सावधान! डायबिटीज के इस अजीब कारण से अंजान है अधिकतर लोग, सबसे ज्यादा बच्चे होते हैं प्रभावित
By उस्मान | Published: November 26, 2019 10:48 AM2019-11-26T10:48:34+5:302019-11-26T17:25:27+5:30
अध्ययन में पता चला कि 'फूड नीओफोबिया' 78 प्रतिशत मामलों में आनुवंशिक हो सकता है।
डायबिटीज एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। डबल्यूएचओ के अनुसार, भारत में लगभग 7.5 करोड़ लोग इसकी चपेट में है और दुनियाभर में करीब 422 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि डायबिटीज पीड़ितों को अंधेपन, किडनी फेलियर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का ज्यादा खतरा होता है।
डायबिटीज के कई कारण है जिनमें खाराब खान-पान, एक्सरसाइज नहीं करना और आनुवांशिक कारण शामिल हैं। एक नए अध्ययन में सामने आया है डायबिटीज का एक ऐसा ऐसा कारण सामने आया है, जो आपको हैरान कर सकता है। एक अधययन के अनुसार, व्यक्ति की आहार खुराक गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है और यह हृदय रोग एवं डायबिटीज टाइप-2 जैसे रोगों का जोखिम पैदा कर सकता है।
इस विकार को 'फूड नीओफोबिया' कहते हैं। यह खानपान संबंधी एक ऐसा विकार है जिसमें व्यक्ति ऐसे व्यंजनों को चखने या खाने से इनकार करता है जिनसे वह परिचित नहीं है। फिनलैंड स्थित हेलसिंकी यूनिवर्सिटी और एस्टोनेशिया स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टार्टू के अनुसंधानकर्ताओं ने आहार गुणवत्ता, जीवनशैली से संबंधित रोगों और उनके जोखिम कारकों पर खानपान संबंधी व्यवहार के स्वतंत्र प्रभाव का अध्ययन किया।
फिन्निश नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ एंड वेल्फेयर से मार्कुस पेरोला ने कहा कि अध्ययन से इस विचार को बल मिला कि विविध एवं स्वस्थ आहार व्यक्ति के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण, यहां तक कि एक स्वतंत्र भूमिका निभाता है।
सात साल चले अध्ययन कार्यक्रम में 25 से 74 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया गया। अध्ययन में पता चला कि 'फूड नीओफोबिया' 78 प्रतिशत मामलों में आनुवंशिक हो सकता है। यह हृदय रोग एवं डायबिटीज टाइप-2 जैसे जीवनशैली से जुड़े रोगों का जोखिम पैदा कर सकता है। यह विकार बच्चों और बुजुर्गों में आम होता है।
डायबिटीज के लक्षण
1) ज्यादा प्यास और भूख लगना
अगर पर्याप्त भोजन और पानी पीने के बावजूद आपकी भूख शांत नहीं होती है, तो यह खतरे की निशानी है। अचानक भूख बढ़ना या ज्यादा पानी पीने की ललक डायबिटीज का संकेत हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों को बहुत जायदा प्यास लगती है। ऐसा होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
2) अचानक वजन कम होना या बढ़ना
अगर अचानक आपका वजन कम होने लगा है या बढ़ने लगा है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि ऐसा डायबिटीज की वजह से हो सकता है। इस बीमारी मर शुगर पेशाब के जरिए बाहर निकलता रहता है और इसमें काफी ऊर्जा खत्म होती है जिससे वजन गिरने लगता है।
3) बार-बार पेशाब
मूत्र पथ के संक्रमण या गुर्दे की समस्याओं के कारण ज्यादा पेशाब आने की समस्या हो सकती है लेकिन ऐसा डायबिटीज की वजह से भी हो सकता है। बार-बार पेशाब आना और हर बार अधिक मात्रा में पेशाब करना डायबिटीज के मुख्य लक्षणों में से एक है।
4) चिड़चिड़ापन
अगर आपके स्वभाव में अचानक से चिड़चिड़ापन आने लगे तो यह डायबिटीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है। जब व्यक्ति को इस तरह की प्रॉब्लम आती है तो उसको कोई भी अच्छी बात बुरी लगने लगती है और उसका मन हमेशा सोने का करता है, उसका मन किसी भी काम में नहीं लगता है।
5) थकान
अगर आपको भी हमेशा थकान महसूस होती है लेकिन इसका कारण आप नहीं समझ पा रहे हैं तो आपको बता दें, इसका कारण डायबिटीज हो सकता है। एक स्टडी के मुताबिक जब किसी इंसान को दिन के एक ही समय पर थकान महसूस हो तो ये डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
6) धीमे-धीमे घाव भरना
डायबिटीज़ बेहद घातक होता है, इसमें शरीर के हर हिस्से को धीरे-धीरे बर्बाद करने की क्षमता होती है। सब्जी काटते हुए हाथ पर कट लगने और शेविंग करते कट लगने पर घाव जल्दी ठीक नहीं होता या फिर धीरे-धीरे ठीक होता है तो यह भी शुगर के लक्षण हो सकता है।
7) धुंधली दृष्टि
धुंधली दृष्टि कई कारणों से हो सकती है जिसका सही कारण जानना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट मानते हैं कि इसकी एक बड़ी वजह डायबिटीज हो सकती है। इससे मरीज को डायबिटिक रेटिनोपैथी का खतरा होता है।
8) बार-बार तबीयत खराब होना
यदि आपकी तबीयत बार-बार खराब होने लगती है तो शरीर से मिलने वाले इस संकेत को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि बार-बार तबीयत बिगड़ने की वजह से डायबिटीज की प्रॉब्लम हो सकती है। इसकी वजह से आपका शरीर भी कमजोर होने लगता है।