Covid-19 Vaccine: भारत की पहली देसी वैक्सीन 'Covaxin' का पशु परीक्षण सफल, जानिये टीके की 10 खास बातें
By उस्मान | Published: September 12, 2020 09:51 AM2020-09-12T09:51:02+5:302020-09-12T09:51:02+5:30
कोरोना वायरस वैक्सीन: पशुओं में परीक्षण सफल होने की वजह से इस वैक्सीन से और ज्यादा उम्मीदें बढ़ गई हैं
वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक ( Bharat Biotech) ने घोषणा की है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन 'कोवाक्सिन' (Covaxin) के पशु परीक्षण सफल रहे हैं। कंपनी ने कहा है कि परिणामों ने लाइव वायरल चैलेंज मॉडल में वैक्सीन की सुरक्षात्मक प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है।
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कहा गया है कि प्राइमेट्स के अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों से वैक्सीन की प्रतिरक्षा क्षमता का पता चलता है।
इस बीच, दवा नियामक DCGI ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को अगले आदेश तक देश में एस्ट्राजेनेका के 'कोविड-19 वैक्सीन' के परीक्षणों में भर्ती को निलंबित करने के लिए कहा है। भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल वीजी सोमानी ने प्रायोगिक वैक्सीन से पहले से ही टीका लगाए गए लोगों की सुरक्षा निगरानी बढ़ाने के लिए भी कहा है।
कुल 12 संस्थानों में होगा ह्यूमन ट्रायल
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इस वैक्सीन का 12 चिकित्सा केंद्रों ह्यूमन ट्रायल करने की मंजूरी दी है, इनमें IMS और SUM अस्पताल भी हैं। इस वैक्सीन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा विकसित किया गया है।
ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए यहां करें संपर्क
जो लोग इस परीक्षण का हिस्सा बनना चाहते हैं, वे http://ptctu.soa.ac.in पर केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
1) एम्स (दिल्ली) में कोवाक्सिन का मानव परीक्षण ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से हरी झंडी मिलने के बाद शुरू हुआ है। डीसीजीआई देश की सबसे बड़ी दवा नियामक संस्था है। इस वैक्सीन को हाल ही में इस संस्था से मंजूरी मिली थी।
2) कोवाक्सिन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से विकसित किया है।
3) एम्स (दिल्ली) ने परीक्षण के लिए कुछ वालंटियर्स को पंजीकृत किया था। कोवाक्सिन का ह्यूमन ट्रायल होने से पहले वालंटियर्स का हेल्थ चेकअप होगा और यह देखा जाएगा कि वो इन परीक्षण के लिए कितने तैयार हैं।
4) ह्यूमन ट्रायल के लिए कुल 375 वालंटियर्स की लिस्ट बनी है जिनमें से एम्स (दिल्ली) पहले और दूसरे चरण के परीक्षणों के लिए केवल 100 प्रतिभागियों का चयन करेगा। बाकी वालंटियर्स का अलग जगह पर परीक्षण होगा।
5) आईसीएमआर ने 12 संस्थानों को इस वैक्सीन के लिए चुना है 17 जुलाई को, रोहतक के पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (PGI) में कोवाक्सिन का मानव परीक्षण शुरू हुआ, जहां तीन स्वयंसेवकों को कोवाक्सिन दिया गया।
6) एम्स-पटना और कुछ अन्य स्थानों पर भी परीक्षण शुरू हो गए हैं। उत्तरी गोवा के पेरनेम तालुका में रेडकर अस्पताल में भी इस वैक्सीन का ट्रायल होगा। उत्तरी गोवा का यह निजी अस्पताल 12 संस्थानों में से एक है।
7) गोवा के रेडकर अस्पताल में दस वालंटियर्स पर यह परीक्षण होगा। वालंटियर्स की रिपोर्ट उनकी पात्रता का पता लगाने के लिए दिल्ली भेजी गई है।
8) भारत में कोवाक्सिन के अलावा DCGI ने फार्मा दिग्गज Zydus Cadila को Covid -19 वैक्सीन के लिए मनुष्यों पर चरण I / II नैदानिक परीक्षण करने की अनुमति दी है।
9) कोवाक्सिन और ज़ाइडस कैडिला वैक्सीन को चूहों और खरगोशों में परीक्षण में सफलता के बाद मानव परीक्षणों के लिए मंजूरी मिली है। ये केवल दो स्वदेशी वैक्सीन हैं जो भारत में मानव परीक्षण चरण तक पहुंची हैं।
10) कंपनी भारत बायोटेक द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन अध्ययनों के परिणाम आशाजनक रहे हैं और व्यापक सुरक्षा और प्रभावी इम्यून रेस्पोंस दिखाते हैं।