आंतों को डैमेज कर सकती हैं रोजाना की 7 गलत आदतें, इन 12 लक्षणों से करें आंत के खराब होने की पहचान
By उस्मान | Published: October 19, 2021 12:46 PM2021-10-19T12:46:24+5:302021-10-19T12:46:24+5:30
खराब जीवनशैली और खान-पान की वजह से आंतों पर बुरा प्रभाव पड़ता है
आंत मानव शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। आंत पोषक तत्वों को अवशोषित करती है, जो शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं जैसे ऊर्जा के उत्पादन से लेकर मानसिक स्वास्थ्य और हार्मोन संतुलन तक। आंत लाखों अच्छे बैक्टीरिया का घर है, जो पाचन में सहायता करता है और मजबूत प्रतिरक्षा के लिए जिम्मेदार होता है।
खराब जीवनशैली और खान-पान की वजह से आंतों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। रोजाना के कई काम आंतों का कामकाज प्रभावित करते हैं और इनमें सुधार करके आंतों को स्वस्थ और मजबूत बनाया जा सकता है।
आंत खराब होने के लक्षण
पेट एवं आंत के रोगों के लक्षणों में शामिल है - खाना निगलने में कठिनाई, पेट में हमेशा दर्द रहना, बार-बार उल्टी होना एवं जी मिचलाना, अपने आप वजन घटना, भूख न लगना, उल्टी में रक्त, मल में रक्त, आंत्र की आदतों में बदलाव (लगातार दस्त या कब्ज रहना), लगातार पेट की परेशानी, पेट साफ ना होना, कमजोरी या थकान महसूस करना।
आंतों को खराब होने के कारण
खाने में प्रीबायोटिक्स की कमी
केला, सेब, लहसुन और प्याज जैसे प्राकृतिक प्रीबायोटिक भोजन आपके पेट के लिए आवश्यक हैं। आंत के स्वास्थ्य के लिए प्रीबायोटिक्स की भूमिका के बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं। प्रीबायोटिक्स आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और समग्र आंत स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
अधिक मात्रा में चीनी का सेवन
यदि आप अधिक मात्रा केवल प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ लेते हैं, तो यह आपके पेट के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। ऐसे खाद्य उत्पाद खाने से जिनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है, आपकी आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचा सकते हैं। असंतुलन के कारण अत्यधिक चीनी की लालसा हो सकती है जो शरीर में सूजन पैदा कर सकती है।
नींद की कमी
एक अनियमित नींद चक्र से लगातार थकान, जलन और साथ ही एसिडिटी जैसी गंभीर समस्याएं होती हैं। एक स्वस्थ नींद चक्र को बनाए न रखने से तनाव बढ़ता है जो आपके पेट के लिए हानिकारक है।
निर्जलीकरण
पानी आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। नियमित अंतराल पर अच्छी मात्रा में पानी पीने से पाचन में सहायता मिलती है, त्वचा में सुधार होता है और मल त्याग भी नियंत्रित होता है। दिन भर में खूब पानी पिएं।
व्यायाम की कमी
फिट और स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम करना न केवल वजन कम करने के लिए अच्छा है बल्कि हृदय स्वास्थ्य और शरीर में रक्त परिसंचरण में भी सुधार करता है। किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि - खेल खेलने से लेकर नियमित व्यायाम या योग तक - शरीर में गति का कारण बनती है, जो आंत के लिए भी अच्छा है।
कम फाइबर का सेवन
कम फाइबर वाला आहार पेट से संबंधित कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है, जैसे दस्त और कब्ज। फाइबर अच्छे पाचन के साथ-साथ रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने के लिए महत्वपूर्ण है। सब्जियां, फल और साबुत अनाज फाइबर के समृद्ध स्रोत हैं और आपके नियमित आहार का एक अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए।
शराब का अत्यधिक सेवन
नियमित रूप से बहुत अधिक शराब पीने से आंत के बैक्टीरिया में असंतुलन हो जाता है। इस स्थिति को डिस्बिओसिस के रूप में जाना जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अपने आंत और स्वस्थ बैक्टीरिया को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, मध्यम और कभी-कभी पीना बेहतर होता है।