क्या कोविड-19 की उत्पत्ति का कभी पता नहीं चलेगा? अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने खड़े किए हाथ
By विशाल कुमार | Published: October 30, 2021 11:42 AM2021-10-30T11:42:15+5:302021-10-30T11:46:39+5:30
ऑफिस ऑफ द यूएस डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट ने उन सुझावों को भी खारिज कर दिया कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति एक जैव हथियार के रूप में हुई थी.
वाशिंगटन: करीब दो साल से पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाले कोविड-19 का पता लगाने में लगीं अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं और कहा है कि शायद वे कभी भी कोविड-19 की उत्पत्ति का पता न लगा सकें.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिकी एजेंसियों ने कोविड-19 के जानवर से इंसान में फैलने या लैब से निकलने को लेकर एक नई और अधिक विस्तृत समीक्षा पेश की है.
ऑफिस ऑफ द यूएस डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस (ओडीएनआई) ने एक रिपोर्ट में कहा कि सार्क-सीओवी-2 ने पहले इंसानों को कैसे संक्रमित किया, इसके लिए एक प्राकृतिक उत्पत्ति और एक प्रयोगशाला रिसाव दोनों ही अच्छी परिकल्पनाएं हैं.
लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्लेषण इसमें से किसी एक मत को मानने या किसी भी स्पष्ट नतीजे पर पहुंचने से असहमति जताई है.
रिपोर्ट ने उन सुझावों को भी खारिज कर दिया कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति एक जैव हथियार के रूप में हुई थी. उसका कहना है कि इस सिद्धांत के समर्थकों की वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी तक सीधी पहुंच नहीं है और उन पर दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाया गया है.
यह रिपोर्ट जो बाइडन प्रशासन के अगस्त की रिपोर्ट का अपडेट है. बता दें कि, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थक कोविड-19 को चाइना वायरस बुलाते हैं.