हिंसा, दहशत, डर और आक्रोश के माहौल में अपने दिल और दिमाग को इन 5 तरीकों से रखें शांत
By उस्मान | Published: February 27, 2020 10:23 AM2020-02-27T10:23:29+5:302020-02-27T10:23:29+5:30
दिल्ली हिंसा के बाद देश के करोड़ों लोग लोगों में गुस्सा है, तनाव है, आक्रोश है, बदलने की भावना है, डर है और हताशा है।
कई बार जीवन में कुछ ऐसे पड़ाव आ जाते हैं जब आप जीवन से पूरी तरह हताश हो जाते हैं। आपका दिमाग काम नहीं करता, आपका किसी चीज में दिल नहीं लगता, आप गुस्से में रहते हैं, आपको डर लगता है, आपके अंदर आक्रोश भरने लगता है, आप अंदर से घुटन महसूस करते हैं, आपके अंदर बदले की भावना जागने लगती है, कुल मिलाकर आप पूरी तरह हीनता का शिकार हो चुके होते हैं।
दिल्ली में हिंसा के बाद कुछ ऐसी ही स्थिति का आजकल देश के करोड़ों लोग सामना कर रहे हैं। इस घटना के बाद लोगों में गुस्सा है, तनाव है, आक्रोश है, बदलने की भावना है, डर है और हताशा है। दरअसल किसी भी ने नहीं सोचा होगा कि तकनीक और विज्ञान की सारी हदों को पार कर चुके 2020 के विकासशील देश में एक ऐसी भयावह हिंसा होगी और कई लोग अपनी जान गवां देंगे।
लोग गुस्से में सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। लेकिन ध्यान रहे कि किसी भी मसले का हल गुस्से या हीन भावना से नहीं निकलता है बल्कि इस तरह की सोच स्थिति को और ज्यादा बिगाड़ने का काम करती है। बेशक आप क्रोधित और तनाव में हैं लेकिन आपको खुद पर कंट्रोल रखना चाहिए। आपको आवेग में आकर ऐसा कदम उठाने से बचना चाहिए जिससे न सिर्फ आपका बल्कि पूरे परिवार का नुकसान हो जाए।
हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप किसी भी परिस्थितियों में अपने दिल और दिमाग को शांत रख सकते हैं और आपको तनाव से बचने में मदद मिल सकती है। इन उपायों को फॉलो करें और अपने साथियों और रिश्तेदारों को भी बताएं।
गहरी सांस ले
अगली बार जब किसी तनावपूर्ण स्थिति का सामना करें, तो आपको दिल और दिमाग को शांत रखने के लिए कुछ देर के लिए गहरी सांस लेनी चाहिए। इसके लिए सबसे पहले अंदर और बाहर पांच बार गहरी सांस लें (हर सांस के साथ आपका पेट आगे आना चाहिए)। सांस छोड़ते हुए ऐसा सोचें जैसे आप तनाव वाली स्थिति से छोड़ रहे हैं। इस दौरान चेहरे पर मुस्कुराहट होनी चाहिए, चाहे वो नकली ही क्यों न हो। जरूरत पड़ने पर घर या ऑफिस में कहीं भी मौका मिलते ही इसे दोहरा सकते हैं।
छोड़ो, कोई बात नहीं
कभी-कभी स्थितियों को उनके हालात पर छोड़ देने में ही समझदारी है। हर स्थिति पर काबू पाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है चाहे आप जितनी कोशिश कर लें। बेशक यह आपके लिए अजीब हो सकता है लेकिन ध्यान रहे कि बेवजह का तनाव और गुस्सा आपको ही नुकसान पहुंचा सकता है।
सकारात्मक सोच रखें
किसी भी चीज का समाधान इतनी जल्दी नहीं निकलता है। अगर आप परिणाम के इंतजार में हैं, तो इससे आपका तनाव और ज्यादा बढ़ता चला जाएगा। इसके लिए समय और धैर्य की जरूरत होती है। इसलिए अपन पूरा ध्यान एक ही तरफ लगाकर न रखें। नकारात्मक विचारों पर ध्यान देना बंद करें। सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करें।
धैर्य रखें
ऐसी स्थिति में आपको धैर्य रखना चाहिए। ध्यान रहे कि आसान होने से पहले सभी चीजें मुश्किल होती हैं। यहां कुछ आसान तरीके हैं जिनसे आप हर दिन धैर्य का अभ्यास कर सकते हैं, जिससे तनाव के समय में शांत रहने की आपकी क्षमता बढ़ जाती है। अगली बार जब आप किराने की दुकान पर जायें, तो सबसे लंबी लाइन में लगें। एकांत पार्क या पगडंडी से लंबी सैर करें।
एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज एक नैचुरल मूड-बूस्टर है क्योंकि इससे एंडोर्फिन रसायन जारी होता है, जो आपको शांत और खुश महसूस कराता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि नियमित रूप से व्यायाम करने से आप समग्र रूप से शांत और खुश महसूस रह सकते हैं। इसके लिए हर दिन 30 मिनट का शारीरिक व्यायाम करें।
योग और मेडिटेशन भी इसमें अहम भूमिका निभाता है।