डायबिटीज का आयुर्वेदिक इलाज : ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने और इंसुलिन बढ़ाने 10 आयुर्वेदिक घरेलू उपाय

By उस्मान | Published: November 10, 2021 03:06 PM2021-11-10T15:06:55+5:302021-11-10T15:06:55+5:30

ध्यान रहे डायबिटीज का कोई स्थायी इलाज नहीं है इसलिए इसे कंट्रोल करने और स्वस्थ रहने के लिए इन उपायों को भी आजमाकर देखें

Diabetes Ayurveda home remedies: 10 best and effective Ayurveda home remedies to manage diabetes and increase insulin | डायबिटीज का आयुर्वेदिक इलाज : ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने और इंसुलिन बढ़ाने 10 आयुर्वेदिक घरेलू उपाय

डायबिटीज का इलाज

Highlightsध्यान रहे डायबिटीज का कोई स्थायी इलाज नहीं है इसलिए इसे कंट्रोल करना जरूरीदेश में तेजी से बढ़ रही है डायबिटीज के मरीजों की संख्याकई आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में शुगर को कंट्रोल करने की क्षमता

डायबिटीज दुनिया भर में मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वर्ष 2030 तक इस स्थिति के 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ने का अनुमान है। भारत में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज है। यही वजह है कि देश को डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है।

डायबिटीज का कोई स्थायी इलाज नहीं है, इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि कुछ यह स्थिति कितनी ही जानलेवा क्यों न हो, लेकिन जीवनशैली में कुछ सरल बदलाव करके और कुछ आसान घरेलू उपचारों के जरिये इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

डायबिटीज कंट्रोल करने के सरल आयुर्वेदिक टिप्स

- एक भाग गुडूची, एक भाग कुड़की, एक भाग शारदुनिका और 2 भाग पुनर्वना लें। अच्छी तरह मिलाएं और गर्म पानी के साथ दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें।

- हर खाने-पीने की चीजों में थोड़ा-थोड़ा करके हल्दी का सेवन बढ़ाएं। आप अपने दूध और चाय में भी कुछ मिला सकते हैं।

- सदियों से तांबे के बर्तन से पानी पीने की सलाह दी जाती रही है। यह शरीर की भलाई को पुनर्जीवित करने और शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद कर सकता है। तांबे के बर्तन में जमा पानी को ताम्र जल कहा जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह तीनों दोषों में संतुलन बनाने में मदद करता है। तांबे के बर्तन से भरा एक जग रात भर रख दें और अगले दिन इसे पी लें।

मेथी दाना ट्राई करें
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज के रोगियों को नियमित रूप से मेथी दाना का सेवन करना चाहिए। वे स्प्राउट्स का सेवन कर सकते हैं या सुबह खाली पेट मेथी का पानी पी सकते हैं।

कड़वी सब्जियों का सेवन करें
करेला, आंवला, भांग के बीज और एलोवेरा जैसे कड़वे खाद्य पदार्थों का सेवन करें. इन चीजों से शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। अप करेले का रस पी सकते हैं। आंवले का रस भी फायदेमंद है। 

डाइट में बदलाव करें
आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में रोग दोषों के असंतुलन के कारण होते हैं। टाइप 1 डायबीटी वात (वायु और हवा) के असंतुलन के कारण होता है और टाइप 2 डायबिटीज कफ (जल और पृथ्वी) दोष की अधिकता के कारण होता है। कम वसा वाला भोजन करना महत्वपूर्ण है। अपनी चाय में अदरक मिलाने से भी शरीर में कफ को कम करने में मदद मिल सकती है।

मसालों का इस्तेमाल सोच-समझकर करें
मसालों में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं। डायबीटीज के रोगियों को हल्दी, सरसों, हींग, दालचीनी और धनिया का सेवन अवश्य करना चाहिए।

करेला
डायबिटीज रोगियों को अपने दैनिक आहार में करेले को अवश्य शामिल करना चाहिए। यह हाइपोग्लाइसेमिक जैव-रासायनिक पदार्थों में समृद्ध है। पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने के लिए बहुत अच्छा है।

चने का सेवन करें
ग्लूकोज असहिष्णुता से पीड़ित लोगों के लिए चना बहुत अच्छा है। यह लोगों में डायबिटीज के खतरे को कम करता है। यह पुराने मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए भी फायदेमंद है।

आंवला 
आंवला कार्बोहाइड्रेट अवशोषण को विनियमित करने में मदद करता है। क्रोमियम की उपस्थिति इंसुलिन संवेदनशीलता में मदद करती है। आप इसे कच्चा या जूस के रूप में ले सकते हैं।

जामुन
जामुन इंसुलिन को विनियमित करने और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। जामुन के 4-5 पत्ते और जामुन चबाने से शुगर का स्तर निश्चित रूप से कम हो सकता है।
 

Web Title: Diabetes Ayurveda home remedies: 10 best and effective Ayurveda home remedies to manage diabetes and increase insulin

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