तुरंत ये 10 चीजें खाना छोड़ दें जवान लड़के, वरना आगे चलकर पिता बनने को तरसेंगे
By उस्मान | Published: January 10, 2020 04:06 PM2020-01-10T16:06:23+5:302020-01-10T16:28:27+5:30
ऐसा माना जाता है कि कि खाने-पीने की कुछ चीजें सीधे रूप से स्पर्म, कामेच्छा, फर्टिलिटी यानी प्रजनन दर को प्रभावित करती हैं।
स्वस्थ खान-पान न केवल बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है बल्कि यौन जीवन को भी बेहतर बनाता है। ऐसा माना जाता है कि कि खाने-पीने की कुछ चीजें सीधे रूप से स्पर्म, कामेच्छा, फर्टिलिटी यानी प्रजनन दर को प्रभावित करती हैं। खराब खान-पान से आपको कई यौन समस्याओं का खतरा हो सकता है जिसमें मुख्यतः शुक्राणुओं का कम होना, यौन इच्छा में कमी, नपुंसकता और शीघ्रपतन शामिल हैं।
आजकल जवान लड़के कई ऐसी चीजों का खूब सेवन कर रहे हैं, जो धीरे-धीरे उनके यौन जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं। आपको बता दें कि इस तरह की चीजें उन्हें आगे चलकर पिता बनने में परेशानी पैदा कर सकती हैं। हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आपको तुरंत छोड़ देना चाहिए।
1) कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
ऐसा कहा जाता है कि बीयर, शराब से भी स्पर्म की मात्रा कम होती है। इन सभी पेय पदार्थों में शुगर की मात्रा अधिक होती है, जो स्पर्म बनने की कार्य प्रणाली में रुकावट डाल सकती हैं।
2) चाय-कॉफी
अक्सर पुरुष ऑफिस में काम करने के दौरान छह-सात कप चाय या कॉफी पी जाते हैं। कैफीन का अधिक सेवन पुरुषों के प्रजनन शक्ति पर प्रतिकूल रूप से प्रभाव डालता है। ऐसे में कोशिश करें की एक या दो कप ही चाय या कॉफी पिएं।
3) सिगरेट
पुरुषों के लिए सिगरेट का सेवन हानिकारक होती है। इसके सेवन से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता हैं। जिससे पुरुषों को पिता बनने में परेशानी हो सकती है। साथ ही साथ पुरुष खुद को अस्वस्थ और ऊर्जाहीन महसूस करते हैं। इससे पुरुषों की प्रजनन शक्ति भी कमजोर हो जाती हैं।
4) जंक फूड
पुरुषों के लिए अधिक जंक फूड का सेवन भी हानिकारक होता है। इसके सेवन से पुरुषों की प्रजनन शक्ति कमजोर हो सकती है और उन्हें पिता बनने में परेशानी हो सकती है। साथ ही जंक फूड के अधिक सेवन से उनके शरीर में कई तरह की परेशानियां जन्म ले ले सकती हैं।
5) कीटनाशक फल-सब्जियां
आजकल ज्यादातर फल, सब्जियों, फसलों में कीटनाशकों का इस्तेमाल होने लगा है। ये शरीर में जाकर नपुंसकता, कैंसर आदि जानलेवा बीमारियों का कारण बनते हैं। बाजार से लाई गई सब्जियों और फलों को अच्छी तरह से धोकर ही खाएं।
6) सप्पलीमेंट
आमतौर पर देखा जाता है कि लोग इतना ज्यादा जंक फूड खाने लग गए हैं कि उन्हें सही प्रकार का प्रोषण नहीं मिल पाता। ऐसे शरीर में उस पोषण की कमी को पूरा करने के लिये वे दवाई की दुकान से सप्पलीमेंट लेने लग जाते हैं, जिसका सीधा असर नपुंसकता पर पड़ता है।
7) प्रोसेस्ड मीट
प्रोसेस्ड मीट कई बीमारियों की जड़ है। प्रोसेस्ड मीट में हॉट डॉग, सलामी, बीफ, बेकन इत्यादि शामिल हैं। ऐसा माना जाता है कि प्रोसेस्ड रेड मीट स्पर्म काउंट कम करने स्पर्म मोटिलिटी पर असर डाल सकता है। हालांकि चिकन खाने और शुक्राणु के स्वास्थ्य में कमी के बीच संबंध नहीं पाया गया।
8) सोया उत्पाद
सोया उत्पादों में फाइटोएस्ट्रोजेन-एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक होते हैं जो पौधों से आते हैं। बोस्टन में प्रजनन क्लीनिक के 99 पुरुषों के एक अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला है कि सोया के अत्यधिक सेवन से शुक्राणु एकाग्रता में कमी हो सकती है।
9) ट्रांस फैट
ऐसा माना जाता है कि ट्रांस फैट सिर्फ स्पर्म काउंट ही कम नहीं करते हैं बल्कि हृदय रोग के जोखिम को भी बढ़ाते हैं। अधिक मात्रा में ट्रांस फैट खाने से स्पर्म काउंट कम हो सकता है। इन खाद्य पदार्थों में क्रैकर, कुकीज़, केक, पाई, पॉपकॉर्न, पिज्जा, फास्ट फूड, मार्जरीन, कॉफी क्रीमर, बिस्कुइट्स आदि शामिल हैं।
10) अधिक फैट वाले डेयरी उत्पाद
ऐसा कहा जाता है कि अधिक फैट वाले डेयरी उत्पाद (फुल क्रीम मिल्क, क्रीम और पनीर) जैसी चीजों का अधिक सेवन करने से स्पर्म काउंट पर असर पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि गायों को सेक्स स्टेरॉयड दिया जाता है।