मिर्गी के मरीजों को जूता सुंघाना चाहिए...डालनी चाहिए मुंह में चम्मच या उगंली?, जानिए लोगों में क्या है Epilepsy से जुड़ी गलत धारणाएं
By आजाद खान | Published: November 17, 2022 06:59 PM2022-11-17T18:59:27+5:302022-11-17T19:09:25+5:30
जानकारों की माने तो मिर्गी एक बीमारी है जिसका सही से जांच कर बेहतरह इलाज होना चाहिए। मिर्गी को लेकर जो भी लोगों के बीच धारणाएं है, वे सभी धारणाओं को एक्सपर्ट्स गलत बताते है।
Myths About Epilepsy: मिर्गी की बीमारी एक जानलेवा बीमारी होती है जो कब और कहां आ जाए इसका कोई ठीक नहीं होता है। आज दुनिया भर में पांच करोड़ लोग इस बीमारी से परेशान है। ऐसे में यह बीमारी क्या है और इसे लेकर आम लोगों में क्या-क्या गलत धारणाएं है, आइए जान लेते है।
मिर्गी एक ऐसी बीमारी है जिसमें दिमागा में शार्ट सर्किट होने के कारण लोग इसके शिकार होते है। जानकारों की माने तो यह बीमारी छूने से नहीं फैलता है। ऐसे में इस बीमारी को लेकर लोगों के बीच कई धारणाएं है जो सही नहीं है। तो आइए जान लेते है कि मिर्गी को लेकर वे कौन-कौन सी गलत धारणाएं जो लोगों के बीच आम है।
मिर्गी की बीमारी को लेकर लोगों में क्या गलत धारणाएं है
1. क्या मिर्गी एक संक्रामक बीमारी है?
मिर्गी को लेकर लोगों में यह आम है कि यह एक संक्रामक बीमारी है। लेकिन WHO की माने तो यह बीमारी छुने से नहीं फैलता है। ऐसे में लोगों की यह धारणा गलत है यह एक संक्रामक बीमारी है। इसकी पुष्टी भी हो गई है।
2. क्या भूत प्रेत के कारण भी होती है यह बीमारी?
लोगों में यह भी आम है कि मिर्गी की बीमारी भूत प्रेत के कारण भी होती है। आज भी गांवों में यह धारणा बनी रहती है कि जिस कारण लोग मिर्गी के मरीज से दूरी बनाकर रहते है। एक्सपर्ट्स की माने तो मिर्गी एक मेडिकल कंडीशन है जो दिमाग में हुए शार्ट सर्किट की वजह से होती है।
3. आम लोगों की तरह नहीं बिता सकते है जीवन?
जानकारों की माने तो लोगों के बीच यह भ्रम बना रहता है कि जिनको मिर्गी की बीमारी है वे आम तरीके से जीवन नहीं जी सकते है। उनके रहने-खाने और जीवन बिताने पर लोग सवाल उठाते है। इस तरह के मरीजों को केवल स्वीमिंग और ड्राइविंग से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
4. मिर्गी आने पर लगाए मुंह में चम्मच या उगंली?
जिन लोगों को मिर्गी का दौरा आता है, आम तौर पर लोग उनके मुंह में चम्मच या उंगली डालते है। एक्सपर्ट्स की माने तो यह धारणा गलत है और लोगों को इससे बचना चाहिए। लोग इन मरीजों को जूता भी सूंघाते है जिसे भी जानकार गलत बताते है।
इस बीमारी का इलाज करवाना चाहिए न कि ऐसे मरीजों से दूरी बनानी चाहिए।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)