Diet tips: किसी भी कीमत पर प्रोटीन खायें ये 5 तरह के लोग, वरना शरीर हो जाएगा कमजोर, चपेट में ले सकता है वायरस
By उस्मान | Published: October 20, 2020 03:25 PM2020-10-20T15:25:28+5:302020-10-20T15:25:28+5:30
जानिये प्रोटीन बेहतर स्वास्थ्य के लिए क्यों जरूरी है और इसकी कमी से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं
प्रोटीन तीन उन सबसे महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट्स में से एक है,जिसकी शरीर के बेहतर कामकाज के लिए रोज जरूरत होती है। प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और ऊर्जा के लिए जरूरी है। यह प्रतिरक्षा को बढ़ाने और त्वचा में सुधार करने में भी सहायक है।
प्रोटीन की कमी होने पर आपको सेहत से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रोटीन की कमी के कारण संक्रमणों के खिलाफ प्रतिरोध में कमी, घाव भरने में देरी और बीमारियों से ठीक होने मे देरी हो सकती है।
शरीर के लिए अन्य पोषक तत्वों के अलावा प्रोटीन अनिवार्य है। प्रोटीन की कमी होने पर आपको सेहत से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में अगर प्रोटीन की कमी हो जाएगी तो हर वक्त थकान, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द और बार बार बीमार पड़ने जैसे संकेत साफ दिखाई देंगे।
सवाल यह है कि रोजाना कितने प्रोटीन की जरूरत होती है? प्रोटीन की आवश्यकता आपके भार और आपके कैलोरी इनटेक पर निर्भर करती है, जो कुल कैलोरी का 20 से 35 प्रतिशत प्रोटीन से आना चाहिए। यानि यदि आप हर दिन 2,000 कैलोरी लेते हैं, तो उसमें से 600 कैलोरी प्रोटीन से मिलना चाहिए।
बॉडी बनाने वालों के लिए
मांसपेशियों के निर्माण के लिए प्रोटीन का कितना महत्वपूर्ण है, यह कहने की जरूरत नहीं है। प्रोटीन एक महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट्स है जो ऊतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है। एक्सरसाइज के बाद मसल्स की मरम्मत के लिए प्रोटीन का सेवन जरूरी है। प्रोटीन के पर्याप्त सेवन के बिना, मांसपेशियों का निर्माण करना असंभव है।
जिनका वजन आसानी से बढ़ जाता है
आप इस बात से जरूर सहमत होंगे कि कुछ लोगों का दूसरों की तुलना में आसानी से वजन बढ़ जाता है। ऐसे लोगों के लिए प्रोटीन का सेवन बढ़ाना फायदेमंद है। प्रोटीन तृप्ति को बढ़ाता है और असमय भूख को रोकता है और मांसपेशियों के नुकसान को कम करता है। ये सभी चीजें एक व्यक्ति के स्वस्थ वजन के लिए जरूरी हैं।
मध्यम आयु वर्ग के लोग
36 से 55 आयु वर्ग के लोगों को अपने खाने में पर्याप्त प्रोटीन शामिल करना चाहिए। इस उम्र में अतिरिक्त प्रोटीन प्राप्त लेने से जीवन में बाद में मांसपेशियों की हानि को रोकने में मदद मिल सकती है, जो उम्र बढ़ने के साथ आती है। हालांकि 50 के दशक में लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का खतरा अधिक हो सकता है। इसलिए, उन्हें अनाज और नट्स जैसे प्लांट बेस्ड प्रोटीन का अधिक सेवन करना चाहिए।
शाकाहारी लोग
शाकाहारी भोजन वाले लोगों को अक्सर उनके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से कम प्रोटीन मिलता है। इससे वो लोग कई प्रकार के स्वास्थ्य विकारों का सामना कर सकते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को अपनी डाइट में एक्स्ट्रा प्रोटीन शामिल करने की आवश्यकता है।
हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों को
हाई प्रोटीन डाइट चयापचय को बढ़ाने में मदद करती है, इसलिए यह हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों के लिए जरूरी है। एक अंडरएक्टिव थायरॉयड ग्रंथि या हाइपोथायरायडिज्म से वजन बढ़ सकता है और वजन कम हो सकता है। प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से चयापचय को बढ़ावा मिलता है और किलो को कम करने में मदद मिलती है।