डायबिटीज, कैंसर, मोटापे, एनीमिया, बवासीर, कोलेस्ट्रॉल का काल है अंकुरित मोठ, रोज खायें एक कटोरा, 3 दिन में दिखेगा असर
By उस्मान | Published: January 16, 2019 08:09 AM2019-01-16T08:09:04+5:302019-01-16T08:09:04+5:30
दिल्ली की मशहूर न्यूट्रिशनिश्ट और डाइटीशियन शिखा ए शर्मा के अनुसार, अंकुरित में सबसे ज्यादा पोषक तत्व और प्रोटीन होते है। दलहन, नट्स, बीज, अनाज और फलियों को अंकुरित करके स्प्राउट्स बनाया जाता है। स्प्राउट में विटामिन डी, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, बी, सी, ई, के, प्रोटीन और अन्य अमीनो एसिड की मात्रा अधिक होती है।
डॉक्टर और एक्सपर्ट सुबह के नाश्ते को दिन का सबसे जरूरी मील मानते हैं। वैज्ञानिक भी मानते हैं यदि नाश्ता ठीक से नहीं किया जाए तो शरीर में कई तरह की विकृतियां पैदा हो सकती हैं। नाश्ते से आपको पूरे दिन के कामकाज के लिए ऊर्जा मिलती है। यही वजह है कि आपको नाश्ते में पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए। वैसे तो नाश्ते के लिए कई चीजें बेहतर हैं लेकिन डाइटीशियन रोजाना नाश्ते में एक कटोरा अंकुरित यानी स्प्राउट खाने की सलाह जरूर देते हैं।
दिल्ली की मशहूर न्यूट्रिशनिश्ट और डाइटीशियन शिखा ए शर्मा के अनुसार, अंकुरित में सबसे ज्यादा पोषक तत्व और प्रोटीन होते है। दलहन, नट्स, बीज, अनाज और फलियों को अंकुरित करके स्प्राउट्स बनाया जाता है। स्प्राउट में विटामिन डी, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, बी, सी, ई, के, प्रोटीन और अन्य अमीनो एसिड की मात्रा अधिक होती है। यह सभी पोषक तत्व शरीर की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होते हैं।
किसी भी अनाज या दाल को जब पानी में भिगोकर स्प्राउट बनाया जाता है तो एंटी-न्यूट्रीन्ट जैसे फाइटेट्स आदि खत्म हो जाते हैं। इन तत्वों के खत्म होने से इन्हे पचाने में आसानी होती है। कुछ स्प्राउट जैसे- अल्फला, मूली, ब्रोकली, क्लोवर और सोयाबीन आदि पौधों से मिलने वाले स्प्राउट है जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते है।
स्प्राउट बनाने का तरीका
यह ऐसी चीज है जिसे आसानी से घर में तैयार किया जा सकता है। पूरे देश में कहीं भी चना, मूंग, राजमा, मटर आदि मिल जाता है जिसे एक रात पहले आप साफ पानी में भिगो दें। दूसरे दिन उसे साफ कर लें और कच्चा या अन्य सब्जियों के साथ फ्राई करके खा लें। स्प्राउट्स खाने का चलन सदियों पुराना है। आज भी डॉक्टर स्वस्थ रहने के लिए अंकुरित दालों को सेवन सबसे पहले बताते हैं। चलिए जानते हैं नाश्ते में इसे खाने से आपको क्या-क्या फायदे होते हैं।
1) वजन कम करने में सहायक
स्प्राउट का सेवन करने से आप अपने वजन को नियमित कंट्रोल में रख सकते है, क्योंकि स्प्राउट मंप कैलोरी की मात्रा कम और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जिससे आप अपने वजन को हमेशा कंट्रोल में रख सकते हैं।
2) इम्युनिटी सिस्टम बनता है मजबूत
स्प्राउटस में विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है, जिससे शरीर में वाइट ब्लड सेल्स का विकास होता है। वाइट ब्लड सेल्स शरीर में होने वाले इन्फेक्शन और बीमारियों से लड़ने में सहायक होते है। ये सेल्स आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते है।
3) आंखों की रोशनी होती है तेज
स्प्राउट में फाइबर और प्रोटीन के साथ विटामिन ए भी मात्रा पाई जाती है, जो आपके आंखों की रोशनी को तेज करने में सहायक है। स्प्राउट में एंटीऑक्सीडेंट एजेंट भी होते है, जो आपके आंखों को सेल्स के कण से बचाने में मदद करते है।
4) प्रोटीन का बेहतर स्रोत
स्प्राउट्स प्रोटीन और कैल्शियम का एक बढ़िया स्त्रोत है, जो आपको भरपूर मात्रा में फाइबर भी देता है। इतना ही नहीं यह विटामिन्स और मिनरल्स का भी अच्छा स्त्रोत है।
5) मांसपेशियों के लिए फायदेमंद
मोठ का सेवन करना मांसपेशियों के लिए काफी फायदेमंद है। मांसपेशियों के विकास में सहायक होने के साथ ही यह वसा को कम करने में भी मददगार है।
6) कब्ज से मिलता है छुटकारा
चूंकि यह फाइबर से भरपूर होती है, इसलिए रोजाना सुबह नाश्ते में इसे खाने से आपको कब्ज की समस्या से बचने में मदद मिलती है और पाचन तंत्र को सुरक्षित व स्वस्थ रखती है।
7) खून की कमी होती है दूर
स्प्राउट का सेवन करने से अच्छी मात्रा में आयरन और कॉपर के साथ शरीर में रेड ब्लड सेल्स का विकास होता है, जिससे शरीर में खून का संचालन बढ़ जाता है और ऑक्सीजन को ऑर्गन्स और सेल्स तक पहुंचाने में आसानी होती है। जिससे ऑर्गन्स और सेल्स अपने कार्य सही प्रकार से कर पाते है।
8) कोलेस्ट्रॉल रहता है कंट्रोल
कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने का गुण होने के कारण यह ब्लडप्रेशर की समस्याओं में भी फायदेमंद है। हाई ब्लडप्रेशर में यह लाभकारी है।
9) दिल के लिए स्वस्थ
स्प्राउटस में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा पाई जाती है जो आपके अच्छे कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने में मदद करती है और हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को खून की नसों और धमनियों में से कम करता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड एक तरह का एंटी-इंफ्लेमेटरी भी होता है जो आपके कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम से थकान को दूर करने में सहायता करता हैं।
10) खाना पचाने में सहायक
स्प्राउट्स में एंजाइम्स की मात्रा अधिक होती है, जिनसे मेटाबोलिक प्रोसेस और केमिकल रिएक्शंस का कार्य अच्छी तरह से चलता है। इनमें फाइबर की मात्रा भी पाई जाती है, जो खाना पचाने में सहायक होती है।