Flashback 2019 : फ्री इलाज, 5 लाख बीमा वाली स्वास्थ्य योजना 'आयुष्मान भारत' में हुआ 65 लाख मरीजों का इलाज
By उस्मान | Published: December 17, 2019 07:09 AM2019-12-17T07:09:44+5:302019-12-17T07:09:44+5:30
जानिये इस योजना के बारे में सब कुछ और फ्री इलाज कराने के तरीके
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य योजना 'आयुष्मान भारत योजना' के तहत 5 दिसंबर 2019 तक 65 लाख से ज्यादा मरीजों का उपचार हो चुका है और केंद्र ने इस पर 9,549 करोड़ रुपये का खर्च किये हैं। इस दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना कहा जाता है।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने 10 दिसंबर को राज्यसभा में दी। उन्होंने बताया कि इन 65,45,733 मरीजों में से 35,34,695 मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में किया गया और उनके इलाज पर 6,133 करोड़ रुपये खर्च हुए।
वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कुल 1013.76 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष के लिए यह राशि 1849.55 करोड़ रुपये है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत 2022 तक देश में 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों (एचडब्लूसी) की स्थापना की जानी है।
आयुष्मान भारत योजना क्या है? (What is Ayushman Bharat Yojana in Hindi)
आयुष्मान भारत को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana AB-PMJAY) या नेशन हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम (National Health Protection Scheme) या मोदीकेयर (ModiCare) के नाम से भी जाना जाता है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करा रही है।
इलाज के लिए जरूरी है गोल्डन कार्ड
इस योजना के तहत देश के दस करोड़ गरीब परिवारों को कैंसर सहित 1300 से ज्यादा बीमारियों का मुफ्त इलाज और हर परिवार को 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर दिया जा रहा है। अगर आपका नाम इस योजना के अंतर्गत आता है और आप इसका लाभ लेना चाहते हैं, तो आपके पास 'गोल्डन कार्ड' होना जरूरी है। इस कार्ड को आयुष्मान कार्ड (Ayushman Bharat Yojana Golden Card) के नाम से भी जाना जाता है।
गोल्डन कार्ड बनवाना हुआ आसान
अगर आपका नाम आयुष्मान भारत योजना में है और आप गोल्डन कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो आपको इस योजना में शामिल अस्पताल या जन सेवा केंद्र से संपर्क करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्र बनाए गए हैं, जहां आप इस कार्ड को बनवा सकते हैं। इसे बनवाने के लिए आपको मात्र 30 रुपये देने होंगे और साथ में राशन कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर बताना होगा।
आयुष्मान भारत में एक नया प्रावधान किया गया है। नया नियम यह है कि इस योजना से जुड़े परिवार में शादी करके आई नई नवेली बहू को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं लेने के लिए किसी कार्ड या डाक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं होगी। ऐसी महिलाएं सपनी पति का आधार कार्ड दिखाकर सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगी। बता दें कि पहले ऐसी महिलाओं को विवाह प्रमाण पत्र जरूरी होता था।
आयुष्मान भारत में ऐसे देखें अपना नाम
-सबसे पहले इस लिंक पर क्लिक करें https://mera.pmjay.gov.in/search/login। इसके बाद अपना मोबाइल नंबर ऐड करें। इसके बाद कैप्चा ऐड करें। फिर ओटीपी जेनेरेट करें। उसके बाद ओटीपी नंबर ऐड करें। उसके बाद राज्य सेलेक्ट करें। उसके अपने नाम या जाति श्रेणी से सर्च करें। उसके बाद अपनी डिटेल इंटर करें और सर्च करें।
आयुष्मान भारत हेल्पलाइन नंबर
आप इन नंबरों पर इस बात का पता कर सकते हैं कि आप आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं या नहीं। हेल्पलाइन का नंबर 14555 है। इस पर मरीज आयुष्मान भारत योजना की जानकारी ले सकते हैं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का एक और हेल्पलाइन नंबर 1800 111 565 भी है। यह नंबर 24 घंटे चालू रहेगा।