गेहूं के आटे में इस चीज को मिलाकर खाने से डायबिटीज से होगा बचाव, बढ़ेगा इंसुलिन, नहीं होगी खून की कमी
By उस्मान | Published: August 23, 2019 11:57 AM2019-08-23T11:57:19+5:302019-08-23T11:57:19+5:30
Diabetes Diet Tips: भारत में 72 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित, इस रोटी को खाने से ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल रहेगा कंट्रोल, खून की कमी से भी होगा बचाव.
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है और इसका कोई परमानेंट इलाज नहीं है। भारत में तेजी से शुगर के मरीजों की संख्या बढती जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 72 मिलियन से भी ज्यादा लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। शरीर में शुगर लेवल बढ़ने से और शरीर में इंसुलिन के कम उत्पादन के कारण यह बीमारी होती है। अब सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा, बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी तेजी से डायबिटीज की चपेट में आ रहे हैं। खानपान और जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाकर डायबिटीज से बचा जा सकता है और इसे कंट्रोल रख सकते हैं।
गेहूं और चने के आटे की रोटी है फायदेमंद
एक्सपर्ट मानते हैं कि गेंहू और चने के आटे की मिक्स रोटी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। चने के आटे में ग्लिसेमिक इंडेक्स 70 होता है जबकि गेहूं के आटे में 100 के करीब होता है इसलिए चने के आटे का सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है।
ऐसे बनाएं मिस्सी रोटी
गेहूं और चने के आटे को मिलाकर रोटी बनाई जाती है जिसे मिस्सी रोटी भी कहते हैं। इसे बनाने के लिए चने के आटे यानी बेसन और गेहूं के आटे का अनुपात 1:2 में रखना चाहिए। उदहारण के लिए अगर एक कप गेंहू का आटा लिया है तो दो कप चने का आटा लेकर गूंथ लेना चाहिए। फिर इसकी रोटी बनानी चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल करती है मिस्सी रोटी
चने के आटे में अनसैचुरेटेड फैट्स मौजूद होता है। गेहूं के आटे के साथ मिलाकर खाने से ये स्वास्थय के लिए काफी लाभकारी होता हैं। जिससे हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल बेहतर रहता है। दोनों अनाजों की मिक्स चपाती गुड कॉलेस्ट्रॉल की उपस्थिति बनाए रखती है। गेहूं और चने का आटा उच्च फाइबर का स्त्रोत हैं जिससे पाचन तंत्र अच्छा रहता है।
आयरन का बेहतर स्रोत
चने के आटे में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। डॉक्टर मानते हैं कि अगर शरीर में आयरन-कैल्श्यिम सही मात्रा में हो तो हम तनाव के कम शिकार होते हैं। जिससे मूड भी अच्छा रहता है। इसमें विटामिन बी6 भी पाया जाता है जो सेरोटोनिन बनाने में मदद करता है। सेरोटोनिन मूड को बेहतर करने में मदद करता है और तनाव से भी दूर रखता है।
शिशु के समग्र विकास में सहायक
गर्भवती महिलाओं को मिस्सी रोटी खानी चाहिए। गेहूं और चने के मिक्स आटे में फॉस्फोरस और कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जो गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। यह फोलेट का मुख्य स्त्रोत हैं जो गर्भ में पल रहे बच्चे के दिमाग, रीढ़ की हड्डी और पूर्ण विकास के लिए जरूरी तत्व माना जाता है।