6 जुलाई से शुरू होने जा रहा है सावन का पवित्र महीना, सावन में नहीं खानी चाहिए ये चीजें, जानें इसके पीछे की वजह
By प्रिया कुमारी | Published: July 5, 2020 10:52 AM2020-07-05T10:52:51+5:302020-07-05T10:55:40+5:30
6 जुलाई से भगवान शिव जी प्रिय महीना सावन शुरू होने जा रहा है। भगवान शिव को प्रसन्न रखने के लिए सावन में कई चीजों का ख्याल रखना पड़ता है सावन कुछ खाद्य पदार्थ नहीं खाए जाते हैं।
6 जुलाई से भगवान शिव जी को समर्पित सावन का महीना शुरू होने वाला है। कहा जाता है कि शिव जी को ये महीना बहुत ही पसंद है। सावन के महीने में त्रिदेवों की सारी शक्तियां अकेले शिवजी के पास ही होती है। इस दौरान चारों ओर भक्ति का माहौल होता है। शास्त्रों में भी कहा और माना गया है कि बाकी दिनों की अपेक्षा सावन के महीने में भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। इस लिहाज से भी सावन में कई चीजों को खाने की मनाही है। भक्ति के माहोल में हर कोई पूठा-पाठ में लीन रहता है। साथ ही इस महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने का कई गुना लाभ भी मिलता है।
सावन की महीना पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इस दौरान इस महीने में काफी कुछ न खाने की सलाह दी जाती है। इस महीने को भगवान शिव का महीना कहा जाता है, सावन में हर सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस महीने में खाने-पीने की जीस पर चीज को लेकर मनाही है इसके पीछे धार्मिक वजहों के साथ वैज्ञानिक वजह भी है। आइए जानते कुछ ऐसी खाद्य पदार्थों के नाम जिन्हें सावन में नहीं खाया जाता इसकी क्या वजह है।
दूध- सावन में शिव जी को दूध चढ़ाया जाता है इस दौरान दूध पीने से मना किया जाता है। वैज्ञानिक वजह यह है कि इस मौसम में कीड़े लगी पत्तियां गाय खा लेती हैं, अगर फिर भी कोई दूध पीना चाहता है तो दूध को अच्छी तरह उबाल कर पीना चाहिए।
हरी सब्जियां- बारिश में हरि सब्जियां को खाने से मना किया जाता है। क्योंकि बारिश में बीमारी वाले कीड़े बहुत ज्यादा होते हैं, जो हरी और पत्तेदार सब्जियों से चिपके रहते हैं। जिससे पेट और त्वचा का खतरा रहता है। इसलिए सावन में हरि सब्जियों का खाने के लिए मना किया जाता है, लेकिन अगर आप चाहे तो सब्जियों को अच्छे तरीके से धोकर देखकर खा सकते हैं।
मांसाहारी भोजन- पूरे सावन शाकाहारी भोजन खाने की सलाह दी जाती है। ताकि इस मौसम में होने वाली बीमारियां हम तक ना पहुंच सके। मानसून में मछली तो बिल्कुल नहीं खानी चाहिए क्योंकि मानसून का समय मछलियों के अंडे देने का समय होता है, और ये अंडे इंसान के लिए हानिकारक होते हैं। इसलिए मछली तो बिल्कुल भी न खाए।
मसालेदार खाना- वैसे तो मसालेदार खाना खाना हमारे सेहत के लिए ज्यादा अच्छा नहीं है। लेकिन बरसात में बीमारियां हमारे आस-पास रहती हैं, ऐसे में जितना हो सके हेल्दी खाना खाएं। मसालेदार खाना खाने से आंतो को ज्यादा काम करना पड़ता है। ज्यादा उर्जा खर्च होती है।शरीर में स्फूर्ती नहीं बचती।
किसी का अपमान न करें और किसी भी प्रकार के बुरे विचार मन में नहीं लाना चाहिए। अगर घर के दरवाजे पर सांड या गाय आ जाए तो उसे मार कर भगाएं वहीं बल्कि कुछ खाने के लिए जरूर दें। सांड को मारना शिवजी की सवारी नंदी का अपमान करने समान है।