है। देश में मरीजों के ठीक होने की दर में गिरावट दर्ज की गई है, जो अब 96.91 प्रतिशत है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.41 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, वायरस से 97 और लोगों की मौत के बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 1,57,853 हो गई।