किडनी की पथरी, पीलिया, डायबिटीज, नपुंसकता, शीघ्रपतन जैसी 20 बीमारियों का काल है ये पौधा
By उस्मान | Published: April 11, 2019 11:21 AM2019-04-11T11:21:32+5:302019-04-11T12:11:42+5:30
इस पौधे में कटे, जले, चोट, घाव को ठीक करने, मासिक धर्म की ऐंठन, रक्तस्राव, दर्द से राहत दिलाने, खूनी दर्दनाक बवासीर, जोड़ों के दर्द, गठिया, डायबिटीज, डायरिया, आंखों के काले घेरे, शारीरिक कमजोरी, नकसीर, नपुंसकता, नेत्र रोग, टॉन्सिल्स, पेट के कीड़े, कब्ज, फोड़े, गैस, पीलिया, पेट दर्द, आंतों के कीड़े और किडनी की पथरी का इलाज करने की क्षमता होती है।
आपने हाथ लगाने पर सिकुड़ने वाले पौधे 'छुई-मुई' का नाम जरूर सुना होगा। इसे पौधे का वास्तविक नाम लाजवंती है। यह पौधा देखने में जितना साधारण है, उतना ही गुणकारी भी होता है। आपको यह पौधा कहीं भी देखने को मिल सकता है। लेकिन आपको जरा भी अंदाजा नहीं होगा कि यह आपके कितने काम आ सकता है। इस पौधे के सभी हिस्सों जड़, तना, फूल, फल, पत्ते, फल का जूस, फल का चूर्ण, जड़ का चूर्ण, पत्तों का रस, फल के बीजों का घरेलू दवाओं में प्रयोग किया जाता है।
किसी इंसान या बाहरी चीज के छू जाने से सिकुड़ने वाला यह पौधा कई गंभीर बीमारियों का काल है। इस पौधे का पौष्टिक गुणों के आधार पर आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी पत्तियों और जड़ों में एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं जिस कारण यह कई रोगों से लड़ने में सक्षम है।
पीलिया और डायरिया का करता है नाश
इसमें कटे, जले, चोट और घाव को ठीक करने के गुण होते हैं। यानी आप इसका इस्तेमाल एक दवा के रूप में कर सकते हैं। इसके गुणों की वजह से आप इसका उपयोग मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव, ऐंठन, दर्द से राहत पाने, खूनी दर्दनाक बवासीर को ठीक करने, जोड़ों के दर्द या गठिया से राहत पाने, डायबिटीज कंट्रोल करने, डायरिया के इलाज के लिए कर सकते हैं।
नपुंसकता को दूर करने में सहायक
इतना ही नहीं पौधे में आंखों के काले घेरे, शारीरिक कमजोरी, नकसीर, नपुंसकता, नेत्र रोग, टॉन्सिल्स, पेट के कीड़े, कब्ज, फोड़े, गैस, पीलिया को जड़ से खत्म करने, पेट दर्द और आंतों के कीड़े के इलाज और किडनी की पथरी को बाहर निकालने के लिए भी कर सकते हैं।
बवासीर का रामबाण इलाज
बवासीर में लाजवंती के पत्तों का एक चम्मच चूर्ण गाय के दूध के साथ सुबह-शाम अथवा तीन बार प्रयोग करने से पाइल्स में लाभ होता हैं। छुई-मुई की जड़ और पत्ते, दोनों का एक चम्मच चूर्ण गाय के दूध में मिलाकर प्रातः सांय सेवन करने से पाइल्स में लाभ होता हैं।
डायबिटीज करता है कंट्रोल
इस अध्ययन से पता चलता है कि यह शरीर में ब्लड ग्लूकोज लेवल कम करता है। इन सभी का उपचार करने के लिए आप इस पौधे के रस का सेवन कर सकते हैं। यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
पीरियड्स के दर्द और ऐंठन को करता है कम
महिलाओं के लिए मासिक धर्म के दिन बहुत की कष्टदायक होते हैं। इस दौरान अत्याधिक रक्त स्राव को नियंत्रित करने के लिए लाजवंती का उपयोग किया जा सकता है। इसमें हार्मोन को नियंत्रित करने वाले गुण होते हैं जो रक्त स्राव को नियंत्रित कर सकते हैं।
बालों को झड़ने से बचाने में सहायक
इस पौधे का उपयोग कर आप बालों की समस्या का निदान कर सकते हैं। विशेष रूप से यह बालों के झड़ने की समस्या को रोक सकता है। इस पौधे में मौजूद पोषक तत्व बाल कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसका नियमित उपयोग कर बालों के झड़ने और गंजापन को नियंत्रित किया जा सकता है। आप इसके लिए लाजवंती के रस युक्त शैम्पू का उपयोग कर सकते हैं।