भारत ने कोविड-19 से निपटने के लिए म्यामां को ‘रेमडेसिवीर’ दवा की 3000 से अधिक शीशियां दी
By भाषा | Published: October 5, 2020 02:35 PM2020-10-05T14:35:05+5:302020-10-05T14:35:05+5:30
कोरोना वायरस की दवा : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को भी यह दवा दी जा रही है
अपने पड़ोसी देश की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए सेना प्रमुख जनरल एम. एमँ नरवणे और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को म्यामां की नेता आंग सान सू ची को ‘रेमडेसिवीर’ दवा की 3000 से अधिक शीशियां सौंपी।
जनरल नरवणे और श्रृंगला रविवार को दो दिन की म्यामां यात्रा पहुंचे, जिसका उद्देश्य रक्षा और सुरक्षा समेत अनेक क्षेत्रों में संबंधों का और विस्तार करना है। भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया भारतीय सेना प्रममुख और विदेश सचिव ने म्यामां में भारत के राजदूत सौरभ कुमार के साथ सोमवार को सू ची के साथ मुलाकात की और महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
उसने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मित्रवत पड़ोसी म्यामां की मदद करने के लिए भारत से सू ची को ‘रेमडेसिवीर’ दवा की 3000 से अधिक शीशियां सौंपी।’’ ‘रेमडेसिवीर’ का इस्तेमाल कोविड-19 के इलाज के लिए किया जाता है। कोरोना वायरस से संक्रमित अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भी यही दवा दी जा रही है।
जनरल नरवणे और श्रृंगला का दौरा ऐसे समय में महत्वपूर्ण माना जा रहा है जब भारतीय सेना का पूर्वी लद्दाख में चीन की सेना के साथ सीमा पर गतिरोध जारी है तथा कोरोना वायरस महामारी के बीच विदेश यात्राओं पर पाबंदी भी लगी हुई है।
यह जनरल नरवणे की पिछले साल 31 दिसम्बर को सेना प्रमुख के रूप में कामकाज संभालने के बाद पहली विदेश यात्रा होगी। म्यामां, भारत के रणनीतिक पड़ोसी देशों में से एक है जो उग्रवाद प्रभावित नगालैंड और मणिपुर समेत उत्तर पूर्व के कई राज्यों के साथ 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है।