how to get rid piles: पुरानी बवासीर का इलाज करने के लिए आजामायें ये 8 घरेलू उपाय
By उस्मान | Published: February 22, 2021 11:37 AM2021-02-22T11:37:40+5:302021-02-22T11:37:40+5:30
पुरानी से पुरानी बवासीर से राहत पाने के लिए यह घरेलू उपाय आ सकते हैं काम
बवासीर गुदा मार्ग में होने वाला रोग है जिसमें मल त्याग के दौरान खून भी आ सकता है। पेट में कब्ज रहना बवासीर का बड़ा कारण है। इसमें गुदा और मलाशय के आसपास सूजन हो जाती है और मस्से बन जाते हैं। मस्से गुदा के अंदर और बाहर दोनों जगह हो सकते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका समय पर और पूरा इलाज नहीं कराने से बार-बार हो सकती है।
बवासीर के लक्षण
अगर आपका पेट हमेशा खराब रहता है तो संभव है यह रोग आपको बार-बार परेशान कर सकता है। आमतौर पर आंतरिक या बाहरी बवासीर के कुछ लक्षणों में शामिल हैं: गुदा के आसपास खुजली होना, दर्दनाक या खुजली वाली सूजन या आपके गुदा के पास गांठ, मल त्याग के दौरान दर्द होना, या खून आना, गुदा के आसपास जलन और दर्द होना आदि।
बवासीर का घरेलू इलाज
विच हेजल
यह फूल का पौधा है जो खुजली और दर्द दोनों को कम कर सकता है। इसमें नैचुरल एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, इसलिए यह सूजन को भी कम कर सकता है। यह तरल रूप में खरीदा जा सकता है और सीधे प्रभावित हिस्से पर लगाया जा सकता है।
एलोवेरा
एलोवेरा जेल का उपयोग बवासीर और त्वचा की विभिन्न स्थितियों के उपचार के लिए किया जाता है। इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण हैं, जो जलन को कम करने में मदद कर सकता है। आपको शुद्ध एलोवेरा जेल का उपयोग करना चाहिए। कुछ लोगों को एलोवेरा से एलर्जी होती है, विशेषकर जिन्हें लहसुन या प्याज से एलर्जी होती है।
बवासीर का आयुर्वेदिक इलाज
सिट्ज़ बाथ
इसका मतलब है गर्म पानी से प्रभावित हिस्से की सिकाई। इससे बवासीर से होने वाली जलन को शांत करने में मदद मिल सकती है। आप एक टब में गर्म पानी भरकर उसमे बैठ सकते हैं। हर मल त्याग के बाद 20 मिनट तक गर्म स्नान करना सबसे प्रभावी होगा। इसमें आप एप्सोम साल्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
कोल्ड कॉम्प्रेस
सूजन से राहत पाने के लिए बर्फ के पैक को कम से कम 15 मिनट तक गुदा में लगकार सिकाई करे। दर्दनाक बवासीर के लिए, यह एक अत्यंत प्रभावी उपचार हो सकता है। हमेशा बर्फ को किसी कपड़े या पेपर टॉवल के अंदर लपेटें, और कभी भी सीधे जमी हुई त्वचा पर न लगाएं।
बवासीर कैसे ठीक करे
मेथी
सुबह यदि खाली पेट मेथी के दानों को चबाकर खाया जाए तो बवासीर को रोकने में काफी मदद मिलती है। इसके अलावा 5-5 ग्राम मेथी और सोया के दाने पीसकर सुबह-शाम पीने से भी ये रोग संतुलित रहता है। यदि आप मेथी के दानों का पेस्ट मस्सों पर लगाते हैं तो आपको जलन और खुजली में भी काफी राहत मिलेगी।
रीठा
रीठा के छिलके को कूटकर आग पर जला कर कोयला बना लें। इसके कोयले के बराबर मात्रा में पपरिया कत्था मिलाकर चूर्ण बनाकर रखें। लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग की मात्रा में लेकर मलाई या मक्खन में मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम खाने से मस्सों में होने वाली खुजली व जख्म नष्ट हो सकते हैं।
पुरानी बवासीर का इलाज
मल पतला करने वाले उत्पाद
ऐसा माना जाता है कि Psyllium जैसे मल पतला करने वाले उत्पाद या फाइबर सप्लीमेंट कब्ज को कम करने में मदद कर या मल को पतला बना सकते हैं। इससे दर्द रहित मल त्याग करने में मदद मिलती है। इनमें से कई पाउडर, कैप्सूल और तरल पदार्थ के रूप में मिलते हैं।
कपूर
कपूर, रसोत, चाकसू और नीम का फूल सबको 10-10 ग्राम कूट कर पाउडर बनालें। मूली को लम्बाई में बीच से काटकर उसमें सबके पाउडर को भरें और मूली को कपड़े से लपेटे तथा मिट्टी लगाकर आग में भून लें। भुन जाने पर मूली के ऊपर से मिट्टी और कपड़े को उतारकर उसे शिलबट्टे पर पीस लें और मटर के बराबर गोलियां बना लें। 1 गोली प्रतिदिन सुबह खाली पेट पानी से लेने पर1 सप्ताह में ही बवासीर ठीक हो जाती है।